काशीपुर उपद्रव:धारा 163,नदीम अख्तर समेत 8 पकड़े,400 की तलाश,बुलडोजर चालू

काशीपुर उपद्रव में प्रशासन का बुलडोजर, कई घरों के काटे बिजली कनेक्शन, क्षेत्र में धारा 163, उपद्रव मामले में बड़ा एक्शन, मुख्य आरोपित समेत 7 पकड़े, 10 और हिरासत में,400 पर मुकदमा

काशीपुर 22 सितंबर 2025। काशीपुर के मोहल्ला अल्ली खां में प्रशासनिक कार्रवाई चल रही है।  काशीपुर में बिना अनुमति जुलूस में पुलिस कर्मियों से मारपीट और सरकारी वाहन तोडने में काशीपुर पुलिस ने जुलूस लीडर समेत 7 को पकड़ा है. आरोपितों पर  अग्रिम कार्रवाई हो रही है.  सीसीटीवी फुटेज देखकर आरोपित चिह्नित किए जा रहे है.  10 संदिग्धों से पूछताछ हो रही है.

उधम सिंह नगर के काशीपुर थाना क्षेत्र में बिना अनुमति जुलूस निकालने और जुलूस में पुलिस पर हमला कर सरकारी वाहन तोडने  में काशीपुर पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित 8 जन पकड़े हैं

पुलिस के अनुसार, 21 सितंबर रात काशीपुर थाना क्षेत्र के बांसफोड़ान चौकी क्षेत्र स्थित अल्लीखां चौक पर नदीम अख्तर ने अपने लगभग 400–500 साथियों से मिलकर सभा की. सभा समाप्ति पर भीड़ ने अचानक नारे, बैनर और पोस्टरों के साथ जुलूस निकाला, जो वाल्मीकि बस्ती की तरफ से शहर की ओर बढ़ा.  सूचना पुलिस को हुई तो लोगों से बिना अनुमति जुलूस न निकालने को कहा गया. लेकिन जुलूस आगे बढ़ा और लाठी-डंडों और पत्थरों से पुलिस पर हमला कर सरकारी वाहन तोड़ दिये । तब काशीपुर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक अनिल जोशी की लिखित शिकायत  पर जुलूस नेता नदीम अख्तर समेत 400 से 500 अज्ञात पर मुकदमा लिखा गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत  मिश्रा ने उपद्रव स्थल देख आरोपित चिह्नित कर कार्रवाई को कहा । तभी से काशीपुर पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज देख आरोपित चिह्नित करने में जुटी थी.

पुलिस टीम ने मास्टरमाइंड नदीम अख्तर समेत 7 जन पकड़े हैं . जबकि 10 संदिग्धों से टीम पूछताछ कर रही है. प्रशासनिक अधिकारी, नगर निगम और बिजली विभाग क्षेत्र में अवैध कृत्यों पर त्वरित कार्रवाई कर रहे है. क्षेत्र में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 प्रभावी कर  शांति और कानून-व्यवस्था को अतिरिक्त पुलिस बल तैनात  है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मिश्रा ने कहा कि कानून व्यवस्था किसी भी स्थिति में बाधित नहीं होने देंगें. पुलिस पर हमला कर सार्वजनिक शांति बिगाड़ने वाले उपद्रवियों पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी. उन्होंने जन अपील की कि शांति बनाए रखें, अफवाहों से दूर रहें और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें.

गिरफ्तार आरोपित:

1-मौहम्मद अशद( पुत्र शहादत हुसैन, निवासी मझरा गली नं. 5, थाना काशीपुर, उम्र 18 वर्ष)
2-कामरान (पुत्र मौहम्मद उवैध, निवासी लक्ष्मीपुर पट्टी मझरा, थाना काशीपुर, उम्र 19 वर्ष)
3-मोईन रजा (पुत्र निजामुद्दीन, निवासी मौहल्ला मझरा वार्ड नं. 26, थाना काशीपुर, उम्र 26 वर्ष)
4-दानिश अली (पुत्र मौहम्मद नबी, निवासी बाँसफोड़ान, थाना काशीपुर, उम्र 28 वर्ष)
5-नदीम अख्तर (पुत्र अब्दुल सत्तार निवासी राजा कॉलोनी निकट मंडी थाना)

सोमवार को काशीपुर में राजस्व विभाग, नगर निगम, विद्युत विभाग, प्रदुषण विभाग और पुलिस की सयुंक्त टीम ने मोहल्ला अल्ली खां में बड़ी कार्रवाई की. अवैध संचालित बिजली के 17 घरेलु कनेक्शन काटे. इसमें 11 पर एफआईआर लिखी गई. एक मामले में नियमानुसार जनाधार केंद्र संचालित ना करने पर केंद्र की आईडी निरस्त करने संस्तुति हुई है.

चला बुलडोजर: नगर निगम ने नाली पर अस्थायी अतिक्रमणकारी 35-40 घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की. ट्रेड लाइसेंस मिलने पर चालान कर 16 हजार का अर्थ दंड वसूला गया. एक बेकरी के प्रदूषण मानक पूर्ण ना करने पर प्रदूषण विभाग ने कार्रवाई की. जिला विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्मित 12 संरचनाओं का चालान किया गया.

धारा 163 लागू: वहीं काशीपुर में बीती देर रात जुलूस के दौरान पुलिस के साथ की गई अभद्रता और मारपीट के बाद प्रशासन द्वारा चुंगी तिराहा बांसफोडान से किला तिराहा तक अल्ली खां और कर्बला विजयनगर में शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक बीएनएस की धारा 163 (पूर्व में धारा 144) तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है.

प्रतिबंध:  धारा 163 में कोई भी व्यक्ति अनावश्यक  घर से बाहर नहीं निकलेगा और सार्वजनिक स्थान पर चार से अधिक व्यक्ति एकत्र नहीं होंगे. किसी भी तरह के जुलूस पर बिना अनुमति पूरी पाबंदी रहेगी. कैसा भी विस्फोटक पदार्थ और शस्त्र लेकर कोई भी व्यक्ति नहीं चलेगा.

मामला: रविवार रात काशीपुर के मोहल्ला अल्ली खां में सैकड़ों युवा तख्तियां ले जुलूस निकाल रहे थे। उसमें अराजकता फैल गई. सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस गाड़ी पहुंची. उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया. पत्थर लगने से वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ और एक सिपाही घायल हुआ. पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो उपद्रवियों ने काशीपुर कोतवाली के वरिष्ठ पुलिस उपनिरीक्षक से मारपीट कर दी.

पुलिस गाड़ी पर पथराव:  काशीपुर के मोहल्ला अल्ली खां में मुस्लिम समाज के जुलूस में उपद्रव हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस  पहुंची. पुलिस ने उपद्रवियों को समझाया, लेकिन कोई भी पुलिस की सुनने को तैयार नहीं था. कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पथराव से पुलिस की गाड़ी के शीशे टूट गये.

पुलिस और उपद्रवियों में झड़प:  इस बीच पुलिस और उपद्रवियों में झड़प हुई जिसमें एक सिपाही  घायल हो गया. मामला बिगड़ता देख उच्चाधिकारी भी पहुंचे और अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाई.

पुलिस को करना पडा़ लाठीचार्ज: पहुंचा क्षेत्राधिकारी दीपक सिंह के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस फोर्स ने भीड़ तितर-बितर करने को लाठियां फटकारी जिससे युवक इधर-उधर भाग खड़े हुए.

क्षेत्र में तनाव: फिलहाल मोहल्ले अल्ली खां में तनावपूर्ण शांति है. काशीपुर और आसपास के थाना क्षेत्रों से पुलिस बल बुलाकर लगा दिया गया है, ताकि दोबारा स्थिति न बिगड़े.

बिना अनुमति निकला था जुलूस: पुलिस अधीक्षक अभय सिंह के अनुसार नदीम अख्तर ने बिना प्रशासनिक अनुमति जुलूस निकाला था.  जांच हो रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी से आगे कार्रवाई होगी.

पुलिस आरोपितों की तलाश में : पुलिस पर पथराव और गाड़ी का शीशा तोड़ने वाले युवक को पहचानने की कोशिश है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही पुलिस पर पथराव करने  और क्षेत्रीय वातावरण खराब करने वाले पकड़े जाएगें. पुलिस अधीक्षक अभय सिंह ने साफ किया है कि कानून व्यवस्था किसी भी सूरत में बिगड़ने नहीं दी जाएगी. वीडियो के आधार पर धरपकड़ शुरू हो गई है.सावधानी को पुलिस और पीएसी तैनात की गयी है. पुलिस और जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने काशीपुर पहुंच कर बैठक की है. नदीम अख्तर सहित  दो नामांकितों और बाकी अज्ञात पर मुकदमा लिखा गया है। वीडियो और अन्य फुटेज आधार पर पुलिस टीमें लगातार छापे मार रही है.

I Love Muhammad  जुलूस निकालते लोगों का पुलिस पर पथराव, इंस्पेक्टर की वर्दी के स्टार नोचे

उन्नाव के शुक्लागंज में आई लव मोहम्मद के जुलूस में पुलिस पर पथराव किया गया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल होने से बाल-बाल बचे। प्रदर्शनकारियों ने इंस्पेक्टर की वर्दी के स्टार तक नोच डाले। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा और कई लोगों को हिरासत में लिया जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है।

आई लव मोहम्मद (I Love Muhammad) को लेकर शुक्लागंज में जुलूस निकालने के दौरान पुलिस पर पथराव कर दिया गया। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल होते बचे। प्रदर्शनकारियों ने इंस्पेक्टर के स्टार तक नोच डाले।

दरअसल, रविवार रात आई लव मोहम्मद को लेकर शुक्लागंज में काफी संख्या में लोग जुलूस निकाल रहे थे। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस मनोहर नगर पहुंची। उन्हें जुलूस निकालने से रोका गया। तभी लोगों ने पुलिसकर्मियों से बहसबाजी शुरू कर दी। यह बहसबाजी नोकझोंक में बदल गई। लोगों को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने लाठी पटककर उन्हें खदेड़ा। लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।

गंगाघाट इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल होते बचे। इस दौरान लोग पुलिस से हाथापाई पर आमादा हो गए। आक्रोशित लोगों ने गंगाघाट कोतवाल अजय कुमार सिंह की वर्दी के स्टार तक नोच डाले। पथराव के दौरान कई पुलिसकर्मी बचाव करते हुए इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने लाठी चला कर भीड़ को खदेड़ा।

मामले में लगभग आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है जिसमें कुछ महिलाएं भी हैं। सीओ बीघापुर मधुपनाथ मिश्रा, सीओ सफीपुर सोनम सिंह समेत अन्य थानों की पुलिस फोर्स मौजूद है। पुलिस हिरासत में लिए लोगों से पूछताछ कर रही है।

बिना अनुमति निकाला जुलूस
इंटरनेट मीडिया से प्रेरित होकर मुस्लिम समुदाय के कुछ युवाओं ने आइ लव मुहम्मद के नारे लिखे हुए बैनर और पोस्टर लेकर शहर के साबितगंज से रविवार को दोपहर बाद जुलूस निकाल दिया। बिना अनुमति के जुलूस निकाले जाने को लेकर पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यह सभी किशोर उम्र के थे। किशोरों को पकड़े जाने के बाद साबितगंज मुहल्ले से मुस्लिम समुदाय के लोग कोतवाली पहुंच गए और उसके बाद पीस कमेटी की बैठक बुलाई गई जिसमें व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष आलोक दीक्षित, कामिल कुरेशी, हबीब हंसारी आदि नेताओं को बुलाकर प्रभारी निरीक्षक यशवंत सिंह ने वार्ता की और उसके बाद कोई जुलूस न निकालने का आश्वासन दिया गया। पुलिस ने सभी किशोरों को छोड़ दिया। यशवंत सिंह ने बताया कि कुछ किशोरों ने इंटरनेट मीडिया से प्रेरित होकर जुलूस निकाल दिया था। इनको रोका गया है। बगैर अनुमति के कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा।

यहां से शुरू हुआ मामला
कानपुर के रावतपुर के सैय्यद नगर में रामनवमी शोभायात्रा गेट के सामने टट्टर पर आइ लव मोहम्मद का बोर्ड लगाने को लेकर चार सितंबर को हंगामा हुआ था। एसीपी रंजीत कुमार ने लोगों को समझाकर मामला शांत का प्रयास किया। नाराज हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता आइ लव मोहम्मद का बैनर हटाए जाने की मांग को लेकर अड़े रहे। करीब दो घंटे बाद बोर्ड को हटाया गया। इसके बाद एसआइ पंकज शर्मा ने 10 सितंबर को शराफत हुसैन, शबनूर आलम, बाबू अली, मोहम्मद सिराज, फजलू रहमान, इकराम अहमद, इकबाल, बंटी, कुन्नू कबाड़ी, 10-15 अज्ञात, दो वाहनों के नंबर पर सवार अज्ञात के खिलाफ रावतपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उनके अनुसार, चार सितंबर की शाम सैयदनगर में जफर वाली गली के सामने मुस्लिम समुदाय ने बारावफात की रोशनी कार्यक्रम के लिए आइ लव मोहम्मद का लाइट बोर्ड सजाए गए गेट के सामने रास्ते पर लगाया गया था।

इसलिए हुआ केस
मुकदमा बारावफात की रोशनी कार्यक्रम में बिना अनुमति गेट बनाने और भंडारे का बैनर फाड़ने पर हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार कोई निर्दोष है तो उसका नाम विवेचना से हटाया जाएगा। बोर्ड पूर्व में कभी नहीं लगा, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो बोर्ड दूसरी जगह लगवाकर मामला शांत करा दिया गया, लेकिन पांच सितंबर को बारावफात जुलूस निकालने के दौरान रावतपुर गांव की हिंदू बस्ती में मुस्लिम समुदाय के कुछ अज्ञात युवकों ने भंडारे के बैनर को डंडों से फाड़ दिया, लेकिन मुस्लिम समुदाय ने आइ लव मोहम्मद लिखे होने पर मुकदमा होना समझा और अब विरोध करने लगे।

कानपुर से उठे ‘I Love Muhammad’ ट्रेंड पर मचा बवाल, आखिर क्यों देशभर में मुस्लिम निकाल रहे हैं जुलूस?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में बारावफात जुलूस में लगे I Love Muhammad बोर्ड से शुरू हुआ विवाद अब देशभर में फैल गया है. उन्नाव, बरेली, लखनऊ, महाराजगंज समेत कई शहरों में मुस्लिम समाज जुलूस निकाल रहा है, जिसमें कई जगह पुलिस से टकराव और पथराव भी हुआ. आखिर क्या है ये विवाद, कहां से हुआ शुरू? आइए जानते हैं.

अहमदाबाद में AIMIM के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के विरोध में प्रदर्शन किया
What is I Love Muhammad row and why did it spark protests: उत्तर प्रदेश के उन्नाव, बरेली, कौशांबी, लखनऊ, महाराजगंज जैसे शहरों के अलावा उत्तराखंड के काशीपुर और तेलंगाना के हैदराबाद समेत देश के कई शहरों में ‘I Love Muhammad’ के समर्थन में मुस्लिम समाज सड़कों पर उतर आया है. जगह-जगह जुलूस भी निकाले जा रहे हैं. इस दौरान कई जगह पुलिस और मुस्लिमों का आमना-सामना भी हुआ है.

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में जुलूस में पुलिस पर पथराव का आरोप सामने आया है. यहां महिलाओं ने पुलिस की लाठियां छीनीऔर पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाकर पथराव किया गया. सवाल ये है कि अचानक I Love Muhammad को लेकर मुस्लिम समाज जुलूस क्यों निकाल रहा है? आखिर ऐसा क्या हुआ है कि मुसलमान I Love Muhammad को लेकर सड़कों पर आ रहे हैं?

इस पूरे विवाद की पटकथा उत्तर प्रदेश के कानपुर में लिखी गई. यहां बारावफात के जुलूस के दौरान ‘I Love Muhammad’ के साइन बोर्ड पर ऐसा विवाद हुआ, जिसका असर अब यूपी समेत देश के अलग-अलग शहरों में दिखने लगा

Kanpur Controversy: Stone-pelting by children, tension spread across three states.
‘आई लव मोहम्मद’ जुलूस… कानपुर से नागपुर तक क्यों तनाव?
I Love Muhammad Protest.
‘आई लव मोहम्मद’ पर उबाल… बरेली से नागपुर तक जबरदस्त प्रोटेस्ट
Controversy spreading from Kanpur, stone-pelting in several districts.
UP से उत्तराखंड तक… अवैध पोस्टर मार्च पर कई जिलों में जमकर बवाल-पथराव
कानपुर में I Love Muhammad साइन बोर्ड को लेकर विवाद क्या था?
I Love Muhammad को लेकर पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक विवाद हुआ. ये पूरा मामला 5 सितंबर के दिन सामने आया था. कानपुर के रावतपुर में बारावफात जुलूस निकाला जा रहा था. जिस रास्ते पर जुलूस निकाला जा रहा था, उसी रास्ते पर एक जगह I Love Muhammad का साइन बोर्ड लगा दिया गया. इसको लेकर हिंदू पक्ष ने विरोध किया और आरोप लगाया कि यहां नई परंपरा शुरू की जा रही है. कानपुर में ये बवाल बढ़ता उससे पहले पुलिस सक्रिय हो गई.

क्या पुलिस ने कराया था समझौता?
जैसे ही I Love Muhammad साइन बोर्ड को लेकर विवाद शुरू हुआ, पुलिस मौके पर पहुंच गई और दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया गया. कानपुर पुलिस के डीसीपी दिनेश त्रिपाठी के मुताबिक, सरकार का नियम है कि जुलूस में किसी तरह की नई परंपरा नहीं डाली जाएगी. मगर बारावफात के जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने नई परंपरा डालते हुए परंपरा वाली जगह से टेंट हटाकर नई जगह लगाया और I Love Muhammad का पोस्टर भी लगाया. डीसीपी दिनेश त्रिपाठी के मुताबिक, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विवाद का खात्मा किया और पुरानी परंपरा वाली जगह पर ही टेंट और साइन बोर्ड लगवा दिया. इस दौरान डीसीपी ने साफ किया कि I Love Muhammad को लेकर कोई भी केस दर्ज नहीं किया गया है.

मुस्लिम और हिंदू पक्ष ने लगाए एक दूसरे पर आरोप
कानपुर में मुस्लिम पक्ष ने आरोप लगाया कि उसका साइन बोर्ड फाड़ा गया था. हिंदू पक्ष ने आरोप लगाया कि मुस्लिम पक्ष के जुलूस में शामिल लोगों ने उनके धार्मिक पोस्टर फाड़े. पुलिस के बीच-बचाव बाद लगा कि मामला शांत हो गया, पर तभी एक नई घटना सामने आ गई.

कानपुर पुलिस की FIR के बाद बवाल
मामले में ट्विस्ट तब आया जब कानपुर पुलिस ने 9 सितंबर को दो दर्जन से अधिक लोगों पर मुकदमा लिखा. मुकदमा बारावफात के जुलूस में I Love Mohammad  बोर्ड बनाकर नई परंपरा शुरू कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने पर लिखा गया. रिपोर्ट के अनुसार कानपुर के रावतपुर थाना क्षेत्र के मामले में 9 नामजद और 15 अज्ञात लोगों पर मुकदमा हुआ.

थाना रावतपुर में सैयद नगर मोहल्ले से बारावफात का एक परंपरागत जूलूस निकलना था। मोहल्ले के कुछ लोगों ने परंपरागत स्थान से अलग हटकर एक टेंट लगा दिया तथा उस पर आई लव मोहम्मद का बैनर लगा दिया जिसका एक पक्ष ने विरोध किया । उपरोक्त सूचना पर रावतपुर थाने… pic.twitter.com/OVTkIRQ7mh

ओवैसी के एक्स पोस्ट से मामला बढ़ा
15 सितंबर को AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक एक्स पोस्ट कोट करते पोस्ट लिखी. इसमें उन्होंने कानपुर पुलिस को टैग करते हुए लिखा कि I Love Mohammad कहना जुर्म नहीं है. अगर है तो इसकी हर सजा मंजूर है. ओवैसी ने जो एक्स पोस्ट कोट की, उसमें भी दावा था कि मुस्लिम पक्ष की ओर से कथित तौर पर नई परंपरा शुरू करने को लेकर पुलिस ने केस किया है.

I LOVE MOHAMMAD ﷺ @adgzonekanpur ये जुर्म नहीं है। अगर है तो इसकी हर सज़ा मंज़ूर है।

तुम पर मैं लाख जान से क़ुर्बान या-रसूल
बर आएँ मेरे दिल के भी अरमान या-रसूल

क्यों दिल से मैं फ़िदा न करूँ जान या-रसूल
रहते हैं इस में आप के अरमान या-रसूल https://t.co/8kKWY22zHC

कानपुर पुलिस ने क्या कहानी बताई?
वहीं कानपुर पुलिस ने दावा किया है कि आई लव मोहम्मद के लिखने या बैनर लगाने पर कोई FIR नहीं हुई, बल्कि परंपरागत स्थान से अलग हटकर नए स्थान पर बैनर लगाने और जुलूस निकालते लोगों के सनातनी बैनर फाड़ने पर हुई है. कानपुर पुलिस ने अनुरोध किया कि इस संबंध में कोई भ्रांति न फैलाए.

कानपुर पुलिस की सफाई जब तक आती, तब तक देशभर में I Love Muhammad हैशटैग ट्रेंड करने लगा. देशभर में जगह-जगह मुस्लिम समाज इसके समर्थन में जुलूस निकाल रहा है. ऐसा ही जुलूस उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भी निकाला गया, जिस दौरान टकराव देखने को मिला है.

भाजपा और सपा आमने-सामने
हालांकि, पूरे मामले पर सपा और भाजपा आमने-सामने हैं. सपा प्रवक्ता अमीक जमाई कह रहे हैं कि यह पूरी तरह से पुलिस का फेलियर है और चाहे आई लव श्री राम हो और आई लव मोहम्मद हो बोलने की आजादी होनी चाहिए तो वहीं भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कह रहे हैं कि आप यूपी में कोई पुलिस की वर्दी को हाथ लगाएगा या कानून भंग करने की कोशिश करेगा तो तुरंत कार्रवाई होगी. मौलाना सुफियान निजामी ने इस पूरे मामले पर FIR वापस लेने की मांग की है.

कानपुर में I Love Muhammad का बैनर पोस्टर लगाने पर करीब 20 से 25 लोगों पर FIR दर्ज हुई है. उन्नाव में भी बीती रात मुस्लिम मोहल्लों में दूसरे समुदाय के युवकों ने हाथों में I Love Muhammad के बैनर पोस्टर लेकर धार्मिक नारों के साथ जुलूस निकाला और आक्रोश व्यक्त किया.

कानपुर पुलिस के द्वारा 4 सितंबर को सैयदनगर जफर वाली गली के सामने बारावफात रोशनी के कार्यक्रम सड़क पर लगाए गए I Love Muhammad के बैनर लगाए जाने का जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो उस बैनर को वहां से हटवाकर दूसरी जगह लगवा दिया था, क्योंकि विरोध था कि कभी ऐसा बैनर उस जगह लगा ही नहीं था, जिसे लगाया गया. पुलिस ने विवाद शांत करवाया था.

पुलिस के अनुसार 5 सितंबर को बारावफात जुलूस के दौरान हिंदू बस्ती में चल रहे भंडारे के पोस्टर को अज्ञात मुस्लिम युवकों ने फाड़ दिया था. उन्नाव में पथराव के बाद पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा लिखा है, जिसमें 5 लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है अन्य की तलाश जारी है

क्या है प्रदर्शनकारियों का पक्ष?
प्रदर्शनकारियों के अनुसार बैनर पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) के प्रति सम्मान और प्रेम की अभिव्यक्ति थी, जो संवैधानिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में है.  मुस्लिम संगठनों के इस जुलूस में महिलाएं और युवा भी रहे. हाथों में तख्तियां लिए लोगों ने लिखा- ‘आई लव मोहम्मद हमारा अधिकार, हमारा संदेश.’ कार्यक्रम शांतिपूर्ण रहा, हालांकि पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे.

क्या कहते हैं मजहबी संगठन?
दरगाह आला हजरत (बरेली) के संगठन जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान ने एफआईआर को संविधान के मूल अधिकारों के खिलाफ बताया. वर्ल्ड सूफी फोरम अध्यक्ष हजरत सैयद मोहम्मद अशरफ किशाउचवी ने पुलिस कार्रवाई “अनुचित” बताई और समाज में नफरत फैलाने की साजिशों से सावधान रहने की अपील की.

आई लव मोहम्मद प्रोटेस्ट महराजगंज में भी होना था लेकिन शुरू होने से पहले पुलिस ने इसे रोक दिया. प्रोटेस्ट के 4 नामजद सहित 60 अज्ञात लोगों के विरुद्ध पुलिस ने 189 (2),223 bns की धाराओ में मुकदमा लिखा है. मामले में पुलिस ने कई गाड़ियां भी सीज की है.

कौशांबी में सर तन से जुदा के नारे 
कौशांबी में सर तन से जुदा के नारे लगे. जिसमें पुलिस ने कई लोग पकड़े.  इसका वीडियो भी वायरल है. पुलिस ने बच्चों से कान पकड़वा कर उठक बैठक करवाई. वीडियो में कई नवयुवक हाथों में तख्ती लेकर नारे लगाते दिखे.

मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी केंद्रीय शिवांक सिंह ने बताया कि मंझनपुर कस्बा क्षेत्र में कुछ बच्चों के आपत्तिजनक नारेबाजी करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ जिसका संज्ञान लेते हुए सुसंगत धाराओं में मुकदमा लिखा गया, वहीं कई बच्चों को पकड़कर पूछताछ हो रही है.

लखनऊ में I Love Muhammad की तख्ती लेकर प्रदर्शन हुआ
मुस्लिम महिलाओं ने विधान भवन के गेट नंबर 4 पर प्रदर्शन कर पैगंबर मोहमद साहब के समर्थन में नारे लगाए गए. इसमें मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता सुमैया राणा ने कहा कि हमें डराया जा रहा है.

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