कर्नाटक में लव जिहाद को हाईवे, विवाह पंजीकरण ऑनलाइन, विरोध
Karnataka Bengaluru Online Marriage Registration Controversy Hindu Alleged Of Love Jihad And Dharmantaran(conversion)
हिंदू लड़कियां होंगी शिकार, बढ़ेगा लव जिहाद और धर्मांतरण? कर्नाटक में ऑनलाइन मैरिज रजिस्ट्रेशन पर मचा घमासान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि अब आपको अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन कराने को सब रजिस्ट्रार ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि विवाहों के ऑनलाइन पंजीकरण का प्रावधान किया जाएगा।
बैंगलुरू 10 जुलाई। कर्नाटक सरकार ने नया आदेश दिया है कि शादी की रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होंगे। अब विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ों को शादी के रजिस्ट्रेशन को रजिस्ट्रार के दफ्तर तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऑनलाइन पंजीकरण गुप्त रहेगा और उसे कोई नहीं देख पाएगा। सिद्धारमैया सरकार के इस फैसले को लेकर कर्नाटक में नई बहस छिड़ गई है। भाजपा ने इसका विरोध किया है और कहा है कि इस तरह से कर्नाटक में लव-जिहाद बढ़ जाएगा।
कावेरी 2.0 सॉफ्टवेयर ऐप से होगा रजिस्ट्रेशन
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, कावेरी 2.0 सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन से शादी का पंजीकरण होगा। विवाह का पंजीकरण बापू सेवा केंद्रों और ग्राम वन केंद्रों पर भी किया जा सकता है। अब तक विवाह का पंजीकरण केवल उप निबंधन कार्यालयों में ही होता था।
हिंदू संगठन और भाजपा नाराज
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के इस कदम से हिंदू संगठन और भाजपा में नाराजगी है। बजट पेश होने के तुरंत बाद कर्नाटक भाजपा इकाई ने इस प्रावधान पर आपत्ति जताई थी। हिंदू कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे हिंदू युवा लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ लव-जिहाद करने वाले तत्वों को मदद मिलेगी।
लव-जिहाद को प्रोत्साहन
सूर्यनारायण ने कहा, सरकार को इसे लागू नहीं करना चाहिए और विवाह पंजीकरण के लिए पुरानी पद्धति को जारी रखना चाहिए। श्री राम सेना के संस्थापक प्रमोद मुथालिक ने कहा कि सरकार के फैसले के बाद लव-जिहाद के मामलों की संख्या बढ़ जाएगी। उन्होंने कांग्रेस सरकार से विवाह के ऑनलाइन पंजीकरण की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया।
कांग्रेस कर रही धर्म परिवर्तन कराने का षड्यंत्र
सूर्यनारायण ने बताया कि कई वर्गों में गरीब लोग हैं उनकी अनदेखी की गई है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा प्रदान करने का यह कदम कांग्रेस का धर्म परिवर्तन कराने की साजिश प्रतीत होता है। इससे माता-पिता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
हिंदू लड़कियां बनेंगी निशाना
संगठनों ने कहा कि इस प्रावधान के कारण हिंदू लड़कियां अधिक संख्या में लव-जिहाद का शिकार बनेंगी। विवाहों के ऑनलाइन पंजीकरण के प्रस्ताव को वापस लिया जाना चाहिए और पिछली प्रणाली को जारी रखा जाना चाहिए। ऐसी संभावना है कि कुछ मुस्लिम और ईसाई युवा माता-पिता की जानकारी के बिना हिंदू लड़कियों के साथ अपनी शादी का ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि अगर माता-पिता की जानकारी के बिना उन विवाहों को कानूनी मंजूरी मिल जाती है तो इससे लव-जिहाद को मदद मिलेगी।
एक वर्ग को खुश करने की कोशिश
अखिल भारतीय बजरंग दल के सह-संयोजक सूर्यनारायण ने कहा कि संगठन की ओर से हम निश्चित रूप से इस फैसले का विरोध करेंगे। दूसरी बात यह कि यह व्यवस्था अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा, अगर हम राज्य के बजट पर नजर डालें तो इसमें केवल एक वर्ग को खुश करने की कोशिश की गई है, कई सुविधाएं जानबूझकर केवल अल्पसंख्यकों के लिए बनाई गई हैं और यह एक गंभीर मामला है।
आपत्ति का प्रावधान नहीं
प्रमोद मुथालिक ने कहा ऑफलाइन पंजीकरण में आपत्ति के लिए प्रावधान था। लेकिन ऑनलाइन पंजीकरण में आपत्तियों का कोई प्रावधान नहीं है इसमें धोखाधड़ी की संभावना अधिक है। सीधे रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर विवाह पंजीकृत कराने की प्रक्रिया उचित तरीका है। उन्होंने मांग की कि ऑनलाइन विवाह पंजीकरण प्रणाली किसी भी कीमत पर लागू नहीं की जानी चाहिए।