खर्च में कांग्रेस और निर्दलीय आगे: ऋषिकेश चुनाव सबसे खर्चीला
देहरादून जिले में निर्दलीयों ने जमकर बहाया पैसा, प्रचार में खूब हुआ खर्च, जानिए पाई पाई का हिसाब – UTTARAKHAND CIVIC ELECTION 2025
देहरादून में मेयर और पालिका के साथ पंचायत के प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार में जमकर खर्च किया पैसा, ऋषिकेश नगर निगम में सबसे ज्यादा खर्च
देहरादून 22 जनवरी 2025: उत्तराखंड में चंद घंटों बाद निकाय चुनाव को लेकर वोटिंग होनी है. ऐसे में प्रत्याशियों की हार्ट बीट बढ़ी हुई है, लेकिन इससे पहले प्रत्याशियों ने जमकर प्रचार प्रसार किया, जिसमें खूब पैसा खर्च भी किया. इस बार भी राज्य निर्वाचन आयोग ने नेताजी के चुनाव प्रचार में खर्च की सीमा तय की थी. जिसमें आयोग ने प्रत्याशियों के खर्च की सीमा बढ़ाकर करीब दोगुना कर दी थी. प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार में किए खर्च का लेखा-जोखा भी चुनाव आयोग को देना होता है. ऐसे में जानते हैं कि देहरादून जिले में मेयर और पालिका के प्रत्याशियों ने कितना खर्च किया है?
कितनी है निकाय चुनाव में खर्च की सीमा?
उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार नगर निगम में मेयर का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा अधिकतम सीमा 30 लाख रुपए तय की थी. जबकि, साल 2018 में 16 लाख रुपए थी. हालांकि, ये 30 लाख रुपए भी वहां खर्च किए जा सकते हैं, जहां पर वार्ड की संख्या 60 से ज्यादा हो. अगर कहीं पर 40 वार्ड हैं तो वहां खर्च की सीमा 20 लाख रुपए है. वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए यह सीमा 8 लाख रुपए है. जबकि, नगर पंचायत में यह सीमा 3 लाख रुपए रखी गई है.
सबसे बड़े नगर निगम देहरादून में भाजपा का खर्च ज्यादा: इन चुनाव में देहरादून में सबसे ज्यादा पैसे वैसे तो ऋषिकेश नगर निगम की प्रत्याशियों ने खर्च किए हैं, लेकिन बात देहरादून नगर निगम की करें तो यहां पर भाजपा प्रत्याशी सौरभ थपलियाल ने 2 लाख 91 हजार रुपए अब तक खर्च किए हैं. जबकि, कांग्रेस के वीरेंद्र पोखरियाल ने 2 लाख 21 हजार रुपए में अपना चुनाव लड़ा है. वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी सुलोचना ने 2 लाख 37 हजार रुपए खर्च किए. जबकि, उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने 1 लाख 48 हजार रुपए अपने चुनाव में खर्च किए हैं.
वहीं, रविंद्र आनंद अभी आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं, उन्होंने भी 30 हजार रुपए इस चुनाव में खर्च किए हैं. निर्दलीय प्रत्याशी विजय प्रसाद ने भी करीब 29 हजार रुपए खर्च किए. जबकि, राजकिशोर रावत ने भी 25 हजार रुपए जेब से बाहर निकाले. जबकि, सबसे कम खर्च करने वाली प्रत्याशी आरुषि सुंदरियाल हैं, जो कांग्रेस की पूर्व नेता हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने 19 हजार 146 रुपए अब तक चुनाव में खर्च किए हैं.
ऋषिकेश नगर निगम में खर्च सबसे ज्यादा: बात अगर ऋषिकेश नगर निगम की करें तो यहां पर भी प्रत्याशियों ने अच्छा खासा खर्च किया है. कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जाटव ने 11 लाख 77 हजार रुपए इस चुनाव में खर्च किए. जबकि, निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश चंद्र ‘मास्टर’ ने अपने चुनाव में करीब 4 लाख रुपए खर्च का ब्यौरा निर्वाचन आयोग को दिया है. वहीं, भाजपा प्रत्याशी शम्भू पासवान ने भी अभी तक जो आंकड़े उपलब्ध कराए हैं, उसमे मात्र 30 हजार रुपए खर्च होना बताया है. जबकि, महेंद्र सिंह जो कि उत्तराखंड क्रांति दल से ताल्लुक रखते हैं, उन्होंने करीब 12 हजार रुपए खर्च होना निर्वाचन आयोग को बताया है.
विकासनगर नगर पालिका में भाजपा का खर्च ज्यादा : बात अगर विकासनगर नगर पालिका की करें तो भाजपा प्रत्याशी पूजा चौहान गर्ग ने 5 लाख 48 हजार रुपए खर्च किए हैं. जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी धीरज नौटियाल ने 4 लाख 20 हजार रुपए का खर्च चुनाव में होना बताया है. वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी मधुबाला ने 2 लाख 55 हजार रुपए खर्च किया है.
डोईवाला नगर पालिका मे कांग्रेस का खर्च ज्यादा : इधर, देहरादून से सटी डोईवाला नगर पालिका क्षेत्र में भी प्रत्याशियों ने अच्छा खासा खर्च किया है. जहां कांग्रेस प्रत्याशी सागर मनवाल ने 3 लाख 98 हजार रुपए खर्च होना बताया है. जबकि, नरेंद्र सिंह नेगी जो कि भाजपा के प्रत्याशी हैं, उन्होंने भी 3 लाख 47 हजार रुपए खर्च किए हैं. वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी थॉमस मेसी ने 1 लाख 84 हजार रुपए खर्च किए हैं. जबकि, दूसरे निर्दलीय प्रत्याशी राजवीर सिंह ने भी 96.24 हजार रुपए खर्च किए हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी यामिनी ने 73.90 हजार रुपए खर्च होना बताया है.
मसूरी नगर पालिका में कांग्रेस का खर्च सबसे ज्यादा: मसूरी नगर पालिका में भी कांग्रेस प्रत्याशी मंजू भंडारी ने 5.4 लाख रुपए खर्च किए हैं. जबकि, निर्दलीय प्रत्याशी उपमा पंवार ने 3.98 लाख रुपए खर्च किए हैं. दूसरी निर्दलीय प्रत्याशी शकुंतला पंवार ने भी 2.20 लाख रुपए खर्च किए हैं. जबकि, भाजपा प्रत्याशी मीरा सकलानी ने अपना खर्चा करीब 55 हजार रुपए बताया है. वहीं, बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रही नैंसी ने करीब 45 हजार रुपए अपना चुनावी खर्च बताया है.
हरबर्टपुर नगर पालिका में कांग्रेस और सेलाकुई नगर पंचायत में निर्दलीय सुमित के सबसे ज्यादा खर्च: हरबर्टपुर नगर पालिका में कांग्रेस से अध्यक्ष प्रत्याशी के तौर यामिनी रोहिला मैदान में उतरी थीं, लेकिन उनके चुनाव पर रोक लग गई है. ऐसे में उन्होंने चुनाव प्रचार में 3.34 लाख रुपए खर्च किए. जबकि, भाजपा प्रत्याशी नीरू देवी ने भी 2.21 लाख रुपए खर्च किए हैं. निर्दलीय चुनाव लड़ रही सरस्वती ने भी करीब 90 हजार रुपए इस चुनाव में खर्च किए हैं. जबकि, दूसरी निर्दलीय प्रत्याशी सरिता ने भी 55.670 हजार रुपए खर्च किए हैं.
वहीं, सेलाकुई नगर पंचायत में भी निर्दलीय प्रत्याशियों ने अच्छा खासा पैसा खर्च किया है. यहां सुमित चौधरी ने 2.12 लाख रुपए खर्च किए हैं. जबकि, दूसरे निर्दलीय प्रत्याशी सुशील कुमार ने 47.920 हजार खर्च किए हैं. तीसरे निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र कुमार गुप्ता ने करीब 39 हजार रुपए खर्च किए हैं. वहीं, अन्य निर्दलीय प्रत्याशी रीता शर्मा ने भी 39 हजार रुपए के आसपास अपना खर्च आयोग को बताया है. जबकि, भाजपा प्रत्याशी भगत सिंह राठौड़ ने भी करीब 30 हजार रुपए खर्च होने का ब्यौरा दिया है.
Uttarakhand Nikay Chunav Voting will be held at 1,516 centers 18 thousand security forces will be deployed
1,516 केंद्रों पर कल होगा मतदान, 18 हजार से अधिक रहेंगे सुरक्षाकर्मी
प्रदेश में कुल 1,516 मतदान केंद्र और 3,394 मतदेय स्थल हैं। इनमें 592 संवेदनशील और 412 अतिसंवेदनशील मतदेय स्थल शामिल हैं।
शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए बृहस्पतिवार को 18 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। इनमें 1,120 पुलिस बल, 24 कंपनी पीएसी, 4,352 होमगार्ड, 2,550 पीआरडी जवान और 300 वन कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा चेकिंग बैरियरों पर क्यूआरटी व अन्य पुलिस बल की तैनात रहेगी।
बुधवार को चुनाव में पुलिस की अब तक की कार्रवाई के बारे में डीजीपी दीपम सेठ ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 1,516 मतदान केंद्र और 3,394 मतदेय स्थल हैं। इनमें 592 संवेदनशील और 412 अतिसंवेदनशील मतदेय स्थल शामिल हैं।
पुलिस की ओर से इन सभी मतदान स्थल का निरीक्षण पूरा कर लिया गया है। प्रदेश में 185 चेकिंग बैरियर स्थापित किए गए हैं। इनमें 117 बैरियरों पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है। बाकी बैरियरों पर वीडियो कवरेज की जा रही है। प्रदेशभर में 105 मोबाइल टीम और 109 क्यूआरटी काम कर रही हैं।
पुलिस ने निकाय चुनाव के दौरान अब तक 89.50 लाख रुपये की शराब पकड़ी है। इससे संबंधित 591 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें 603 तस्कर गिरफ्तार हुए। इस दरम्यान 13 करोड़ रुपये से अधिक के मादक पदार्थ भी पकड़े गए। इनमें 209 मुकदमों में 301 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने अभियान चलाकर 11,196 लाइसेंसी शस्त्र जमा कराए। करीब नौ हजार लोगों को मुचलका पाबंद किया गया। 1,255 गैर जमानती वारंटों को अमल कराया गया जबकि 124 फरार अपराधियों को पकड़ा गया। 204 के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई की गई।