कोलकोता रेप-हत्या:TMC MP के ममता से फिर सवाल,सुसाइड कथा किसकी और क्यों? पूछें प्रिंसीपल और पुलिस कमिश्नर से
कोलकाता: सुसाइड कहानी किसने और क्यों फैलाई? ममता सरकार से TMC MP के गंभीर सवाल, प्रिंसिपल और कमिश्नर को हिरासत में लेने की मांग
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर फिर आवाज उठाई है. उन्होंने सीबीआई से कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर से निष्पक्षता से सवाल पूछने को कहा है.
टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर ने फिर उठाई कोलकाता रेप केस के खिलाफ आवाज
नई दिल्ली,18 अगस्त 2024,कोलकाता रेप और हत्याकांड पर ममता सरकार ना केवल विपक्ष बल्कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के भी निशाने पर है. पार्टी के ही राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने दो दिन पहले ममता बनर्जी के फैसले पर सवाल खड़े किए थे कि उन्होंने प्रिंसिपल संदीप घोष को हटाने में देरी क्यों की.अब उन्होंने पुलिस कमिश्नर और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल पर सवाल उठाए हैं.
एक्स पोस्ट में सुखेंदु शेखर ने लिखा, ‘सीबीआई निष्पक्षता से काम करे.पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर को हिरासत में लेकर पूछताछ करे, ताकि पता चले कि आत्महत्या की कहानी किसने और क्यों फैलाई. हॉल की दीवार क्यों गिराई,संजय रॉय (मुख्य आरोपित) को इतना शक्तिशाली बनाने को किसने संरक्षण दिया? खोजी कुत्ते का इस्तेमाल क्यों किया गया? ऐसे सैकड़ों सवाल हैं. उन्हें बोलने को मजबूर करें.’
लगातार बोल रहे हैं सुखेंदु शेखर
उन्होंने अपनी एक अन्य पोस्ट में लिखा कि सभी अस्पतालों में चिकित्साकर्मियों,स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं,बलात्कार पीड़ितों के आश्रयगृहों में रहने वालों,कार्यस्थल पर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को कठोर व्यापक केंद्रीय अधिनियम जरूरी है. इस संबंध में शीतकालीन सत्र में विधेयक पेश करने को केंद्र सरकार को लिखा गया है.
सुखेंदु शेखर दुर्घटना बाद से ही लगातार मुखर हैं.उन्होंने तुरंत बाद कहा था कि इस दुर्घटना ने इसे गलत ठहरा दिया है कि कोलकाता महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर है.
इतना ही नहीं, उन्होंने 14 अगस्त को डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए लिखा था, कि’मैं प्रदर्शनकारियों में शामिल हो रहा हूं, खास तौर पर इसलिए क्योंकि लाखों बंगाली परिवारों की तरह मेरी भी एक बेटी और पोती है.हमें इस अवसर पर साथ देना चाहिए.महिलाओं के खिलाफ क्रूरता बहुत हो गई है.आइए, हम सब मिलकर इसका विरोध करें. चाहे कुछ भी हो जाए.दरिंदों को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है? जो भी इस अपराध को जिम्मेदार है, उसे फांसी पर लटकाया जाना चाहिए.’
संदीप घोष पर लगातार उठ रहे हैं सवाल
बता दें कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जिस प्रिंसिपल संदीप घोष पर सुखेंदु शेखर ने सवाल उठाए हैं,उन पर पहले भी सवाल उठे हैं. सीबीआई टीम संदीप घोष से कई घंटे तक लगातार पूछताछ कर चुकी. पहले कोलकाता हाईकोर्ट ने भी संदीप घोष को कड़ी फटकार लगाई थी.मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल उपाधीक्षक अख्तर अली ने संदीप घोष पर कई विस्फोटक आरोप लगाए.
अख्तर अली ने कहा, कि ‘संदीप घोष से गंदा आदमी मैंने अपने जीवन में नहीं देखा है. बहुत ही करप्टेड है. स्टूडेंट को फेल करना,हर चीज में 20% कमीशन. मतलब आरजी कर में जो भी काम होता था पोस्टिंग,हाउस स्टाफ शिफ्ट, हर जगह वह पैसा खाता था.कई छात्रों को शराब पिलाता था. संदीप घोष ने माफिया राज फैला रखा था.उसकी सिक्योरिटी को 20 आदमी रहते थे. मैंने फिल्म स्टार को बाउंसर लेकर चलते देखा है लेकिन किसी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल अपने जिंदगी में नहीं देखा.वह बहुत पावरफुल है. मैंने साल 2023 में उसके खिलाफ शिकायत की थी,लेकिन उसका कुछ नहीं हुआ.
डॉक्टर से अस्पताल में हुआ राक्षसी कर्म
बता दें कि 8-9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर से राक्षसी कर्म हुआ था.सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात 31 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट रेजिडेंट डॉक्टर का 8-9 अगस्त की रात यौन उत्पीड़न हुआ.वह बेहोशी की हालत में सेमिनार हॉल में मिली.उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया,लेकिन वहां उसकी मौत हो गई. शरीर पर चोटों के अनगिनत निशान थे.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ चुकी, जो पुलिस ने पीड़िता के परिवार को सौंपी थी.रिपोर्ट में हत्या से पहले की प्रकृति और रेप की बात थी. बताया गया कि पीड़िता की हत्या गला घोंटकर हुई थी. पहले उससे बलात्कार हुआ था.आरोपित ने 2 बार उसका गला घोंटा था.उसकी मौत सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुई थी.
Intern Girl Connection In Kolkata Doctor Case? 150 Grams Of Semen How Whole Story Changed In A Week
कोलकाता डॉक्टर केस में इंटर्न लड़की का कनेक्शन? 150 ग्राम सीमन… एक हफ्ते में कैसे बदल गई पूरी कहानी
कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस की जांच अब सीबीआई कर रही है। मामले में 4-5 संदिग्धों के साथ एक इंटर्न लड़की की भी भूमिका होने की आशंका जताई जा रही है। मृतक डॉक्टर के पिता ने सीबीआई को 30 संदिग्धों के नाम सौंपे। जूनियर डॉक्टर की लाश 9 अगस्त को मिली थी।
पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस की तफ्तीश अब सीबीआई के हाथों में है। शुक्रवार को सीबीआई ने इस मामले में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ की। वहीं, इस मामले में अब शक जताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स घटना में करीब 4-5 लोग शामिल थे। महिला डॉक्टर के पिता ने सीबीआई को ऐसे 30 नाम सौंपे हैं, जिनके ऊपर उन्हें शक है। इस बीच एक खबर ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है। और ये खबर है एक इंटर्न लड़की से जुड़ी हुई। दरअसल, दावा किया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी में एक इंटर्न लड़की भी शामिल है। आइए जानते हैं कि पिछले एक हफ्ते में कैसे इस केस की पूरी कहानी बदल चुकी है।
आत्महत्या से बलात्कार और हत्या तक
जूनियर डॉक्टर की लाश 9 अगस्त की सुबह करीब 10 बजे आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में मिली। हॉस्पिटल ने परिजनों को बताया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या की है। हालांकि, पुलिस दुर्घटनास्थल पहुंची तो पता चला कि महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या हुई है। इसके बाद मुक। बाद में लाश की फोरेंसिक जांच और लिए गए सैंपल्स के आधार पर 9 अगस्त की रात को महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का केस दर्ज किया गया। फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई के हाथों में है।
केस में इंटर्न लड़की की एंट्री?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ही एक इंटर्न लड़की भी शामिल है। इस दावे में कहा जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर के ऊपर 4-5 लोगों ने हमला किया। इनमें ये इंटर्न लड़की भी शामिल बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इनके बीच किसी बात को लेकर बहस हुई थी और इसी के बाद शराब के नशे में उन लोगों ने जूनियर डॉक्टर के ऊपर हमला किया। हालांकि हम इस दावे की पुष्टि नहीं करते।
क्या है 150 ग्राम सीमन का सच?
कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस में हाल ही में एक रिपोर्ट के आधार पर दावा किया गया कि जूनियर डॉक्टर के शरीर में 150 ग्राम सीमन (वीर्य) मिला है। इसी फैक्ट के आधार पर ये भी कहा गया कि महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार नहीं, बल्कि सामूहिक बलात्कार किया गया। हालांकि, न्यूज 18 की एक रिपोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर बताया गया है कि 150 ग्राम वजन जूनियर डॉक्टर के गर्भाश्य का है, सीमन का नहीं। पोस्टमार्टम को तीन डॉक्टरों के एक पैनल ने अंजाम दिया, जिसमें दो महिला फोरेंसिक वैज्ञानिक शामिल थीं।
क्राइम सीन से क्या क्या मिला था?
जूनियर डॉक्टर के साथ जिस सेमिनार हॉल में दरिंदगी की गई, वो एयर-कंडीशनिंग वाला है। इस हॉल में लकड़ी का एक पोडियम है, जिसका इस्तेमाल यहां होने वाले इवेंट्स के दौरान मंच के तौर पर किया जाता है। जूनियर डॉक्टर की लाश लकड़ी के पोडियम पर पड़े गद्दे के ऊपर मिली थी। लाश के पास एक एक टूटा हुआ चश्मा, एक सर्जिकल मास्क, एक लैपटॉप, एक नोटबुक, एक मोबाइल और प्लास्टिक की पानी की बोतल मिली। पुलिस के मुताबिक, घटना के तुरंत बाद हॉल को सील कर दिया गया था। हालांकि, घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शक जताया कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है।
ऑडियो क्लिप ने दिया केस को नया मोड़
एक वायरल ऑडियो क्लिप ने आरजी कर हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत की कहानी में एक नया मोड़ ला दिया है। ऑडियो में हॉस्पिटल के एक इंटर्न ने दावा किया है कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति संजय रॉय असली अपराधी नहीं है। असली दोषी अभी भी फरार हैं। इंटर्न का कहना है कि अस्पताल प्रशासन पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है और पीड़ित महिला डॉक्टर को इंसाफ नहीं मिल रहा है। ऑडियो में इंटर्न ने एक दूसरे जूनियर डॉक्टर पर शक जताया है जिसका परिवार रसूखदार है। उसने कहा कि उसका परिवार काफी ऊंचे पदों पर है। मैं नाम नहीं ले सकता, नहीं तो मुझे दिक्कत हो जाएगी।