कुंभ में लगेंगी 500 बसें,शाही स्नान के दिन 600
कुंभ के दौरान प्रतिदिन लगाई जाएंगी 500 बसें, मुख्यमंत्री ने परिवहन सुविधाओं को चाक-चौबंद रखने के दिए हैं निर्देश
प्रदेश सरकार कुंभ मेले के दौरान बसों की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
प्रदेश सरकार कुंभ मेले के दौरान बसों की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में परिवहन निगम विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए 500 बसें लगाएगा। शाही स्नान वाले दिनों में 100 अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा।
देहरादून 14 मार्च। प्रदेश सरकार कुंभ मेले के दौरान बसों की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में परिवहन निगम विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए 500 बसें लगाएगा। शाही स्नान वाले दिनों में 100 अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुंभ में परिवहन सुविधाओं को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में एक अप्रैल से आधिकारिक रूप से कुंभ मेले की शुरुआत होनी है। 12 साल बाद होने वाले इस मेले को लेकर श्रद्धालुओं के मन में खासी उमंग होती है। हर कोई इस मेले में आकर और स्नान कर पुण्य का भागी बनना चाहता है।
इस बार भी कुंभ मेले के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने का अनुमान है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर इस समय सरकार का पूरा फोकस बना हुआ है। इसके लिए स्नान घाटों के साथ ही धर्मशालाओं में भी पूरी व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए परिवहन निगम को प्रतिदिन 500 बसों को संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसका एक मकसद यह भी है कि समुचित परिवहन सुविधाएं होंगी तो स्नान के बाद श्रद्धालु आसानी से अपने घरों को लौट सकेंगे। इतना ही नहीं, प्रदेश सरकार ने परिवहन व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए अन्य राज्यों से भी संपर्क साधा है।
हाल ही में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में परिवहन सेवाओं को लेकर गहन मंथन हुआ। इस दौरान कहा गया कि कुंभ में आसपास के राज्यों से आने वाले श्रद्धालु स्नान के बाद तुरंत अपने गंतव्य की ओर जाना चाहते हैं। समुचित परिवहन सुविधा होने से ऐसा संभव हो सकेगा। इससे हरिद्वार में श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम होगा और यहां अतिरिक्त भीड़ भी नहीं होगी। इस पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिए कि यात्रियों को लाने और ले जाने के लिए समुचित बसों की व्यवस्था की जाए।