कुंभ: अंतिम चरण वाले काम और आंतरिक मार्ग प्राथमिकता से हों पूर्ण:तीरथ

कुम्भ के शाही स्नान सकुशल सम्पन्न कराने हम सभी की जिम्मेदारीः मुख्यमंत्री
कुम्भ मेले से जुड़े अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने दिये कार्यों को समय से पूरा कराने के निर्देश
शहर के आंतरिक मार्गो के निर्माण में लाई जाए और तेजी
आंतरिक सड़कों के आसपास एकत्र मलबे को भी हटाने के दिये निर्देश

हरिद्वार 20 मार्च। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को कुम्भ मेले के विभिन्न निर्माण कार्यों के लोकार्पण के पश्चात मेला नियंत्रण भवन में मेले से जुड़े उच्चाधिकारियों के साथ ही विभागीय नोडल अधिकारियों की बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले के कार्यों में तेजी लाये जाने के लिये पूर्व में दिये गये निर्देशों के क्रम में की गई व्यवस्थाओं के प्रति संतोष व्यक्त किया। उन्होंने निर्देश दिये कि कुम्भ मेले के शाही स्नान पर्वों को सकुशल सम्पन्न कराने में सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें। उन्होंने इसके लिए आपसी समन्वय एवं समयबद्धता के साथ व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि जो कार्य अंतिम चरण में हैं उन्हें शीघ्र पूर्ण कराया जाये। मुख्यमंत्री ने शहर के आंतरिक मार्गों के निर्माण में भी और तेजी लाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने डामकोठी के निर्माण कार्य में भी और तेजी लाये जाने के साथ ही कुम्भ क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों द्वारा जिस तत्परता एवं जिम्मेदारी के साथ महाशिवरात्रि के शाही स्नान को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जैसी व्यवस्थाएं की थी, ऐसे ही प्रयास आगामी स्नान पर्वो में भी होने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। अतिथि देवों भवः हमारी परम्परा रही है। इसी परम्परा का हमें निर्वहन करना हैं।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने मेला नियंत्रण भवन स्थित कमांड एंड कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस कंट्रोल रूम की व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। इससे भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंध आदि में भी मदद मिल सकेगी।
मेला नियंत्रण भवन में ही मुख्यमंत्री से किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अखाड़े के अन्य संतों के साथ भेंट की, तथा अपनी विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
बैठक में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक,राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वामी यतीश्वरानंद,ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर,रानीपुर विधायक आदेश चौहान,सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगोली, गढ़वाल मंडलायुक्त रविनाथ रमन,पुलिस उपमहानिरीक्षक नीरू गर्ग,मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी रविशंकर, पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ संजय गुंज्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार सैंथिल अबुदई कृष्ण राज एस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ जन्मेजय खंडूडी, अपर मेलाधिकारी डॉक्टर ललित नारायण मिश्र, उप मेलाधिकारी अंशुल सिंह,दयानंद सरस्वती सहित बिजली, लोक निर्माण, सिंचाई, पेयजल, जल संस्थान से सम्बंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

120 करोड़ रुपए के लोकार्पण

हरिद्वार महाकुंभ 2021 में मीडिया सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने करीब 120 करोड़ की लागत की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण किया।
1-लोकार्पित किए जाने वाले कार्यों में लोक निर्माण विभाग की ओर से कराए गए मायापुर स्कैप चैनल के ऊपर विश्व कल्याण आश्रम के सामने प्री-स्ट्रेस आरसीसी डबल लेन सेतु का निर्माण लागत 1229.26 लाख रूपये।
2-हरिद्वार में मायापुर स्कैप चैनल/गंगा नदी पर दक्षद्वीप एवं बैरागी कैंप को जोड़ने हेतु बो-स्ट्रिंग स्टील गर्डर डबल लेन सेतु का निर्माण कार्य लागत 883.20 लाख रूपये।
3-जगजीतपुर में मातृ सदन के निकट मायापुर स्कैप चैनल के ऊपर 60 मीटर स्पान के बो-स्ट्रिंग डबल लेन सेतु का निर्माण कार्य लागत 806.09 लाख रूपये।
4-बस्ती राम पाठशाला के निकट बैरागी कैंप पार्किंग को कनखल से जोड़ने हेतु मायापुर स्कैप चैनल पर प्री-स्ट्रेस आरसीसी डबल लेन सेतु का निर्माण कार्य लागत 745.09 लाख रूपये।
5-महाकुम्भ मेला 2021 के अंतर्गत जनपद हरिद्वार में बीएचईएल मध्य मार्ग से शिवालिक नगर एवं सिडकुल को जोड़ने वाले मार्ग के मध्य रानीपुर रो नदी पर 100 मीटर सेतु का निर्माण कार्य लागत 794.95 लाख रूपये।
6-हरिद्वार शहर में खड़खड़ी शमशान घाट की ओर जाने वाली सूखी नदी के ऊपर क्षतिग्रस्त कांजवे का पुनः निर्माण लागत 69.76 लाख रूपये।
7-बहादराबाद एनएच-58 से सिडकुल फोर लेन मार्ग सुदृढ़ीकरण कार्य लागत 667.77 लाख रूपये।
8-बहादराबाद-धनपुरा-ईमलीखेड़ा-भगवानपुर-गागलहेड़ी मार्ग पर ग्राम धनौरी में नेशनल ईंटर कालेज के समीप पुरानी गंगनहर पर ब्रिटिश शासन काल में निर्मित क्षतिग्रस्त सेतु के वैकल्पिक आरसीसी सेतु का निर्माण लागत 684.78 लाख रूपये।
9-हरिद्वार शहर में पुरानी दिल्ली नीति पास मार्ग के किमी 202 में सूखी नदी पर कम्पोजिट सेतु 48 मीटर का निर्माण लागत 285.55 लाख रूपये।
कुल निर्माण कार्यों की कुल लागतः 6166.45 लाख रूपये
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सिंचाई विभाग के द्वारा कराए गए कार्यों का लोकार्पण
1-दक्षेश्वर द्वीप पर स्कैप चैनल के बाएं तट पर सती घाट एवं शमशान के सामने दो नग घाट का निर्माण कार्य लागत 474.40 लाख रूपये
2-विकास खंड बहादराबाद में गंगनहर के दाएं तट पर गोविंद घाट का विस्तारीकरण लागत 327.05 लाख रूपये
3-हरिहरानंद विद्यालय के समीप स्कैप चैनल कनखल के दाएं किनारे पर स्नान घाट का निर्माण कार्य लागत 204.07 लाख रूपये
4-प्रेमनगर आश्रम के सामने घाट का निर्माण लागत 207.12 लाख रूपये
5-रामघाट के समीप घाट का निर्माण लागत 255.39 लाख रूपये
6-जनपद हरिद्वार में गंगा नदी के बाएं तट पर ग्राम कांगड़ी में घाट निर्माण का कार्य लागत 80.30 लाख रूपये
7-रानीपुर झाल पर 70 मीटर स्पान के स्टील गर्डर सेतु का निर्माण लागत 867.99 लाख रूपये
8-हरकी पैड़ी क्षेत्र में कांगड़ा घाट के विस्तारीकरण का कार्य प्रथम चरण लागत 66.22 लाख रूपये
9-जनपद पौड़ी गढ़वाल में विकासखंड यमकेश्वर के अंतर्गत ऋषिकेश में गंगा नदी के बाएं किनारे पर स्थित लक्ष्मीनारायण घाट का पुर्न निर्माण लागत 15.96 लाख रूपये
कुल निर्माण कार्यों की कुल लागतः 2498.50 लाख रूपये
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पेयजल निगम की ओर से कराए गए कार्यों के लोकार्पण का विवरण
1-जनपद हरिद्वार के नगर क्षेत्र में सतीद्धीप में आरसीसी इनफिलट्रेशन वैल (10 मीटर व्यास) 01 नग का निर्माण लागत 123.93 लाख रूपये
2-जनपद हरिद्वार के नगर क्षेत्र में गौरीशंकर द्वीप में आरसीसी इनफिलट्रेशन वैल (10 मीटर व्यास) 2 नग का निर्माण कार्य लागत 247.85 लाख रूपये
3-हरिद्वार के नगर क्षेत्र में लालजी वाला आरसीसी इनफिलट्रेशन वैल (10 मीटर व्यास) 01 नग का निर्माण लागत 123.93 लाख रूपये
4-हरिद्वार नगर के अंतर्गत विभिन्न स्थानों के टिबड़ी, कनखल एवं आर्यनगर 04 नगर टयूबवैल के निर्माण कार्य लागत 478.28 लाख रूपये
5-हरिद्वार नगर के लाल मंदिर क्षेत्र हेतु एक नलकूप का निर्माण एवं तत्सम्बंधी कार्य लागत 77.22 लाख रूपये
6-कनखल सन्यास रोड आदि क्षेत्रों की पेयजल व्यवस्था हेतु बैरागी कैंप में रिवर बैंक फिल्ट्रेशन (आरबीएफ) मॉडल से बोरिंग, सम्प एवं बूस्टर पम्प तथा राईजिंग मैन का निर्माण कार्य लागत 269.50 लाख रूपये
कुल निर्माण कार्यों की कुल लागतः 1320.71 लाख रूपये
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जल संस्थान की ओर से कराए गए कार्यों के लोर्कापण का विवरण
1-मंसा देवी मंदिर पैदल मार्ग एवं सम्बंधित क्षेत्रों में सुचारू पेयजल कार्य लागत 33.23 लाख रूपये
2-सप्लाई, इंस्टोलेशन, टेस्टिंग एंड कमीशनिंग (एसआईटीसी) ऑफ डीजी सेटस के कार्य लागत 157.94 लाख रूपये
3-हरिद्वार जलोत्सारण योजना में क्षतिग्रस्त शिविर, मेनहोल, चैंबरों के पुनः निर्माण/मरम्मत का कार्य लागत 188.24 लाख रूपये
4-जोन द्वितीय मायापुर क्षेत्र के अंतर्गत श्रवणनाथ नगर में नलकूप का नवनिर्माण एवं वितरण प्राणली के बिछाए जाने का कार्य लागत 71.72 लाख रूपये
5-कुम्भ मेला के अंतर्गत नलकूपों/अंतश्रोत कूपों पर ऑटोमेशन पैनल/स्कॉडा अधिष्ठान से सम्बंधित कार्य लागत 55.32 लाख रूपये
6-इंस्टॉलेशन टेस्टिंग एंड कमिशनिंग ऑफ बोरवैल फोर टीटीएसपी इन ऊडस ऑफ ऋषिकेश नगर निगम के कार्य लागत 62.02 लाख रूपये
7-सप्लाई इंस्टॉलेशन टेस्टिंग एंड कमिशनिंग ऑफ वाटर टैंकर के कार्य लागत 48.40 लाख रूपये
8-हरिद्वार नगर में सुचारू पेयजल व्यवस्था योजना बनाएं रखने हेतु डीजी सेट का क्रय एवं स्थापना कार्य लागत 65.60 लाख रूपये
9-हरिद्वार नगरीय जलोत्सारण योजना में सीवर लाइनों कें बदलने का कार्य लागत 487.00 लाख रूपये
कुल कार्यों की कुल लागतः 1169.47 लाख रूपये
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पर्यटन
1-विभिन्न स्थानों पर 10 नग शुलभ शौचालयों के निर्माण के सम्बंध में लागत 232.00 लाख रूपये
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मेला अधिष्ठान
1-मेला नियंत्रण भवन के पुर्नोद्वार रंगाई, पुताई तथा सौंदर्यीकरण का कार्य लागत 454.72 लाख रूपये
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परिवहन
1-जनपद हरिद्वार में उत्तराखंड राज्य परिवहन बस स्टैंड का कार्य लागत 181.65 लाख रूपये
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महायोग कुल 36 कार्यों की कुल लागत 12023.50 लाख रूपये

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