मुस्लिम लड़की से दोस्ती में गंवाई जान,गौस, सद्दाम और मौहम्मद गिरफ्तार,
डी पवन, मुस्लिम प्रेमिका और “बंदोबस्त की रकम” पर हत्या
हैदराबाद 14 मार्च।तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के बाहरी इलाके शाहीन नगर इलाके में गुरुवार आधी रात के करीब एक हिंदू युवक डी पवन की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। उसके परिवार का आरोप है कि एक मुस्लिम लड़की से दोस्ती के चलते उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने जांच के बाद मामले का पर्दाफाश कर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
करीब 20 साल का पवन आधी रात से ठीक पहले अपने घर से वॉशरूम इस्तेमाल करने के लिए निकला था। अचानक से ही उसके चीखने की आवाज सुनाई दी और जब उसके परिजन बाहर निकले तो देखा कि वह खून से लथपथ पड़ा है। उसके परिवार ने दो लोगों को मौके से भागते देखा। पवन को उस्मानिया अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पवन का परिवार 3 साल पहले बालापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नागरकुर्नूल से हैदराबाद की शाहीन नगर कॉलोनी में शिफ्ट हो गया था। उसकी एक लड़की से दोस्ती हो गई और दोनों फोन पर बात करने लगे। इसके बाद लड़की का परिवार पहाड़ी शरीफ में शिफ्ट हो गया लेकिन दोनों फिर भी संपर्क में रहे।
इसके बाद लड़की के परिवार ने मामले को सुलझाने के लिए एक मोहम्मद नाम के व्यक्ति से संपर्क किया, जो एक स्थानीय यूट्यूब चैनल एमजीएम मीडिया चलाता है। इस मोहम्मद ने अपने कार्यालय में एक बैठक बुलाई, और मांग की कि पवन के परिवार को लड़की के परिवार को हुई ‘उत्पीड़न’ के बदले में 5 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। बाद में इसे घटाकर तीन लाख रुपये कर दिया गया। दिहाड़ी मजदूर होने के कारण पवन का परिवार इस कथित इज्जत की रकम की व्यवस्था नहीं कर पा रहा था।
हत्या के दिन, शाम 7 बजे मोहम्मद ने स्थानीय शरिया अदालत की अंतिम बैठक की। चूंकि पवन के परिवार ने रंगदारी की मांग का भुगतान नहीं किया था, इसलिए लड़की के चाचा गौस और उसके दोस्त सद्दाम ने मामले को अपने हाथों में ले लिया। वे पवन के घर के बाहर इंतजार करते रहे और जब वह रात 11.30 बजे वॉशरूम जाने के लिए निकला तो उन्होंने उसे चाकू मार दिया।
दो हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और स्थानीय यूट्यूब चैनल के मालिक मोहम्मद को भी जबरन वसूली और धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। तीनों को अब न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
विहिप पवन के परिवार के समर्थन में सामने आई है, जो एक अनुसूचित जाति समुदाय से संबंधित है, और वीएचपी ने ही अपराधियों के लिए कड़ी सजा की मांग की है। वीएचपी ने यह भी आरोप लगाया कि राचकोंडा के पुलिस आयुक्त देवेंद्र सिंह चहुआन ने इस नृशंस हत्या का विरोध करने को लेकर हिंदुओं को ही धमकी दी थी, और तेलंगाना डीजीपी के साथ उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था।
पहले भी होते रहे हैं ऐसे मामले
ऐसा नहीं है कि यह मामला पहली बार ही सामने आया है, ऐसी तमाम घटनाएं बार-बार होती रही हैं! वर्ष 2022 में, एक मुस्लिम महिला अशरीन सुल्ताना के रिश्तेदारों ने उसके 25 वर्षीय हिंदू अनुसूचित जातीय पति बिल्लापुरम नागराजू की उसकी आंखों के सामने हैदराबाद में एक सड़क के बीच में हत्या कर दी।
हर साल कई ऐसे अपराध होते हैं, जो बताते हैं कि *भारतीय मुसलमानों डरे हुए हैं* मिथक पूरी तरह से झूठ है, और यह प्रचार एक वास्तविकता ढंकने को बनाया गया है, जो इसके ठीक विपरीत है। वास्तविकता यही है कि हिन्दू ही अधिकाँश रूप से पीड़ित हैं।