पत्रकारों नरेश तोमर व हर्ष तिवारी ने ढूंढा अपहृत शिशु शिवांग,सात गिरफ्तार
8 MONTH OLD MISSING CHILD RECOVERED with help of two JOURNALISTS FROM SAPT RISHI AREA OF HARIDWAR
8 माह के मासूम को ढाई लाख में बेचा, दो पत्रकारों की फोन कॉल से पुलिस को मिला क्लू, 7 गिरफ्तार
- हरिद्वार से शनिवार को अपहृत 8 माह के बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने पूरे मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, हरिद्वार के स्थानीय पत्रकार नरेश तोमर और उनके सहयोगी कैमरामैन हर्ष तिवारी
के पास एक कॉल आया था, जिसमें एक महिला बच्चे के बारे में जानकारी दे रही थी. इसी क्लू के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया और मासूम को सकुशल बरामद किया.
हरिद्वार 11 दिसंबर: हरिद्वार से शनिवार को अपहृत 8 माह के बच्चे (8 month old child missing from Jwalapur area) को पुलिस ने स्थानीय पत्रकार नरेश तोमर और उनके सहयोगी हर्ष तिवारी की मदद से सकुशल बरामद कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने पूरे मामले में सात जनों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने बच्चे को ढाई लाख रुपए में बेच दिया था. एडवांस 50 हजार रुपए भी ले लिए थे. लेकिन, इससे पहले पत्रकार के पास एक फोन कॉल की बदौलत सभी आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
बच्चे को हरिद्वार पुलिस ने सकुशल किया बरामद.रविवार दोपहर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को स्थानीय पत्रकार नरेश तोमर ने सूचना दी कि उनके पास एक महिला का फोन आया है, जो बच्चे के बारे में जानकारी देना चाहती है.असल में जब तोमर के पास उनके सहयोगी कैमरामैन हर्ष तिवारी का फोन आया तै वे तब ऑल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उत्तरांखड हरिद्वार की मीटिंग में बैठे थे। वे यूनियन में समारोह सचिव हैं। फोन आते ही वे बैठक छोड़कर निकले और सीधे भारत माता मंदिर गये जहां तिवारी एक चाय की दुकान पर दो महिलाओं को उलझाए बैठे थे। तोमर के फोन पर आधा पौना घंटे में पुलिस भी पहुंच गई। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को यह भी बताया कि बच्चा उस महिला के पास ही है. जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तत्काल रोड़ी बेलवाला चौकी प्रभारी को पुलिस फोर्स के साथ भूपतवाला इलाके में स्थित भारत माता मंदिर के पास मौजूद एक चाय की दुकान पर भेजा जहां नरेश तोमर और हर्ष तिवारी महिलाओं को उलझाए बैठे थे। पुलिस ने न केवल बच्चा बरामद किया, बल्कि मौके से ही दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया.महिलाओं से पूछताछ में कड़ियां जुड़ती गई और पुलिस ने पूरे मामले में मां-बेटी सहित कुल सात जनों को गिरफ्तार किया. इनमें एक आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री और एक आशा कार्यकर्त्री भी है। पुलिस के मुताबिक आरोपित बच्चे को ढाई लाख रुपए में बेच रहे थे और एडवांस के तौर पर 50 हजार रुपए भी ले भी लिए गए थे. पूरे मामले में पुलिस ने बच्चा खरीदने वाले हरिद्वार के व्यापारी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसे बनाई गई थी अपहरण की योजना
अपर रोड पर कपड़े की दुकान चलाने वाला संजय की कोई संतान नहीं है. उसने अपनी परिचित आंगनबाड़ी वर्कर रुबी से बच्चा दिलाने के लिए कहा. रुबी ने अपनी जानकार आशा से इस बारे में बात की. जिसके बाद सुषमा ने अपनी समधन अनीता और उसकी मुंह बोली बेटी किरन के साथ मिलकर पड़ोस में रहने वाले रविंद्र और राखी के अबोध बेटे शिवांग का अपहरण करने का ताना-बाना बुना. रविंद्र का घर किरन के घर से बिलकुल सटा हुआ था, इसलिए मौका लगते ही वह बच्चे को उठाकर ले आई. जिसके बाद उसने बच्चा सुषमा को सौंप दिया.
सुषमा बच्चे को लेकर जटवाड़ा पुल पहुंची. जहां उसने बच्चा किरन की मां अनीता को सौंप दिया. इसके बाद दोनों ने रुबी और आशा को बताया कि काम हो गया है. ग्राहक को बुला लीजिए. बाद में बहरादराबाद क्षेत्र के बढेड़ी राजपूतान स्थित एक पेट्रोल पंप के पास उनकी मुलाकात संजय से हुई. जहां उन्होंने बच्चा उसे सौंप कर 50 हजार रुपए ले लिये. बाकी दो लाख रुपए संजय ने बाद में देने की बात कही. इसके बाद संजय बच्चे को लेकर हरिपुर कला एक गेस्ट हाउस में ले गया.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने रविंद्र और राखी के पड़ोस में रहने वाली सुषमा पत्नी वीरेंद्र, आंगनबाड़ी वर्कर रुबी पत्नी अमित निवासी सीतापुर और सुषमा की समधन अनीता पत्नी सोम प्रकाश, उसकी मुंह बोली बेटी किरन, आशा (पत्नी मनोज निवासीगण कड़च्छ) और संजय एवं उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से बच्चा सकुशल बरामद किया गया है. उनके बीच ढाई लाख रुपए में बच्चा लेने की डील हुई थी. 50 हजार रुपए एडवांस दिए गए थे. किरन, सुषमा और अनीता ने मिलकर बच्चे का अपहरण किया था. आशा और रुबी के माध्यम से संजय को बच्चा सौंपा गया था.
पत्रकार की मदद से खुलासा
स्थानीय पत्रकार नरेश तोमर को उनके कडच्छ मौहल्ला निवासी उनके सहयोगी कैमरामैन हर्ष तिवारी के माध्यम से रविन्द्र कुमार के मौहल्ले की ही एक महिला का फोन आया. उसने बताया कि वह एक बच्चा उन्हें सौंपना चाहती है, लेकिन उसने शर्त रखी कि इस मामले में उसका नाम नहीं आना चाहिए. यह सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को दी गई। उन्हे वह नंबर भी बताया, जिस नंबर से फोन आया था.
बता दें कि, शनिवार को ज्वालापुर के मोहल्ला कड़च्छ में घर में सो रहा एक आठ माह का बच्चा दिनदहाड़े चोरी हो गया था, जिसके बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया था. प्रारंभिक जांच में पता लगा कि जिस समय की ये घटना है, उस वक्त शनि दान मांगने वाला एक बाबा रविंद्र कुमार के घर पर आया था. उस बाबा ने पीले-रंग का कुर्ता और धोती पहनी हुई थी.परिजनों का आरोप था कि इस बाबा के आने के बाद ही बच्चा गायब हुआ है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने बाबा के हूलिए से मिलते-जुलते लोगों को तलाश करना शुरू किया. इस बीच पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज भी लगा. सीसीटीवी फुटेज में एक पुरुष और एक महिला इतने ही छोटे बच्चे को गोद में बैठाकर ले जाते हुए नजर आ रहे थे. पुलिस ने शनि दान मांगने वालों के साथ-साथ अब सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे इन महिला और पुरुष की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने पीड़ित के घर पहुंचकर जानकारी जुटाते हुए जल्द बरामदगी का भरोसा दिलाया था। लेकिन पुलिस की उलझनें तब और बढ़ गई जब किसी भी शनि दान मांगने वाले का संबंध इससे नहीं मिला।
हरिद्वार से शनिवार को अपहृत 8 माह के बच्चे (8 month old child missing from Jwalapur area) महिलाओं को सप्त ऋषि क्षेत्र (Missing child recovered from Sapt Rishi area) से गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि, शनिवार को ज्वालापुर के मोहल्ला कड़च्छ में घर में सो रहा एक आठ माह का बच्चा दिनदहाड़े चोरी हो गया था, जिसके बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया था. प्रारंभिक जांच में पता लगा कि जिस समय की ये घटना है, उस वक्त शनि दान मांगने वाला एक बाबा रविंद्र कुमार के घर पर आया था. उस बाबा ने पीले-रंग का कुर्ता और धोती पहनी हुई थी.
परिजनों का आरोप था कि इस बाबा के आने के बाद ही बच्चा गायब हुआ है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने बाबा के हूलिए से मिलते-जुलते लोगों को तलाश करना शुरू किया. इस बीच पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज भी लगा. सीसीटीवी फुटेज में एक पुरुष और एक महिला इतने ही छोटे बच्चे को गोद में बैठाकर ले जाते हुए नजर आ रहे थे. पुलिस ने शनि दान मांगने वालों के साथ-साथ अब सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे इन महिला और पुरुष की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. इसके साथ ही एसएसपी अजय सिंह ने पीड़ित के घर पहुंचकर जानकारी जुटाते हुए जल्द बरामदगी का भरोसा दिलाया था। पुलिस और एसओजी की टीमों को बच्चा चोरों की तलाश में लगाया गया था.
हरिद्वार के एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी सीसीटीवी और सभी बॉर्डर्स पर चेकिंग अभियान चलाया. पुलिस ने जहां से बच्चा गायब हुआ उसी क्षेत्र पर फोकस किया. जितने भी एंगल्स पुलिस को समझ में आ रहे थे। सभी पर काम किया गया. कई टीमें इस केस के खुलासे के लिए लगाई गई थी
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पुलिस के मुताबिक प्रिटिंग मशीन रिपेयरिंग करने वाले रविंद्र मोहल्ला कड़च्छ में रहते हैं। रविंद्र शनिवार सुबह 9:30 बजे अपने काम पर चला गया। घर पर उनकी पत्नी राखी, पांच साल की बेटी दिव्या और आठ माह का बेटा शिवांग था। शिवांग के सोने के बाद राखी ने उसे बिस्तर में लेटा दिया। जबकि पांच वर्षीय बेटी दिव्या कमरे में ही खेल रही थीं।
राखी घर का काम करने लगी। इसी बीच पीली धोती, जैकेट और सिर पर पगड़ी पहने वेशधारी साधु घर के दरवाजे पर पहुंचा। राखी ने उसे पांच रुपये दिए और वह चला गया। बाहर का दरवाजा बिना कुंडा लगाए बंद कर दिया और खुद छत पर कपड़े डालने चली गई।
बच्चा चोरी होने के बाद आसपास मचा हड़कंप
बताया जाता है कि कुछ देर बाद बेटी दिव्या छत पर जाने लगी। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली एक महिला भी आई और उनके बेटे के बारे में पूछा।
बच्चा चोरी होने के बाद सीसीटीवी देखती पुलिस।
राखी कमरे में गई तो शिवांग गायब था। उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्चा चोरी की सूचना चारों तरफ फैल गई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी पुलिस टीम ले मौके पर पहुंचे।परिवार से जानकारी जुटाने के साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। एसएसपी अजय सिंह घटनास्थल पहुंचे और जानकारी ली।
बच्चा चोरी होने की घटना के बाद जुटी भीड़