लव जिहाद:हैदर का एकतरफा ‘प्यार’ ठुकराने से निधि ने गंवाई जान

उत्तराखंड › प्रेमी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर प्रेमिका की गला रेतकर कर दी थी हत्या, यह है वजह
प्रेमी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर प्रेमिका की गला रेतकर कर दी थी हत्या, यह है वजह
रुड़की 26अप्रैल।लफंगे’प्रेमी’ ने दोस्तों के साथ मिलकर जबरिया प्रेमिका के घर में घुसकर कागज कटर से गला रेता था। आरोपित से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कागज कटर और बाइक बरामद की है। पेशी के बाद आरोपितों को जेल भेज दिया गया। गंगनहर कोतवाली में प्रेस वार्ता कर पुलिस अधीक्षक देहात प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि बीते शनिवार दोपहर करीब एक बजे गली नंबर 20 कृष्णानगर निवासी निधि उर्फ हंसी (21वर्ष) घर पर अकेली थी। उस वक्त निधि दोपहर का खाना बनाने की तैयारी कर रही थी। तभी दरवाजा खटखटाया गया। निधि दरवाजा खोलने गई तो हैदर, आरिस और शारिक ने निधि को धक्का दिया और घर में घुस गए। निधि के साथ आरोपितों ने मारपीट की।उससे भी मन न भरने पर हैदर ने साथ लाये पेपर  कटर से निधि का गला रेत दिया था। बाक़ी दोनों उसे दबोचे रहे हत्या कर तीनों घटनास्थल से भागे। लेकिन क्षेत्रवासियों की तीनों पर नजर पड़ गई। शोर-शराबा होने पर क्षेत्रवासियों ने पीछा कर हैदर को कुछ ही दूरी पर धर दबोचा और धुनाई कर पुलिस को सौंप दिया। परिजनों ने निधि को निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन डॉक्टरों ने निधि की हालत देखकर सहारनपुर के लिए रेफर  किया गया । परिजन निधि को उपचार के लिए लेकर जा रहे थे, लेकिन रामपुर चुंगी के पास निधि ने दम तोड़ दिया था। गंगनहर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

पूछताछ में हैदर ने सच उगलना शुरू कर दिया था। बताया कि वह निधि से ‘मोहब्बत’ करता था और पढ़ी-लिखी लड़की से निकाह पढ़ने का अरमान रखता था । लेकिन वह उसे घास  डालने को तैयार नहीं थी। । निधि  उसका फोन तक नहीं उठाती थी। निधि को सबक सिखाने के लिए बाइक लेकर तीनों कृष्णानगर पहुंचे थे। जहां निधि घर में अकेली मिल गई और मौका पाकर निधि की गला रेत कर हत्या कर दी।

शिक्षा नगरी में दहशत

जिस तरह से युवती की गला रेतकर हत्या की गई। उससे शिक्षानगरी में दहशत का माहौल है। आरोपितों ने जिस तरह से दुस्साहस दिखाया। उसे लेकर भी शहर में आक्रोश भी दिखा। सिविल अस्पताल में आरोपितों की मुखबिरी के शक में भीड़ ने एक युवक को पीट दिया। वहीं, घटना के विरोध और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा नेता की अगुआई में लोग धरने पर बैठ गए। भाजपा विधायक भी धरने पर पहुंचे थे, जिससे पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए

कृष्णानगर निवासी निधि की हत्या को लेकर उसकी मां बेबी का आक्रोश ऐसा था कि सिविल अस्पताल में वह बार-बार आरोपितों को अपने हवाले करने की मांग कर रही थी। मां रो-रो कर कह रही थी कि वह भी हत्यारों को इसी तरह से खुद अपने हाथों से सजा देगी। पुलिस ने किसी तरह से मां को समझाया। भाई हन्नी और सन्नी भी समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर यह क्या हो गया। जिस बहन को कुछ देर पहले वह हंसते खेलते छोड़कर आए थे। वह कैसे मौत के आगोश में चली गई। उसने किसी का क्या बिगाड़ा था। युवती की मौत की जानकारी जैसे ही शहर में फैली तो काफी संख्या में लोग सिविल अस्पताल में जमा हो गए। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के चलते लोग काफी आक्रोशित दिखे। एक दूसरे समुदाय का युवक बार-बार भीड़ में घ़ुसकर बात सुन रहा था। कुछ व्यक्तियों को शक हुआ कि आरोपित पक्ष ने उसे मुखबिरी के शक में भेजा है। इस पर उन्होंने युवक की पिटाई कर दी। किसी तरह से उसे बचाया गया। झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल भी सिविल अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान वहां पर लोग भाजपा नेता अजीत मधुकर जाटव के साथ धरने पर बैठ गए। लोग फरार आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग करते रहे। एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ

कुछ दिन पहले सऊदी से आया था हैदर

रुड़की: युवती की हत्या के बाद मौके से पकड़े गए आरोपित हैदर से मोहल्ले के लोग भी पुलिस के आने से पहले पूछताछ करते रहे। आरोपित ने मोहल्लावासियों के सामने निधि की हत्या की बात कबूली। आरोपित ने बताया कि वह कुछ दिन पहले ही सऊदी से आया था। उसने अपने दोस्तों के नाम भी पुलिस और अन्य व्यक्तियों को बताए थे।

आरोपितों को थी युवती के घर में अकेली होने की जानकारी

रुड़की: जिस तरह से आरोपितों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया। उससे लग रहा है कि आरोपितों को पता था कि युवती घर में अकेली है। आरोपितों ने हत्या के लिए वही समय चुना। दोपहर होने के चलते गली मे भी सन्नाटा पसरा हुआ था, जिसके चलते दो आरोपित वहां से भागने में सफल रहे।

हैदर अली निवासी सफरपुर, आरिस उर्फ रिहान और शारिक निवासी शाहपुर को निधि हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित से कागज कटर और वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद की गई है। नफरत में हत्याकांड को अंजाम दिया गया।

पुलिस टीम में गंगनहर कोतवाली इंस्पेक्टर मनोज कुमार मैनवाल, उप निरीक्षक मनोज सिरौला, सुनील रमोला, विनोद गोला, दीप कुमार, नवीन पुरोहित, लोकपाल परमार, प्रीति तोमर, हसन जैदी, बबलू, मुकेश जोशी, विजय, संदीप कुमार, अमर, सुरेंद्र, रणवीर, प्रीतम, पूरण, सुरेश, हरि सिंह, चेतन सिंह, संतोष, मनोज और सीआईयू प्रभारी जहांगीर अली, एहसान अली, जाकिर हुसैन, रविंद्र खत्री और महिपाल शामिल थे।

 

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