कर्नाटक कांग्रेस कॉलेजों में उतरी हिजाब के समर्थन में, हिंदू संगठनों के भगवा गमछे से हलचल

बढ़ते हिजाब विवाद के जवाब में अब कर्नाटक में भगवा गमछा।

विवादास्पद टीपू सुल्तान की जयंती सरकारी खर्च पर मनाकर अपना  मुस्लिम वोट बैंक मजबूत करने वाले सिद्धारमैया तब भड़क गए जब मुस्लिम छात्राओं के कक्षाओं में हिजाब के जवाब में हिंदू सेना ने पूरे कर्नाटक में भगवा गमछे का अभियान छेड़ दिया।

कर्नाटक में और बढ़ा हिजाब विवाद:बैंदूर में हिंदू लड़कों को भगवा शॉल पहनाने का चला कैंपेन, कुंडापुर में 40 मुस्लिम लड़के धरने पर बैठे

बैंगलुरू 04 फरवरी।कर्नाटक में हिजाब पहनने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार सुबह कुंडापुर के भंडारकर कॉलेज के गेट पर 40 लड़कियां हिजाब पहनकर पहुंचीं, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं मिली। वहीं, दूसरी तरफ जिले के बैंदूर कस्बे में हिंदू लड़कों को स्कूल में एंट्री करने से पहले  भगवा शॉल पहनाया गया। मामला शासकीय प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज का है, जहां हिंदू संगठनों ने भगवा शॉल कैम्पेन शुरू किया है।

हिजाब के सपोर्ट में मुस्लिम धरने पर

कट्टरपंथियों के दबाव में आकर कुंडापुर के भंडारकर कॉलेज ने अपने इंस्ट्रक्शन मेन्युअल में निर्देश शामिल कर लिया था कि लड़कियों को हिजाब पहनने की अनुमति रहेगी, लेकिन उसका कलर स्कूल यूनिफॉर्म के रंग का होना चाहिए। लेकिन लड़कियों को कक्षा में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं होगी। वे कॉलेज कैंपस में हिजाब पहन सकेंगी। लड़कियों को एंट्री न मिलने के बाद करीब 40 मुस्लिम लड़के भी उनके सपोर्ट में कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करने बैठ गए।

हिजाब बनाम भगवा गमछा बन चुका यह विरोध अब तक हुबली, उडुपी, कुंडापुर के स्कूल और कॉलेज में सामने आ चुका है। (फाइल फोटो)

हिजाब पर कर्नाटक के मंत्रियों के दो बयान

कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने हिजाब विवाद पर कहा है कि बच्चों को स्कूलों में हिजाब या भगवा शॉल पहनकर नहीं आना चाहिए। वे यहां भारत माता के बच्चों की तरह आएं। अपने धर्म का पालन करने नहीं बल्कि समानता की शिक्षा लेने आएं। वहीं दूसरी ओर राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि वे (एक खास समुदाय) पहले हिजाब नहीं पहनते थे, ये समस्या महज 20 दिन पहले ही शुरू हुई है।

छात्राओं के समर्थन में आए पूर्व CM सिद्धारमैया

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया मुस्लिम छात्राओं के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि हिजाब मुस्लिमों का मौलिक अधिकार है। शिक्षा मौलिक अधिकार है। अगर उन्हें स्कूल आने से रोका जाता है उनके मौलिक अधिकार का हनन है। लड़कियां मुस्लिम हैं, सिर्फ इसलिए उन्हें शिक्षा प्राप्त करने से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।

 

कॉलेज में हिजाब के विरोध में उतरे स्टूडेंट, भगवा गमछा पहन कर पहुंचे कॉलेज, सकते में प्रबंधन

मुस्लिम छात्र हिजाब पहनकर कॉलेज आ रही थीं।
कर्नाटक के एक कॉलेज में स्टूडेंट भगवा गमछा पहन कर आ रहे हैं। स्टूडेंट हिजाब का विरोध करने के लिए के लिए ऐसा कर रहे है। दरअसल कर्नाटक के कोप्पा का एक सरकारी डिग्री कॉलेज प्रबंधन एक अजीब स्थिति का सामना कर रहा है। जहां मुस्लिम स्टूडेंटों के कॉलेज में हिजाब पहनकर आने पर उसका विरोध करने के लिए स्टूडेंटों का एक समूह भगवा स्कार्फ पहनकर कॉलेज आने लगा है। 10 जनवरी तक अपने हिसाब से ड्रेस पहनकर आने की अनुमति मिलने का बाद छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज पहुंची। जिसके बाद से ये विवाद जारी है।

कॉलेज के प्राचार्य अनंत मूर्ति ने पीटीआई से कहा है कि हमने 10 जनवरी को अभिभावकों और शिक्षकों की मीटिंग बुलाई लेकिन मीटिंग में ड्रेस कोड को लेकर सहमति नहीं बन पाई। उन्होंने कहा वर्तमान में कॉलेज प्रशासन की ओर से छात्र-छात्राओं को अपनी मर्जी से कपड़े पहनने की अनुमति दी गई है। साथ ही कॉलेज के प्राचार्य अनंत मूर्ति ने कहा कि तीन साल पहले भी इसी तरह की बैठक में निर्णय हुया था। तब सभी ने इस निर्णय पर सहमति बन गयी थी और इसका पालन भी किया जा रहा था।

सब कुछ कॉलेज में सुचारू रूप से चल रहा था लेकिन अचानक कुछ स्टूडेंट स्कार्फ पहनकर कक्षा में आने लगे। उनके द्वारा कुछ छात्राओं की ड्रेस कोड पर आपत्ति जाहिर की गई है। बीकॉम द्वितीय वर्ष के स्टूडेंट विनय कोप्पा ने इस संबध में आरोप लगाया है कि मुस्लिम स्टूडेंट हिजाब पहनकर कॉलेज आ रही थीं।

इस मुद्दे को लेकर स्टूडेंट का तर्क है कि पहले कॉलेज में इसी तरह का विवाद तीन साल पहले भी सामने आया था और उस समय यह तय किया गया था कि कोई भी छात्रा हिजाब पहनकर कॉलेज न आए। लेकिन पिछले कुछ दिनों से कुछ मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज आ रही हैं। इसके बाद कुछ स्टूडेंट्स ने कॉलेज में भगवा स्कार्फ पहनकर आने का निर्णय लिया है।

हाईकोर्ट 8 फरवरी को करेगा सुनवाई

मामला जनवरी का है, जब उडुपी के एक कॉलेज में 6 मुस्लिम छात्राएं क्लासरूम में हिजाब पहनने पर अड़ गई थीं। कॉलेज के प्रिंसिपल रूद्र गौड़ा ने कहा था कि छात्राएं कॉलेज कैम्पस में हिजाब पहन सकती हैं, लेकिन क्लासरूम में इसकी इजाजत नहीं है। इसके बाद एक स्टूडेंट की मां ने संविधान के अनुच्छे 14 और 25 का हवाला देकर इसे मौलिक अधिकार का हनन बताते हुए याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई 8 फरवरी को होनी है।

 

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