जुलाई का टीकाकरण लक्ष्य पूरा,आधी व्यस्क आबादी को लगे कोरोना टीके
भारत ने जुलाई में कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल किया, लेकिन अगस्त के शुरू में 25 करोड़ के टारगेट से चूका: डाटा
टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीन लगवाने के लिए अपनी बारी के इंतजार में बैठे लोग. (फाइल फोटो)
India Coronavirus Vaccination: मई की तुलना में जून के महीने में टीकाकरण में 96% की भारी वृद्धि देखी गई क्योंकि इसी महीने से देश के सभी वयस्क व्यक्तियों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था
नई दिल्ली01 जुलाई. भारत ने जुलाई में 13.5 करोड़ वैक्सीन खुराक देने के लक्ष्य को हासिल कर लिया है, जैसा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने निर्धारित किया था. जुलाई में प्रतिदिन औसतन 43,41,373 खुराक दिए जाने के साथ कुल 13,45,82,577 खुराक दिए गए, जो कि जून के 11,96,69,381 खुराक के मुकाबले 12.5 प्रतिशत ज्यादा है. केंद्र ने 30 मई को देश को भरोसा दिलाया था कि जून में 11,95,70,000 कोरोना-रोधी वैक्सीन खुराक की आपूर्ति की जाएगी. हालांकि जून में कुल आपूर्ति 11.46 करोड़ खुराक रही जो लक्ष्य से थोड़ा कम थी, लेकिन उम्मीद के मुताबिक टीकाकरण का लक्ष्य हासिल हो गया.
जून के महीने में वास्तव में मई की तुलना में 96% की भारी वृद्धि देखी गई क्योंकि इसी महीने से देश के सभी वयस्क व्यक्तियों, या 2011 की जनगणना के अनुमान के अनुसार 94.02 करोड़ भारतीयों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था. मई में कुल 6,10,57,003 टीके की खुराक दी गई. दूसरे शब्दों में कहें, तो प्रतिदिन औसतन 19,69,580 डोज दिए गए.
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50% वयस्कों ने अब तक लगवाया टीका
देश में टीकाकरण अभियान शुरू होने के 197 दिनों के बाद, अब देश में 47,02,98,596 करोड़ या 50% वयस्कों को टीका लगाया जा चुका है. अब तक टीका लगा चुके 50% वयस्कों में से, 39% व्यक्तियों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली है, जबकि 11% का पूरी तरह से टीकाकरण (दोनों खुराक) हो चुका है. 2011 की जनगणना के अनुमान के अनुसार 136.13 करोड़ की कुल भारतीय आबादी में, 34.55% व्यक्तियों को अब तक कोरोना के टीके मिल चुके हैं, उनमें से 27% को पहली खुराक दी गई है, जबकि 7.6% को दोनों खुराक मिले हैं.
आगे कड़ी चुनौती
टीकाकरण की वर्तमान संख्या को देखते हुए, देश की कुल 94.02 करोड़ वयस्क आबादी में से देश में अभी भी 46.99 करोड़ लोग टीकाकरण से अछूते हैं. इसके अलावा, अब तक टीकाकरण किए गए 47 करोड़ में से 36.68 करोड़ को केवल वैक्सीन की पहली खुराक मिली है. वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वालों की तुलना में वैसे लोग जिन्होंने सिर्फ एक ही खुराक ली है उनके कोरोना से पुन: संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है. और 136.13 करोड़ की कुल जनसंख्या के आधार पर, देश में अभी भी 89.1 करोड़ लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है, जिसका अर्थ है कि तीसरी लहर के दौरान यदि ‘कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं किया गया, तो वायरस बहुत बड़ी आबादी पर हमला कर सकता है.
अगस्त के लिए तय 25 करोड़ लक्ष्य से चूकेगा भारत?
भारत अगस्त के लिए निर्धारित टीकाकरण लक्ष्य से चूक जाएगा. टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) में कोविड -19 कार्य समूह के अध्यक्ष डॉॉक्टर एनके अरोड़ा ने 31 मई को कहा था कि कोविशील्ड और कोवैक्सिन की उत्पादन क्षमता में वृद्धि के साथ अगस्त में लगभग 25 करोड़ वैक्सीन खुराक की आपूर्ति किए जाने की संभावना है.
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (SII) ने जून के अंत तक कोविशील्ड की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 10-12 करोड़ खुराक कर दिया है. भारत बायोटेक ने भी जुलाई के अंत तक कोवैक्सिन की आपूर्ति को उसी स्तर तक बढ़ाने का वादा किया है. अरोड़ा ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन के अलावा भारत को अन्य टीका निर्माताओं और रूस से स्पुतनिक-वी वैक्सीन की आपूर्ति भी मिलेगी. हर दिन एक करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था.