10 करोड़ की देनदारी और सात करोड़ के धोखे ने ली साईं भक्त ज्वैलर की जान?

Saharanpur Saurabh Babbar Case How A Bullion Trader And His Wife Become Debtors Of Rs 10 Crore
7 करोड़ का सोना, लापता बीवी और नदी में बहती लाश… रूह कंपा देगी सहारनपुर के सौरभ और मोना की इनसाइड स्टोरी
सहारनपुर के सर्राफा व्यापारी सौरभ बब्बर और उनकी पत्नी मोना ने भारी कर्ज के दबाव के चलते हरिद्वार में गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। इतना बड़ा कदम उठाने से पहले उन्होंने बच्चों को नाना-नानी के पास छोड़ दिया और कारोबार सहित सारी संपत्ति उनके नाम कर दी। सौरभ का शव मिला, लेकिन पत्नी का पता नहीं चला।
10 अगस्त को बाइक से पत्नी के साथ हरिद्वार पहुंचे सौरभ बब्बर
हर की पैड़ी के पास स्थित हाथी पुल से लगाई गंगा नदी में छलांग
मामले में सामने आ रहा 7 करोड़ रुपए के सोने का कनेक्शन

सौरभ बब्बर का अंतिम संस्कार हो गया है, लेकिन मोना की लाश अभी तक नहीं मिली है

नई दिल्ली: एक सुंदर पत्नी, दो प्यारे बच्चे और अच्छा खासा ज्वेलरी का कारोबार। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में रहने वाले सर्राफा कारोबारी सौरभ बब्बर के पास सबकुछ था। धार्मिक स्वभाव वाले सौरभ ‘श्री साईं परिवार समिति’ के नाम से संस्था भी चलाते थे। गरीब लड़कियों की शादी करानी हो, बेसहारा और अनाथ बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का इंतजाम या फिर बुजुर्गों और बीमारों के लिए मुफ्त दवाई की व्यवस्था, सौरभ ऐसे सामाजिक कामों में हमेशा आगे रहते थे। हर मंगलवार को अपने परिवार के साथ मिलकर भंडारा भी कराते। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने सबकुछ छोड़कर मौत को गले लगा लिया?

सौरभ बब्बर और उनकी पत्नी मोना की खुदकुशी की खबर से लोग हैरान हैं। किसी को यकीन नहीं हो रहा कि वो इतना बड़ा कदम उठा लेंगे। सौरभ और मोना 10 अगस्त को बाइक से हरिद्वार पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने अपनी सेल्फी ली और इसके बाद सुसाइड नोट छोड़कर गंगा नदी में छलांग लगा दी। सौरभ की लाश गंगा नदी से बरामद हुई लेकिन मोना के बारे में अभी कोई सुराग नहीं मिला है। अपने सुसाइड नोट में इन दोनों ने लिखा कि वो कर्जदारों की वजह से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं। दोनों बच्चों की जिम्मेदारी उनके नाना-नानी को सौंपकर सौरभ ने सुसाइड नोट में अपनी प्रॉपर्टी भी बच्चों के नाम लिख दी।

खुदकुशी के पीछे 7 करोड़ के सोने की कहानी
सौरभ और मोना की खुदकुशी की खबर सुनकर हर किसी के दिमाग में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया? दरअसल, इस पूरे मामले के पीछे 7 करोड़ रुपए के सोने की कहानी है। सौरभ सहारनपुर में गोल्ड किटी सेविंग नाम से एक कमेटी चलाते थे। इस कमेटी के जरिए वो लोगों से हर महीने रुपए निवेश कराते और कमेटी के सदस्यों को बदले में एक निर्धारित समय सीमा के बाद लाभ के साथ ज्वेलरी के तौर पर सोना वापस मिलता। सौरभ ये काम काफी वक्त से कर रहे थे और उनकी कमेटी में सदस्यों की संख्या सैकड़ों में थी।

क्या है सर्राफा कारोबारी का कनेक्शन
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सौरभ ने अपनी गोल्ड कमेटी के लगभग 100 लोगों को सोना देने के लिए सहारनपुर के ही एक कारोबारी से 7 करोड़ रुपए का सोना बुक किया था। सौरभ की ये कमेटी 10 अगस्त को फाइनल होनी थी और उसने 11 अगस्त को सभी सदस्यों को हिसाब करने के लिए बुलाया था। लेकिन कुछ दिन पहले ही उस कारोबारी का बेटा 7 करोड़ रुपए लेकर दुबई चला गया, जिसके पास सौरभ ने सोना बुक किया था। सौरभ ने कारोबारी से रकम वापस लेने की काफी कोशिश की, लेकिन वो नाकाम रहा। सौरभ के ऊपर करीब 3 करोड़ की देनदारी पहले से थी। इधर कर्जदारों का दबाव भी उसके ऊपर बढ़ने लगा था।
नौकर को सौंपी दुकान की चाबी
ऐसे में सौरभ और उसकी पत्नी मोना ने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला लिया। 10 अगस्त को सौरभ अपने माता-पिता के पास गया और कहा कि सबकुछ ठीक हो जाएगा। इसके बाद उसने अपने नौकर को दुकान की चाबी सौंपी और कहा कि कल सुबह दुकान खोल लेना। यहां से अपने बच्चों को लेकर सौरभ अपनी ससुराल चला गया और उन्हें उनके नाना-नानी के पास छोड़ दिया। इसके बाद अपनी बाइक से ही मोना के साथ वो हरिद्वार पहुंचा और रात के अंधेरे में हाथी पुल से दोनों ने हाथ पकड़कर गंगा नदी में छलांग लगा दी। हालांकि, मोना की लाश अभी तक नहीं मिली है।

Jeweller Committed Suicide Along With His Wife Tired Of Debt

करोड़ों का कर्ज, बाइक से पहुंचे हरिद्वार, फिर ली आखिरी सेल्फी… झकझोर देगी सहारनपुर के दंपति की गंगा में कूदने की कहानी
सहारनपुर निवासी व्यापारी सौरभ बब्बर ने अपनी पत्नी मोना के साथ आत्महत्या कर ली. दंपति ने हरिद्वार में गंगा में कूदकर अपनी जान दे दी. सौरभ कर्ज से परेशान थे. जान देने से पहले उन्होंने सेल्फ़ी और सुसाइड नोट दोस्त के मोबाइल पर भेज दिया था.

सहारनपुर के दंपति ने हरिद्वार में दी जान सहारनपुर के दंपति ने हरिद्वार में दी जान

सहारनपुर ,
13 अगस्त 2024, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी व्यापारी ने अपनी पत्नी के साथ आत्महत्या कर ली. दंपति ने हरिद्वार में गंगा में कूदकर अपनी जान दे दी. देर शाम तक पत्नी का शव नहीं मिल सका. वहीं, पति के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. मरने से पहले दंपति ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने कर्ज से परेशान होकर जीवन लीला समाप्त करने की बात लिखी थी. इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. दंपति के दो मासूम बच्चे हैं.

बता दें कि सहारनपुर के रहने वाले इस सर्राफ व्यापारी का नाम सौरभ बब्बर है और उनकी पत्नी का नाम मोना बब्बर है. दोनों बाइक से करीब 100 किमी की दूरी तय कर हरिद्वार पहुंचे फिर वहां आखिरी बार साथ में एक सेल्फ़ी ली, उसे सुसाइड नोट के साथ दोस्त के व्हाट्सएप पर सेंड किया. इसके बाद गंगा में छलांग लगा दी. सौरभ के शव को बरामद कर लिया गया है जबकि मोना के शव की तलाश जारी है.

बताया जा रहा है कि व्यापारी सौरभ के ऊपर करोड़ों रुपये कर्ज हो गया था. ब्याज की किस्तों से वो परेशान हो गए थे. मजबूरी में उन्होंने अपनी पत्नी मोना के साथ हरिद्वार की गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में सौरभ ने लिखा कि कर्ज में डूबे हुए हैं, ब्याज दे-देकर परेशान हो चुके हैं. अब हमसे और ब्याज नहीं दिया जाता. इसलिए मौत को गले लगाने जा रहे हैं. जहां से भी आत्महत्या करेंगे वहां से सेल्फी भेज देंगे.’

पति का शव मिला, पत्नी की तलाश जारी

सौरभ का शव कल (12 अगस्त) गंग नहर से मिला है लेकिन अभी उसकी पत्नी का कोई पता नहीं चल सका है. दुर्घटना बाद से व्यापारी के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. सौरभ का शव सहारनपुर लाकर अंतिम संस्कार किया गया. उनकी पत्नी की तलाश पुलिस और गोताखोर कर रहे हैं.
घर पहुंचा सौरभ बब्बर का शव
परिजनों के मुताबिक,दोनों की शादी लगभग 18 साल पहले हुई थी और इनके दो बच्चे हैं.बड़ी लड़की 12 साल की है और लड़का 7 साल का है जो पैरों से दिव्यांग है.सौरभ किशनपुरा मार्केट में श्री साईं ज्वैलर्स नाम से दुकान चलाते थे.साथ ही कमेटी सिस्टम (किस्तों पर पैसे उधार लेना) भी चलाते थे.बताया जा रहा है कि करीबन 5 कमेटियां सौरभ ने चला रखी थी. एक कमेटी में 200 मेंबर थे और एक मेंबर की ₹2000 की किस्त थी.सभी कमेटियों की अवधि पूरी हो चुकी थी और सभी को पैसे देने था.

मौत से पहले घरवालों को कॉल

उधर, व्यापार में घाटा हो रहा था और इधर कमेटी वालों को पैसे देना था.जबकि, सौरभ के पैसे थे नहीं.कर्जदार उसे परेशान करने लगे.इन सबसे तंग आये सौरभ ने भयानक कदम उठाया. वह पत्नी को नई ली बाइक पर बैठाकर सहारनपुर से 100 किलोमीटर हरिद्वार पहुंचा और वहां जाकर गंगा में छलांग लगा दी.कूदने से पहले उन्होंने लास्ट कॉल अपने घर की थी,जिसकी रिकॉर्डिंग भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.कॉल में सौरभ बब्बर कह रहे हैं कि यह वीडियो सबको दिखा देना,हम हरिद्वार में हैं और अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं,यहां से गंगा छलांग लगा रहे हैं.

आखिरी सेल्फ़ी
‘कर्ज के दलदल में फंस गया हूं’

सौरभ बब्बर ने सुसाइड नोट में लिखा- “मैं सौरभ बब्बर कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा.अंत में मैं और मेरी धर्मपत्नी मोना बब्बर अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं.हमारी किशनपुरा वाली प्रॉपर्टी हमारे दोनों बच्चों के लिए है.बच्चे अपनी नानी के घर रहेंगे.उनका जीवन अब हम पति-पत्नी उन्हीं के हवाले करके जा रहे हैं.हमें किसी और पर भरोसा नहीं है.जब हम आत्महत्या करेंगे तो व्हाट्सएप पर फोटो शेयर कर देंगे.

सौरभ ने हरिद्वार के पास गंगा के पुल पर खड़े होकर अपनी पत्नी के साथ फोटो क्लिक की फिर सुसाइड नोट के साथ उसे अपने दोस्त के व्हाट्सएप पर सेंड कर दिया.आखिर में पति-पत्नी दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ पुल से गंगा में छलांग लगा दी.

वहीं, जिस दोस्त के व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट और फोटो शेयर किया था उसने तुरंत सौरभ बब्बर के परिजनों को बताया। परिजन तुरंत पुलिस के पास पहुंचे.तब सौरभ और मोना को ढूंढने के प्रयास शुरू हुए.काफी कोशिश के बाद हरिद्वार के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में गंग नहर से सौरभ का शव मिल गया.सौरभ का शव मिलने के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है.लेकिन अभी पत्नी मोना बब्बर का शव नहीं मिला है.पुलिस और गोताखोर मोना की तलाश कर रहे हैं.

पढ़िए हूबहू सुसाइड नोट
‘मैं सौरभ बब्बर कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। अंत में मैं और मेरी धर्म पत्नी मोना बब्बर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। प्रॉपर्टी, दुकान और हमारा किशनपुरा वाला मकान मेरे दोनों बच्चों के लिए है। हमारे दोनों बच्चे अपने नाना-नानी के घर रहेंगे। इनका जीवन अब हम पती-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं। बच्चे हमारे वहीं रहेंगे, हमें किसी और पर भरोसा नहीं है। हमने लेनदारों को अधाधुंध ब्याज दिया है। हम अब और नहीं दे पा रहे हैं। हम जहां सुसाइड करेंगे। उस जगह जाकर वहां की फोटो हम वॉट्सऐप पर शेयर कर देंगे।’

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