कांवड़ यात्रा प्रतिबंध में दिल्ली, हरियाणा और उप्र के श्रद्धालुओं को भेजा गंगाजल
कांवड़ यात्रा स्थगित: कांवड़ियों के लिए हरिद्वार से गंगाजल से भरे 3000 केन बाहरी राज्यों को भेजे
हरिद्वार 25 जुलाई।सावन माह में गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ती है। कांवड़ यात्रा रद्द होने से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के शिवभक्तों के लिए गंगाजल भेजा जा रहा है।
हरिद्वार से बाहरी राज्यों को भेजा गंगाजल
हरिद्वार में कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने से बाहरी राज्यों के शिवभक्तों के हरिद्वार आने पर रोक है। ऐसे में हरिद्वार से केनों में गंगाजल भरकर बाहरी राज्यों को भेजा जा रहा है। रविवार को हरकी पैड़ी पर श्री गंगा सभा की ओर से विधि विधान से पूजन करने के बाद केनों में गंगाजल भरा गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने तीन हजार केन ट्रक से बाहरी राज्यों को भेजा।
सावन माह में गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ती है। कांवड़ यात्रा रद्द होने से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के शिवभक्तों के लिए गंगाजल भेजा जा रहा है। इसके लिए शासन ने व्यवस्था की है। रविवार को हरकी पैड़ी पर श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, नगर आयुक्त जय भारत सिंह समेत कई पदाधिकारियों ने गंगा पूजन कर केनों में गंगा जल भरा।
तीन हजार केन भरने के बाद ट्रक से गंगाजली के केन पश्चिमी यूपी और दिल्ली एवं हरियाणा के शिवालयों के लिए भेजा गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि सरकार की ओर से शिवभक्तों की आस्था का पूरा ख्याल रखा गया है। केन और टैंकरों से गंगाजल बाहरी राज्यों के लिए भेजा जा रहा है।
बॉर्डर से 105 वाहनों को पुलिस ने लौटाया
कांवड़ मेला स्थगित किए जाने के बाद पुलिस बॉर्डर पर लगातार सख्ती बरत रही है। पुलिस ने रविवार को 105 वाहनों को बॉर्डर से वापस भेजा। बॉर्डर पर आनलाइन रजिस्ट्रेशन व आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाने के बाद ही एंट्री दी जा रही है। श्यामपुर थाना प्रभारी अनिल चौहान ने बॉर्डर पर चेकिंग की जिसमें लाहडपुर बॉर्डर से शाम चार बजे तक 45 व चिड़ियापुर बॉर्डर से 60 वाहनों को वापस भेजा गया।
कोविड नेगेटिव रपट न होने से पहले दिन ढाई हजार से अधिक यात्री किये वापस
कोविड के चलते कांवड़ मेले पर प्रतिबंध के बावजूद श्रावण मास के पहले दिन पुलिस ने हरिद्वार जनपद की सीमा के अलग-अलग बार्डर से ढाई हजार से अधिक यात्रियों को वापस भेजा। भगवानपुर समेत सभी बार्डर पर वाहनों की कतार लगी रही। इन वाहनों में सवार यात्रियों के पास ना तो आरटीपीसीआर रिपोर्ट थी और ना ही हरिद्वार आने के लिए स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन था। वहीं पुलिस अधिकारी भी बार्डर पर जाकर व्यवस्था और सुरक्षा का जायजा लेते रहे।
रविवार को सावन मास के पहले दिन को देखते हुए बार्डर पर पुलिस पूरी तरह से सतर्क रही। भगवानपुर के काली नदी चेक पोस्ट, मंडावर बार्डर एवं तेज्जूपुर पुलिस चेकपोस्ट से 314 वाहनों को वापस भेजा गया। जिनमें 1600 से अधिक यात्री सवार थे। इसके अलावा झबरेड़ा के बीरपुर बार्डर से 35 वाहन तथा गोकुलपुर बार्डर से 45 वाहनों को वापस भेजा गया। इन वाहनों में साढ़े पांच सौ से अधिक यात्री थे। इसके अलावा नारसन बार्डर से भी 53 वाहन वापस भेजे गये। इन वाहनों में भी करीब ढाई सौ लोग सवार थे। कई जगहों पर वाहन रोकने के चक्कर में यात्रियों से विवाद भी होता रहा। लेकिन, पुलिस कर्मी किसी दबाव में नहीं आए। आने वाले दिनों में बार्डर पर और भी भीड़ बढ़ने की संभावना है। भगवानपुर, नारसन और झबरेड़ा बार्डर के अलावा उत्तरप्रदेश से गांव के बीच होकर हरिद्वार जनपद की ओर आने वाले रास्तों को भी चिह्नित कर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इन जगहों पर भी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
सुपर जोन प्रभारी ने लिया बार्डर का जायजा
झबरेड़ा : कांवड़ यात्रा स्थगित होने के बाद जिले को कई जोन में बांटा गया है। झबरेड़ा, नारसन व भगवानपुर जोन का सुपर जोन प्रभारी एसपी हरीश वर्मा को बनाया गया है। वहीं जोन प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक दीपक सिंह को बनाया गया है। सुपर जोन प्रभारी और जोन प्रभारी ने रविवार को झबरेड़ा के बीरपुर, गोकुलपुर बार्डर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना गाइडलाइन व व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी इंस्पेक्टर विपिन चंद्र पाठक ने बताया कि श्यामपुर थानाक्षेत्र में चिड़ियापुर बॉर्डर, लाडपुर से भी वाहनों में बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के आने वाले यात्री लौटाए गए हैं। नारसन बॉर्डर पर रोकने के बाद दो बाइक सवारों ने चोर रास्ते से जनपद की सीमा में घुसने का प्रयास किया। उन्हें मोहम्मदपुर झाल के पास रोक लिया गया