बलिदानी सैनिकों के परिजनों को आर्थिक सहयोग होगा साढ़े तीन और ढाई गुणा
हरिद्वार 24 अप्रैल, हरिद्वार पहुंचे प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर बलिदानियों के परिवारों को सरकार बेटल केजुअल्टी में 35 लाख और फिजिकल केजुअल्टी में 25 लाख का आर्थिक सहयोग देगी।
देवभूमि पूर्व सैनिक कल्याण समिति के 12वें वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सैनिक कल्याण मंत्री जोशी ने कहा कि अब तक सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के परिजनों को 10 लाख रुपए की धनराशि दिये जाने का प्रावधान था, जो अब बढ़कर क्रमशः 35 एवं 25 लाख रुपए होगा। यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री की स्वीकृति के लिए भेजा जा रहा है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य सरकार ने सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के कल्याण को सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के पूर्व सैनिकों की हरसंभव सहायता कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार भी पूर्व सैनिकों के कल्याण के संबंध में कई योजनाएं चला रही हैं। मंत्री जोशी ने कहा कि मैं आज जो भी हॅू, उसके पीछे मेरी सैन्य पृष्ठभूमि का बहुत अधिक सहयोग है।
कार्यक्रम में संत समाज की ओर से महंत रघुवीर दास महाराज और महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद महाराज का सान्निध्य प्राप्त हुआ। नगर निगम टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में रंगारंग सांस्कृतिक एवं देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके साथ वीर नारियों एवं वरिष्ठ पूर्व सैनिक सम्मानित किये गये। समिति के अध्यक्ष सूबेदार मेजर दिनेश चंद्र सकलानी ने सभी अतिथियों एवं पूर्व सैनिकों का स्वागत किया और समिति के बारे में सभी को अवगत कराया। समिति के महासचिव ऋतुराज चौहान ने समिति के सामाजिक कार्यों के बारे में सभी को अवगत कराया।
कार्यक्रम का मंच संचालन दीपक जखमोला ने किया । कार्यक्रम में उत्तरायण कला केंद्र कनखल, केयर कॉलेज ऑफ नर्सिंग, रोहाल्की, सेवा भारती, हरिद्वार के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी , साथ ही समिति के सदस्यों के मेधावी बच्चों ने भी सांस्कृतिक एवं देशभक्ति पूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम सफल बनाने में बीएस शर्मा, शिवनंदन, मुकेश कुमार चंदोलिया, मनोज भट्ट, देवेंद्र सिंह थापा, राजेंद्र सिंह रावत, नंदन सिंह कथायत, प्रकाश चंद्र भट्ट, ओम प्रकाश थापा, जितेंद्र सिंह अस्वाल, सत्तेश्वर बडोनी, पीके शर्मा, मनोज कुमार शर्मा, अरविंद कुमार शुक्ला, अतुल कुमार, विनोद कुमार अग्रवाल, विजय शंकर चौबे, योगेंद्र पुरोहित आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।