फेक न्यूज: नींबू की बूंदें नाक में डालने से ठीक नहीं होता कोरोना
Fact Check: नींबू के रस से कोरोना संक्रमण ठीक होने के वायरल दावे के पीछे कोई वैज्ञानिक आधार नहीं, एक्सपर्ट दे रहे सेल्फ मेडिकेशन से बचने की सलाह
दिल्ली,08मई। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक शख्स कथित तौर पर कोरोना संक्रमण का रामबाण इलाज बताता हुआ दिख रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि नाक में नींबू का रस डालने से कोरोना संक्रमण ठीक हो जाता है। हमारी पड़ताल में यह दावा सही नहीं पाया गया है। आयुर्वेद के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि नींबू से कोरोना वायरस का संक्रमण ठीक हो सकता है। WHO का भी कहना है कि नींबू से कोरोना ठीक होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं। हालांकि, WHO पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियों के सेवन करने की सलाह जरूर दे रहा है।
क्या हो रहा है वायरल
हमें अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर ये वीडियो फैक्ट चेक के लिए मिला है। इस वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए देखा और सुना जा सकता है कि उनके द्वारा बताए गए उपाय से लोग 5 सेकंड में महामारी से छूट जाएंगे। इसमें दावा किया जा रहा है कि एक नींबू ही वैक्सीन के बराबर सुरक्षा देगा। दावे के मुताबिक, नाक में नींबू के रस की 2-3 बूंद डालने से नाक, कान, गला और हृदय का सारा भाग 5 सेकंड में शुद्ध हो जाएगा। वीडियो में दिख रहे शख्स ने दावा किया है कि उन्होंने इस प्रयोग से बहुत लोगों को स्वस्थ होते देखा है।
कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यह वीडियो सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर भी वायरल मिला। फेसबुक यूजर Shyam Singh Chauhan ने 2 मई 2021 को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ‘कोरोना का रामबाण उपाय।’
इस फेसबुक पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
पड़ताल
हमने सबसे पहले इस दावे को इंरटनेट पर ओपन सर्च किया। हमने यह जानना चाहा कि क्या कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज में नींबू काम आ रहा है या नहीं। हमें WHO की साइट पर कोरोना वायरस के संबंध में फैक्ट और फिक्शन टॉपिक के अंतर्गत मौजूद आर्टिकल में इससे जुड़ी कई जानकारियां मिलीं। यहां WHO ने स्पष्ट रूप से बताया है कि इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नींबू या हल्दी कोविड-19 से बचाव कर सकते हैं। हालांकि, WHO एक हेल्दी डाइट के अंतर्गत जरूरी मात्रा में फल और सब्जी के सेवन की सलाह जरूर दे रहा है। इस जानकारी को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
स्वास्थ्य से जुड़ी सूचनाओं के प्रामाणीकरण को समर्पित प्रयास health-desk.org पर भी हमें नींबू और कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी मिली। यहां बताया गया है कि नींबू विटामिन C का अच्छा स्रोत माना जाता है और एक स्वस्थ डाइट का हिस्सा हो सकता है। इसके मुताबिक भी ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नींबू से कोविड-19 संक्रमण का इलाज किया जा सकता है। इस जानकारी को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
हमने इस संबंध में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डिपार्टमेंट ऑफ द्रव्यज्ञान के प्रोफेसर डॉक्टर विनोद कुमार जोशी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि उनके सामने भी ऐसा दावा आया था, लेकिन आयुर्वेद में ऐसा कोई क्लेम नहीं हैं और नींबू के ऐसे प्रयोग का कोई वैज्ञानिक साक्ष्य भी नहीं है। उनके मुताबिक, आज बाजारों में मिलने वाले नींबू का आयुर्वेद में जिक्र भी नहीं है, वहां बड़े नींबू का जिक्र है। प्रोफेसर डॉक्टर विनोद कुमार जोशी के मुताबिक, आज भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। लोग पहले सुझाए गए काढ़े ग्रीष्म ऋृतु (गर्मी में) में भी ले रहे हैं, जो उपयुक्त फायदे नहीं भी दे सकता है। उनके मुताबिक, रोग की तीव्रता को देखा जाना भी अहम है। वह स्पष्ट सलाह दे रहे हैं कि एक्सपर्ट प्रैक्टिशनर को ही यह चीजें तय करनी चाहिए, न कि लोग अनुभव के आधार पर इन चीजों को बताएं।
हमने इस वायरल वीडियो को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Shyam Singh Chauhan की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर मुरैना के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: नाक में नींबू का रस डालने से कोरोना संक्रमण ठीक हो जाने का दावा सही नहीं है। आयुर्वेद के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि नींबू से कोरोना वायरस का संक्रमण ठीक हो सकता है। WHO का भी कहना है कि नींबू से कोरोना ठीक होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं। हालांकि, नींबू विटामिन C का अच्छा स्रोत माना जाता है और WHO भी पर्याप्त मात्रा में फल-सब्जियों के सेवन करने की सलाह देता है।
Disclaimer: हमारी कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए, क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का इलाज खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।
CLAIM REVIEW : नाक में नींबू का रस डालने से कोरोना संक्रमण ठीक हो जाता है।
फैक्ट चेक: वायरस से बचने के लिए नाक में नींबू का रस? ना.. ना.. ये करो ना!
एक नीबू का रस निकालिए और नाक के दोनों छिद्रों में तीन-तीन बूंद डाल लीजिए. पांच सेकेंड में ही ये रस आपके पूरे सिस्टम- नाक-कान-गला-हृदय- को एकदम शुद्ध कर देगा. जिसने भी ये प्रयोग किया है, मैंने ऐसे किसी भी व्यक्ति को मरते हुए नहीं देखा और वो स्वस्थ हुआ है
कोरोना के इलाज और इससे बचने के अप्रमाणित नुस्खों में अब नीबू का रस नाक में डालने की विधि भी शामिल हो गई है. इस नुस्खे के तमाम वीडियो अचानक सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं.
ऐसा ही एक वीडियो है जिसमें एक तिलकधारी बाबा बता रहे हैं कि उन्हें कोरोना का रामबाण इलाज पता चल गया है. वे कहते हैं, “एक नीबू का रस निकालिए और नाक के दोनों छिद्रों में तीन-तीन बूंद डाल लीजिए. पांच सेकेंड में ही ये रस आपके पूरे सिस्टम- नाक-कान-गला-हृदय- को एकदम शुद्ध कर देगा. जिसने भी ये प्रयोग किया है, मैंने ऐसे किसी भी व्यक्ति को मरते हुए नहीं देखा और वो स्वस्थ हुआ है. इस प्रयोग को जरूर करिए और जो ज्यादा ज्ञान दे रहे हैं, उनके ज्ञान को दूर रखिए क्योंकि उन्हीं के ज्ञान के चक्कर में बड़े-बड़े हॉस्पिटलों में लोग मर रहे हैं. जिसको कोरोना हो गया है उसको ये करवा दीजिए. उसका सारा सिस्टम सही हो जाएगा. ये दैवीय प्रेरणा है. मैंने स्वप्न के माध्यम से देखा है. बस नीबू का रस नाक में डालना है और सारे वायरस मर के तुरंत बाहर आ जाएंगे.” इस वीडियो में नीचे एक पट्टी पर लिखा है, ‘दो बूंद नीबू के रस से कोरोना खत्म हो जाएगा.’
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “दो बूंद नींबू के रस से कोरोना जरुर मरेगा”.
इसी तरह एक अन्य वीडियो में देवरिया यातायात उप निरीक्षक रामवृक्ष यादव ट्रैफिक पुलिस की सरकारी जीप के पास खड़े होकर लाउड स्पीकर के माध्यम से कोरोना संक्रमित लोगों को नीबू का रस नाक में डालने की सलाह देते नजर आ रहे हैं. वीडियो में वे कहते हैं, “नीबू का रस नाक में डालने से कोरोना होगा नहीं. अगर किसी को कोरोना हो चुका है, तो वो बहुत जल्दी ठीक हो जाएगा. मेरे कहने पर एक कोरोना पॉजिटिव लड़के ने ये प्रयोग किया और आधे घंटे में ही उसे राहत मिल गई. उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, वो भी दूर हो गई. हम जनपद देवरिया में हैं. यहां एक श्रेष्ठ अफसर ने भी ये प्रयोग किया और पूरे पुलिस महकमे को ये प्रयोग करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि जब नीबू का रस हम पी सकते हैं तो नाक में डालने में कोई दिक्कत नहीं है.”
एक फेसबुक यूजर ने रामवृक्ष यादव का ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “Corona Positive या किसी भी स्वस्थ व्यक्ति की नाक में नींबू के रस की तीन-तीन बूंद डालने से आशा से कहीं अधिक तेजी से रिजल्ट मिल रहे हैं, इसके रिजल्ट से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश देवरिया पुलिस के उच्चाधिकारी खुद इसका अनाउंसमेंट करवा रहे है इसलिए सभी से निवेदन है कि इस नुस्खे को अवश्य आजमाएं.”
हमारे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि नीबू का रस नाक में डालने से कोरोना संक्रमण ठीक होने या कोरोना से बचाव का कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है. भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो ने भी इस दावे का खंडन किया है.
पूर्व भाजपा सांसद और बिजनेसमैन विजय संकेश्वर ने भी हाल ही में कोरोना मरीजों के लिए ‘लेमन थेरेपी’ सुझाई थी. ‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा था कि नाक में नीबू का रस डालने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और कोविड-19 बीमारी से बचाव होता है.
बहुत सारे लोग इस बात पर यकीन कर रहे हैं कि नीबू का रस नाक में डालने से कोरोना संक्रमण से बचाव होता है और इससे कोरोना संक्रमण ठीक होता है.
क्या है सच्चाई
भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो ने तिलकधारी बाबा वाले वीडियो को फर्जी बताते हुए लिखा, “इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नाक में नीबू का रस डालने से #Covid19 को खत्म किया जा सकता है.”
इसी तरह देवरिया पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करके बताया कि कोरोना मरीजों को नाक में नीबू डालने की सलाह देने वाले यातायात उप निरीक्षक रामवृक्ष यादव को चेतावनी दी गई है और इस मामले की जांच की जा रही है. देवरिया पुलिस का पूरा ट्वीट है- “यातायात उप निरीक्षक द्वारा जो उक्त वीडियो वायरल किया गया है वह अवांछनीय तथ्यों पर आधारित है, जिसके संबंध में sp deoria द्वारा कड़ी चेतावनी देते हुए जांच हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया है.”
क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन
‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ के मुताबिक, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नीबू हमें कोविड-19 बीमारी से बचा सकता है. हालांकि ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ खानपान में पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां शामिल करने की सलाह देता है.
भारत के आयुष मंत्रालय के मुताबिक, काढ़ा या हर्बल चाय में नीबू का रस डालकर पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
लेकिन हमें किसी भी सरकारी दस्तावेज या शोध में इस बात का जिक्र नहीं मिला कि नाक में नीबू का रस डालने से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है या इसका इलाज किया जा सकता है.
पोषण पर काम करने वाली अमेरिकी संस्था ‘USAID Advancing Nutrition’ के मुताबिक, ‘नीबू का रस हमें कोविड-19 बीमारी से नहीं बचा सकता. नीबू क्या, खाने की कोई भी चीज अकेले अपने दम पर हमारी प्रतिरोधक क्षमता को नहीं बढ़ा सकती. हर उम्र के लोगों को विविधतापूर्ण आहार खाना चाहिए जिसमें फल-सब्जियां और पशुओं से मिलने वाले उत्पाद शामिल हों.’
कुछ दिनों पहले कर्नाटक में नाक में नीबू का रस डालने के कुछ समय बाद बासवराज मालीपाटिल नाम के एक शिक्षक की मृत्यु हो जाने का मामला भी सामने आया था. ‘द हिंदू’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में एक वकील व आरटीआई कार्यकर्ता ने पूर्व भाजपा सांसद और बिजनेसमैन विजय संकेश्वर के खिलाफ मुख्य सचिव से शिकायत की है.
पड़ताल से ये बात साफ हो जाती है कि नाक में नीबू का रस डालकर कोविड-19 बीमारी से सुरक्षित रहने या उससे ठीक होने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.
फैक्ट चेक
सोशल मीडिया यूजर्स
दावा
नाक में नीबू का रस डालने से कोरोना संक्रमण नहीं होता है. अगर पहले से कोरोना संक्रमण है तो वो भी ठीक हो जाता है.
निष्कर्ष
इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नाक में नीबू का रस डालने से कोरोना संक्रमण नहीं होता है या ठीक हो जाता है.