जमालपुर मस्जिद में बनी थी किशन भरवाड़ की हत्या की साज़िश

किशन भरवाड हत्याकांड:मस्जिद में ही हुई थी किशन की हत्या की साजिश, एयरगन और भड़काऊ भाषणों की किताब मिली

अहमदाबाद की जमालपुर मस्जिद से मिली एयरगन और भड़काऊ भाषणों की किताब।

अहमदाबाद 01 फरवरी। गुजरात के किशन भरवाड हत्याकांड में एटीएस को कुछ और सुराग हाथ लगे हैं। एटीएस ने सोमवार शाम जमालपुर मस्जिद में तलाशी ली। उसे यहां भड़काऊ भाषणों की किताब, एयरगन और इसके छर्रे मिले हैं। पुलिस को शक है कि किशन की हत्या की साजिश इसी मस्जिद में की गई थी।

इस हत्याकांड में अब तक छह गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इनमें दो शार्प शूटर शब्बीर उर्फ शाबा चोपड़ा (25 वर्ष) और इम्तियाज पठान (27 वर्ष) को धंधुका से पकड़ा गया था, जबकि मौलवी अयूब को 27 जनवरी को अहमदाबाद से और मौलवी कमर गनी को 30 जनवरी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था।

सोमवार को सर्च करने पहुंची एटीएस टीम मौलवी अयूब के घर भी गई, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था। उसकी बीवी और दोनों बेटे फरार हो गए हैं।

मौलाना अयूब जावरावाला, जिसने शॉर्प शूटरों के लिए पिस्टल और पांच कारतूस की व्यवस्था की थी।

किशन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली पोस्ट करने का आरोप था

पुलिस के अनुसार गोलीबारी में मारे गए किशनभाई बोणिया (भरवाड) ने 6 जनवरी को सोशल मीडिया पर कोई विवादित पोस्ट की थी। इसको लेकर धंधुका मुस्लिम समाज ने स्थानीय थाने में फरियाद की थी। पुलिस ने इस मामले में किशन को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन उसे जमानत मिल गई।

किशन शिवाभाई भरवाड की हत्या के आरोपित शब्बीर (नीले स्वेटर में) और उसका साथी इम्तियाज (काले स्वेटर में)

किशन जमानत पर बाहर आया तो शब्बीर ने उसकी हत्या कर दी

आरोपित शब्बीर वारदात से 4-5 दिन पहले मौलाना अयूब से मिलने अहमदाबाद आया था। उसे किशन की हत्या के लिए हथियार चाहिए थे। अयूब ने एक पिस्टल और पांच कारतूस का इंतजाम कर दिया। शब्बीर 4-5 दिन तक किशन की रेकी करता रहा। 25 जनवरी को वह इम्तियाज के साथ बाइक से निकला। इम्तियाज बाइक चला रहा था और शब्बीर पीछे बैठा था। मौका मिलते ही शब्बीर ने मोढवाडा के नाके पर किशन पर दो गोलियां दाग दीं। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

किशन भरवाड पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली सोशल मीडिया पोस्ट करने का आरोप था।

धंधुका मर्डर केस जेहादी षडयंत्र?:किशन हत्याकांड में पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आने के बाद स्लीपर सेल एक्टिव होने की भी आशंका

किशन भरवाड़ का हत्यारा

अहमदाबाद जिले के धंधुका में किशन भरवाड नामक युवक की हत्या का असर राज्यभर में देखने को मिल रहा है। हत्या के विरोध में जगह-जगह बंद और रैलियों का आयोजन हो रहा है। इतना ही नहीं, स्वयं राज्य के गुहराज्यमंत्री हर्ष संघवी की देखरेख में संपूर्ण मामले की जांच की जा रही है। किशन की शब्बीर उर्फ शाबा चोपड़ा औरा इम्तीयाज पठान ने गोली मारकर हत्या की थी, जबकि अब इस केस के तार धंधुका से अहमदाबाद होते हुए मुंबई और दिल्ली तक पहुंच गए है। इस केस में पाकिस्तान कनेक्शन के साथ साथ स्लीपर सेल एक्टिव होने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है।

इस केस में अभी तक शब्बीर, इम्तियाज तथा दो मौलवी कमरगनी उस्मानी और अयुब जवरवाला तथा आजीम समा, वसीम बया मिलाकर कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इतना ही नहीं इन लोगों के साथ अन्य लोग भी शामिल होने का अनुमान पुलिस की ओर से लगाया गया है। इसलिए इससे पहले की तरह स्लीपर सेल फिर से एक्टिव होने की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई जा रही है। इसलिए एजेंसियों के साथ साथ नेशनल एजेंसियों के अधिकारियों ने भी अनेक नंबर स्कैनिंग पर रखते हुए अपने सोर्स एक्टिव कर दिए है।

मौलाना अयूब जावरावाला, जिसने शॉर्प शूटरों के लिए पिस्टल और पांच कार्टिस की व्यवस्था की थी।
मौलाना अयूब जावरावाला, जिसने शॉर्प शूटरों के लिए पिस्टल और पांच कार्टिस की व्यवस्था की थी।
हत्या के मामले में अब तक 6 की गिरफ्तारी हुई
इस मामले में पुलिस और एटीएस की टीम ने मौलवी अयूब जवरवाला सहित दिल्ली के मौलवी कमरगर उस्मानी तथा मौलवी को हथियार पहुंचाने वाले अजीम समा को मिलाकर कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इन लोगों के साथ जुड़े लोगों की भी शिनाख्त कर पुलिस और एटीएस की टीम आगे की जांच में जुटी हुई है।

मौलाना कमर गनी, जिस पर हत्या के आरोपियों को भड़काने का आरोप है।

पाकिस्तानी फिल्म संगठन से मदद की आशंका

जांच में यह भी सामने आया है कि इस केस में पाकिस्तान फिल्म संगठनों द्वारा भी मदद की गई है। पाकिस्तान में रहने वाले संगठन के आंकांओं अपने भड़काऊ भाषण के जरिए भारत के युवकों का धर्म के नाम पर ब्रेन वॉश करते है। कई मौलवी उनकी मदद कर युवकों को उकसाते हुए हथियार, रूपए छुपाने की जगह, किसी को टार्गेट बनाने का काम देते है। यहीं इस घटना से भी फलित हो रहा है।

किशन भरवाड की फाइल फोटो।

किशन की हत्या में देश के अलग-अलग शख्सों की संलिप्तता पाई गई

किशन भरवाड की हत्या के लिए देशभर के अलग-अलग विस्तारों के लोगों द्वारा षडयंत्र रचे जाने की दिशा में जांच की जा रही है। इस हत्या के लिए दो युवकों का ब्रेनवॉश किया गया था और इसके लिए अहमदाबाद के मौलवी ने हथियार सहित आर्थिक मदद और टीप भी दी थी। अहमदाबाद के मौलवी को हथियार पहुंचाने वाले अजीम समा को मोरबी के मिताना गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि धंधुका शहर के सुंदरकूवा विस्तार में 25 जनवरी की शाम किशन शिवाभाई भरवाड पर बाइक पर आए दो शख्स फायरिंग कर फरार हो गए थे। इस घटना के बाद किशन को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया था।

1500 ‘गुस्ताखी’ की लिस्ट, ‘काफिरों’ की हत्या के लिए उकसाते Video: ये है किशन भरवाड की हत्या में पकड़ा गया जहरीला मौलाना उस्मानी

मौलाना उस्मानी

गुजरात में किशन भरवाड की हत्या के बाद पकड़े गए मौलाना कमर गनी उस्मानी के बारे में धीरे-धीरे खुलासे हो रहे हैं। वीडियोज से पता चल रहा है कि वो कैसे मुस्लिम युवकों को भड़काता था और पैगंबर की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ़ मुस्लिम युवकों को खड़ा करता था।

एक वीडियो में उसे कहते सुना जा सकता है,

“मैं हिरासत में लिया जा रहा हूँ। मैं पुलिस का सहयोग करूँगा अगर कोई जाँच हुई… तुम मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है . आप जिस तरह से तहरीक फरोग-ए-इस्लाम के साथ आप खड़े थे, अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए आगे बढ़ते रहें। अधिक ताकत से आगे आएँ, क्योंकि इनकी जो प्लानिंग है उस प्लानिंग को सफल नहीं होने देना है। मैं कहीं भी रहूँ, लेकिन आपको मिशन नहीं छोड़ना है। जो अभी भारत में हो रहा है वो सब न हो, जैसे हम पहले रहते थे शांतिपूर्ण ढंग से, वैसे ही रहें। एक दूसरे के साथ रहते थे, वैसे रहें।”

इस वीडियो में उस्मानी ने अन्य उलेमाओं के शांत रहने पर उनसे कहा, “अगर आपको लगता है कि आप लोग सुरक्षित हैं। तो बता दूँ कोई सेफ नहीं है। सबकी तैयारी की गई है। अगर आज हम कानूनी ढंग से अपने पैगंबर मुहम्मद की शान में नहीं खड़े होंगे, तो सबका समय आएगा। वो किसी को नहीं छोड़ेंगे। उनकी तैयारी पूरी है।” उस्मानी अपने समर्थकों को बताता है, “ये जरूरी है कि हम अपने अधिकारों का इस्तेमाल करें और उन्हें रोकें जो गैरकानूनी तौर पर कुछ करने का इरादा रखें।”

मौलाना के पास है 1500 ‘गुस्ताखों’ की लिस्ट

पुलिस हिरासत में जाने से पहले कानून, संविधान, अधिकारों की बात करने वाले उस्मानी की सिर्फ ये अकेली वीडियो नहीं है। एक वीडियो आई थी जिसमें वो पुलिस अधिकारियों से इसलिए लड़ रहा था ताकि अपने उन समर्थकों के बीच जा पाए जो कि ईशनिंदा के आरोपित को मौत के घाट उतारने के समर्थन में थे।

मौलाना की एक वीडियो में सुन सकते हैं कि वो उस लिस्ट के बारे में बात कर रहा है जो उन्होंने रिकॉर्ड की हुई हैं कि कब-कब सोशल मीडिया पर गुस्ताखी हुई। इनमें से 1500 की लिस्ट उनके पास है। वह कहता है कि ये जो गुस्ताखियाँ हो रही हैं ये कोई इत्तेफाक से नहीं हैं बल्कि तारीख गवाह है कि जब-जब मुसलमानों को बर्बाद करने की कोशिश हुई है तो सबसे पहले मुसलमानों का तापमान नापा गया है।

अपनी वीडियो में उसने कमलेश तिवारी की हत्या को जायज ठहराया और ऐसे दिखाया जैसे कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या में कोई दोषी नहीं है। अगर कोई है तो वो लोग जिन्होंने उसे जेल से छुड़ाया। मौलाना ने वीडियो में दावा किया कि 5 सालों में जितनी गुस्ताखी हुई है वो पिछले 100 सालों में नहीं हुई।

‘गुस्ताखों’ को सजा देने वालों के समर्थन में मौलाना उस्मानी

दूसरे वीडियो में मौलाना उस्मानी अपने समर्थकों को उपदेश दे रहा है कि वो घर जाएँ, अपने वालिद-वालिदा से कहें कि भले ही उनके उस पर बहुत एहसान हैं लेकिन जब भी बात किसी गुस्ताख को सजा देने की होगी तो वो  किसी परवाह किए बिना आगे निकल लेगा। कई ऐसी वीडियोज हैं जिसमें मौलाना कमर गनी के स्वागत में कट्टरपंथी राहों में फूल बरसा रहे हैं। साथ ही ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ नारे बुलंद कर रही है।

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