लखीमपुर-खीरी कांड: केंद्रीय राज्य मंत्री के घर पर नोटिस,दो आरोपित बंदी, तीन की हो चुकी मौत

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र के घर पर नोटिस चिपकाती पुलिस

लखीमपुर खीरी हिंसा मामला :केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के घर नोटिस चस्पा, बेटे को क्राइम ब्रांच ने बुलाया; दो आरोपित गिरफ्तार
लखीमपुर/लखनऊ 07 अक्टूबर। लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के घर पर पुलिस ने नोटिस चस्पा कर दी है। ये नोटिस धारा 160 के तहत चस्पा की गई है जिसमें बेटे आशीष मिश्र को शुक्रवार सुबह 10 बजे क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए लखीमपुर खीरी बुलाया है। यहां उसे जांच कमेटी के सामने अपना पक्ष रखना होगा।

मंत्री का घर लखीमपुर के शाहपुरा कोठी इलाके में है। हालांकि बेटा घर पर नहीं है। सुबह आईजी लक्ष्मी ने भी कहा था कि आशीष कहां है, इस बारे में पता नहीं है। लखीमपुर हिंसा के मामले में पुलिस ने 2 आरोपितों लवकुश और आशीष पांडेय को गिरफ्तार किया है।

UP पुलिस ने हिंसा की जांच के लिए 9 सदस्यीय टीम बनाई

उत्तर प्रदेश के DGP मुकुल गोयल ने बताया कि लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच के लिए DIG उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में 9 सदस्यीय टीम बनाई गई है। जांच टीम में SP सुनिल कुमार सिंह, ASP अरुण कुमार सिंह, 2 सर्कल ऑफिसर, 3 इंस्पेक्टर और एक सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं।

सिद्धू हिरासत से छूटे, लखीमपुर रवाना

लखीमपुर खीरी जा रहे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को UP बॉर्डर पर सहारनपुर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इस पर नाराज कांग्रेसियों ने UP पुलिस का पहला बैरिकेड तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने सिद्धू और उनके साथ गए मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, विजयेंद्र सिंगला, गुरकीरत कोटली समेत 4 विधायकों को हिरासत में लिया था।

इसके बाद सभी करीब पांच घंटे तक धरने पर बैठे रहे। रात में करीब 6 बजे सभी को पुलिस ने छोड़ दिया। इसके बाद सिद्धू काफिले के साथ लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ 20 लोगों को आगे जाने की अनुमति प्रशासन ने दी है।

इससे पहले मोहाली में सिद्धू ने कहा था कि अगर शुक्रवार तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष की गिरफ्तारी नहीं हुई वह भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इस बीच सपा नेता अखिलेश यादव भी लखीमपुर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले मृतक लवप्रीत के परिवार से मुलाकात की। फिर नक्षत्र सिंह के परिवार से मिले। दोनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। अखिलेश यादव ने मृतक पत्रकार रमन के परिजनों से भी मुलाकात की।

आशीष की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी, दो को पुलिस ने पकड़ा

लखीमपुर हिंसा के मामले में पुलिस ने 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 3 अन्य आरोपितों को हिरासत में लिया है। लवकुश और आशीष पांडेय गिरफ्तार किए गए हैं। आशीष मिश्र की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी चल रही है। उन्हें समन भी भेजा गया है। घटना में नामजद आशीष मिश्र के साथ 6 अन्य आरोपितों भी नाम सामने आए थे। हालांकि कुल 7 आरोपितों में 3 की मौत हो चुकी है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि आशीष पांडे और लवकुश को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। कुमार ने कहा कि दोनों को किसानों द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की जांच में एक एसयूवी से 315 बोर के 2 खोखे भी बरामद किए गए हैं।

गृह मंत्री के बेटे को समन भेजा गया: IG

लखीमपुर मामले में IG रेंज लक्ष्मी सिंह ने कहा कि दो लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। दोनों से पूछताछ में कई सारे सबूत और साक्ष्य मिले हैं। घटना में शामिल तीन आरोपितों की जानकारी मिली है, जिनकी मौत हो चुकी है। मौके से खोखे भी बरामद हुए हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को भी पूछताछ के लिए समन भेजकर बुलाया जाएगा।

लखीमपुर जाने के लिए निकले सिद्धू

सुप्रीम कोर्ट ने मांगी स्टेटस रिपोर्ट

लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने UP सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कोर्ट ने सरकार को अब तक हुई जांच की स्टेटस रिपोर्ट शुक्रवार तक सौंपने का आदेश दिया है। इसके अलावा पूछा है कि जिन लोगों के खिलाफ FIR हुई, वे गिरफ्तार हुए क्या? जो लोग आरोपी हैं, उनके खिलाफ जानकारी दी जाए।

इससे पहले चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कहा कि इस पूरे मामले पर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। उनकी अगुवाई में तीन सदस्यीय बेंच सुनवाई करेगी। अब आगे की सुनवाई आज होगी। बता दें कि लखीमपुर हिंसा मामले में बहराइच के किसान हरि सिंह ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों पर हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज कराया था। उन्होंने आशीष पर किसानों को कुचलने का आरोप लगाया है।

अपडेट्स…

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नक्षत्र सिंह के परिवार से मुलाकात कर परिवार की हर संभव मदद का  भरोसा दिया।
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने हापुड़ में कहा कि लखीमपुर के किसानों की शहादत हमारी ताकत बनेगी। मरते दम तक इन किसानों का नाम हम याद रखेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू राजभवन के सामने धरने पर बैठ गए ।वे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ज्ञापन देने आए थे, लेकिन अंदर न बुलाए जाने पर धरने पर बैठ गए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि आज मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से लोगों में राहत, समुचित न्याय की उम्मीद जगी है। इस मामले में सरकार का रवैया पक्षपाती रहा है।
UP अल्पसंख्यक आयोग का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सिख प्रतिनिधि परविंदर सिंह ने कहा कि CM ने हमें बुलाकर बात की थी। मैं दिवंगत पत्रकार के घर भी जाना चाहता हूं।
सुप्रीम कोर्ट ने UP सरकार से शुक्रवार तक जांच की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा पूछा है कि जिनके खिलाफ FIR हुई, वे गिरफ्तार हुए क्या?
लखीमपुर हिंसा के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की अगुवाई में तीन जजों की बेंच सुनवाई कर रही है।
CJI रमन्ना ने कहा, मंगलवार को दो वकीलों ने एक पत्र लिखा था। पत्र को जनहित याचिका के तौर पर दाखिल करने का आदेश दिया था, लेकिन कुछ खामी के कारण स्वत: संज्ञान के तौर पर रजिस्टर कर दिया है। दोनों वकीलों को बुलाया गया है।
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा, राहुल गांधी को मालूम नहीं कि क्या बोल रहे हैं क्या नहीं। पीड़ितों को न्याय मिलेगा, सरकार जांच कर रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
बसपा महासचिव सतीश मिश्र लखीमपुर रवाना हो गए हैं। वे चार अक्टूबर को ही जाने वाले थे, लेकिन उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया था।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू भी लखीमपुर आ रहे हैं। पटियाला से वे करीब हजार गाड़ियों के काफिले के साथ रवाना निकले थे।
राज्य सरकार ने भारी दबाव के बाद सभी दलों के 5-5 लोगों को पीड़ित परिवारों से मिलने की अनुमति दी है।
वरुण गांधी ने कहा, हत्या   से प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता। किसानों के निर्दोष खून के लिए जवाबदेही होनी चाहिए और अहंकार और क्रूरता का संदेश हर किसान के दिमाग में आने से पहले न्याय दिया जाए।
बहराइच जाने से पहले प्रियंका ने लखनऊ में मरी देवी मंदिर में दर्शन मन्नत की घंटी बांधी।

प्रियंका गांधी बहराइच गईं

लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा पर सियासत जारी है। गुरुवार सुबह बहराइच निकलने से पहले लखनऊ में प्रियंका गांधी ने कहा- अभी तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला। न्याय कैसे मिलेगा अगर वे (अजय मिश्र) गृह राज्य मंत्री रहेंगे? ये सब उनके अंडर में आता है? जब तक वे बर्खास्त नहीं होंगे तब तक निष्पक्ष जांच कौन करेगा? तीनों पीड़ित परिवारों ने एक ही बात कही कि मुआवजे से मतलब नहीं है, हमें न्याय चाहिए।न्याय न मिलने तक सत्याग्रह जारी रहेगा। पीड़ित परिवार पैसे से नहीं, न्याय से संतुष्ट होंगे। बहराइच में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही हूं, पीड़ितों की आवाज उठाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। नवरात्र का व्रत कर रही हूं, माँ दुर्गा सभी का कल्याण करें। बता दें कि बहराइच के दो किसानों की मौत लखीमपुर हिंसा में हुई थी।

हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच आयोग गठित

उधर, प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी मामले में न्यायिक आयोग गठित कर दिया है। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव मामले की जांच करेंगे। शासन ने दो महीने में रिपोर्ट मांगी है। आयोग का मुख्यालय लखीमपुर खीरी में होगा।

राहुल बोले- आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा

राहुल और प्रियंका देर रात लखीमपुर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करके तड़के 3 बजे लखनऊ आ गए थे। बुधवार शाम को राहुल-प्रियंका सबसे पहले लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव पहुंचे। यहां मृतक किसान लवप्रीत सिंह (20) के परिवार से मिले। माता-पिता के गले लगकर ढाढ़स बंधाया।

इसके बाद मृतक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप के घर पर दोनों पहुंचे। यहां प्रियंका ने पत्रकार रमन की पत्नी आराधना और उसके बच्चों वैष्णवी व अभिनव से बात कर हर सहयोग का आश्वासन दिया। फिर धौरहरा के मृतक किसान नक्षत्र सिंह (55) के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान राहुल ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से परिजन संतुष्ट नहीं हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि रिपोर्ट में क्या लिखा है।राहुल ने कहा कि वे दोषी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। हर कोई जानता है कि आरोपित कौन है। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, क्योंकि उसके पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं।

राहुल और प्रियंका के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और अजय सिंह लल्लू भी मौजूद रहे। राहुल का आज दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।

बुधवार को क्या-क्या हुआ था?

राहुल गांधी  फ्लाइट से लखनऊ आए। उनके साथ छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी भी थे।
राहुल लखनऊ पहुंचे तो सरकार ने उनको लखनऊ एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया। दरअसल, वे अपनी गाड़ी से लखीमपुर जाना चाहते थे। प्रशासन उन्हें अपनी गाड़ी से ले जाना चाहता था। करीब एक घंटे से ज्यादा वक्त तक धरना देने के बाद प्रशासन ने राहुल की बात मान ली।
प्रियंका गांधी को करीब 58 घंटे के बाद सीतापुर में रिहा किया गया। उन्हें लखीमपुर जाते वक्त सोमवार की सुबह रोक लिया गया था। उधर, लखीमपुर आ रहे सचिन पायलट और प्रमोद कृष्णन को मुरादाबाद में हिरासत में ले बाद में रिहा कर दिया।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- अगर एक हफ्ते के भीतर सरकार समझौते को लागू नहीं करती है तो देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। बता दें कि टिकैत ने ही UP सरकार के साथ बातचीत करके दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया था।
पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकार ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए सभी मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए देने का ऐलान किया। यानी, हर मृतक के परिवार को कुल एक-एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव में राहुल-प्रियंका ने मृतक किसान लवप्रीत सिंह (20) के परिजनों से गले मिलकर उनको ढाढ़स बंधाया।

लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा

रविवार यानी तीन अक्टूबर को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इससे 4 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में आरोप है कि किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया।

इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है। सरकार और किसानों के बीच समझौता हुआ। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा दिया। एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपितों की गिरफ्तारी का वादा भी किया गया है।

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