कुंभ: पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में धर्म ध्वजा स्थापित
हरिद्वार 27 फरवरी। मेलाधिकारी दीपक रावत आज पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में धर्मध्वजा स्थापना कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां उन्होंने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, महंत दामोदरदास, महंत ललितानंद आदि संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
इसके बाद हर- हर महादेव का जयघोष करते हुए अखाड़े के साधु संत धर्मध्वजा की लकड़ी स्थापना स्थल पर ले आए। श्री महंत नरेंद्र गिरि सहित अन्य संतों ने धर्म ध्वजा का विधिविधान से मोरपंख, रूद्राक्ष की माला, तिलक, चंदन, रोली आदि से पूजन किया। मेलाधिकारी भी पूजन में शामिल हुए। हर हर महादेव के जयघोष और बैंडबाजों की धुन पर 52 फीट ऊंची धर्म ध्वजा स्थापित की गई। ड्रोन से सुरक्षा की निगरानी की जा रही थी। धर्मध्वजा स्थापित होने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि ने प्रमुख संतों और मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी कुंभ संजय गुंज्याल आदि का माला पहनाकर स्वागत किया। धर्मध्वजा स्थापना कार्यक्रम के दौरान अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह, उप मेलाधिकारी किशन सिंह नेगी, संत अखिलेश्वर जी, महंत रविपुरी सहित अखाड़े के अन्य महंत व संतगण उपस्थित थे।
इसके बाद मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी कुंभ संजय गुंज्याल आदि के साथ तपोनिधि श्री आनंद अखाड़ा पंचायती दशनाम नागा सन्यासी मायापुर पहुंचे। वहां भी उन्होंने धर्मध्वजा स्थापना कार्यक्रम में शामिल होकर संतगणों का आशीर्वाद लिया।
मेलाधिकारी ने देखी महाकुंभ व्यवस्थाओं की तैयारियां
मेलाधिकारी दीपक रावत ने आज महाकुम्भ की व्यवस्थाओं की तैयारियों आदि की दृष्टि से मेला क्षेत्र एवं घाटों आदि का स्थलीय निरीक्षण किया।
मेलाधिकारी ने सर्वप्रथम डामकोठी के पुनर्नवीनीकरण के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से कार्य की धीमी गति के सम्बन्ध में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि पानी आदि के पाइप अन्दर से खराब होने की वजह से समय लग रहा है, जिन्हें नये सिरे से बदला जा रहा है तथा पुनर्नवीनीकरण का कार्य 25 मार्च तक पूरा हो जायेगा। इसके बाद मेलाधिकारी ओम घाट पहुंचे, जहां उन्होंने पड़ों के लिये बनाये गये घेरों की पेण्टिंग करने, ओम घाट व अलकनन्दा घाट के बीच जहां पर असमतल क्षेत्र है, वहां पर स्थाई रूप से पुलिस की तैनाती करने, घाटों के नामों को नये सिरे से आकर्षक रूप में लिखने, जितने भी ब्रिज बने हैं, उनके ऊपर नाम लिखने, अलकनन्दा घाट के सामने बने मन्दिर की पेण्टिंग करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
दीपक रावत ने अलकनन्दा घाट पर पुराने टाइल्स बदलने से निकला मलबा पड़ा होने पर नाराजगी जताई तथा उसे तुरन्त हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने घाट पर पत्थर के बोल्डर पड़े होने पर जानकारी ली, तो अधिकारियों ने बताया कि ये पीजिंग के लिये रखे हैं, इस पर मेलाधिकारी ने तुरन्त कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने बिड़ला घाट पर तुरन्त चेन लगाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां-जहां चेंजिंग रूम हैं, वे व्यवस्थित रूप में होने चाहिये।
मेलाधिकारी ने बिड़ला घाट के सामने बने शौचालय का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि इसमें 26 टायलेट, 12 यूरेनल तथा तीन दिव्यांगों के लिये टायलेट बने हैं। इसमें बिजली की आपूर्ति सौर ऊर्जा के माध्यम से होती है। मेलाधिकारी ने शौचालय के प्रांगण में दूब की घास लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने शौचालय की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।
मेलाधिकारी इसके पश्चात विष्णुघाट पहुंचे, जहां उन्होंने ब्रिज की पेण्टिंग करने, जो चेंजिंग रूम ठीक हालत में नहीं हैं, उन्हें बदलने, ब्रिज के नीचे पानी के बड़े पाइप लाइन की लीकेज ठीक करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
दीपक रावत तत्पश्चात सी0सी0आर0 के पास बने गेट के पास पहुंचे, जहां उन्होंने गेट की कारीगरी की प्रशंसा की। उसके बाद मेलाधिकारी हरकीपैड़ी पहुंचे, वहां उन्होंने होटल चोटीवाला के बगल में बने मन्दिर की पेण्टिंग कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने हरकीपैड़ी पर फैले तारों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि ये जल्दी हटा दिये जायेंगे।
मेलाधिकारी इसके बाद हरकीपैड़ी पर बने पोडियम पर पहुंचे, जहां से उन्होंने अधिकारियों से हरकीपैड़ी पर चल रहे कार्यों एवं पूर्णिमा स्नान के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली।
दीपक रावत तत्पश्चात हर की पैड़ी से पन्तदीप की ओर जाने वाले ब्रिज की ओर बढ़े तो उन्होंने पुल पर लाइटिंग की व्यवस्था करने, पन्तदीप में टाइल लगाने के कार्य में तेजी लाने, पन्त दीप पर बने वाॅचिंग टावर पर पेण्टिंग कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने पन्तदीप में बने सेक्टर मजिस्ट्रेट कार्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक सेक्टर में पानी का छिड़काव कराने के निर्देश जल निगम के अधिकारियों को दिये।
निरीक्षण के दौरान अपर मेला अधिकारी, डाॅक्टर ललित नारायण मिश्र, रामजी शरण शर्मा, उप मेलाधिकारी, अंशुल सिंह, दयानन्द सरस्वती, किशन सिंह नेगी, सेक्टर मजिस्ट्ेट, अधीक्षण अभियन्ता, तकनीकी प्रकोष्ठ, कुम्भ मेला, श्री हरीश पांगती, विशेष कार्याधिकारी, कुंभ मेला, श्री महेश शर्मा, विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण, पेयजल, जल संस्थान, यू0पी0डी0सी0सी0 सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।