मोहाली से हिंदू बालिका बहका शादी को पहुंचा मुस्लिम युवक, भीड़ से पिटा

अलीगढ़: हिंदू लड़की को भगाकर कोर्ट मैरिज करने पहुंचा था मुस्लिम युवक, लोगों ने कर दी पिटाई
कोर्ट परिसर के बाहर जब पुलिस उन दोनों को ले जानी लगी तो प्रेमी-प्रेमिका जमकर हंगामा करने लगे. दोनों का हंगामा किसी ड्रामे से कम नहीं था. लोगों ने युवक की पिटाई भी कर दी.
अलीगढ़. यूपी के अलीगढ़ की कोर्ट परिसर में उस वक्त हंगामा हो गया जब गैर समुदाय के युवक-यवती वहां पर शादी करने पहुंच गए. आरोप है कि कुछ लोगों ने उन दोनों को पकड़ लिया व प्रेमी की जम कर पिटाई कर दी. बाद में दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया. कोर्ट परिसर के बाहर जब पुलिस उन दोनों को ले जानी लगी तो प्रेमी-प्रेमिका जमकर हंगामा करने लगे. दोनों का हंगामा किसी ड्रामे से कम नहीं था.
युवती जहां अपने प्रेमी के प्यार को पाने के लिए तरह-तरह के डायलॉग बोल रही थी. वहीं, प्रेमी भी मजनू की तरह प्रेमिका के लिए जमीन पर लेट गया. लोगों से प्रेमिका को दिलाने की फरियाद करने लगा, लेकिन पुलिस दोनों को थाना सिविल लाइन ले आई. पुलिस ने युवक-युवती के साथ कोर्ट परिसर में मारपीट करने पर अब कई लोगों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मामला दर्ज किया है.

सोनू मलिक है प्रेमी का नाम

दरअसल, पंजाब के मोहाली में अलीगढ़ के जीवनगढ़ का रहने वाला सोनू मलिक फेरी लगाकर कपड़े का काम करता है. सोनू का फेसबुक के जरिए मोहाली की ही रहने वाली एक नाबालिग युवती से प्रेम-प्रसंग हो गया. दोनों एक दूसरे के इतने नजदीक आ गए कि नाबालिग प्रेमिका अपने प्रेमी का हाथ पकड़कर अलीगढ़ शादी करने पहुंच गई. उधर लड़की के घरवालों ने बेटी के अपहरण का मुकदमा सोनू के खिलाफ मोहाली में दर्ज कराया. कल जब दोनों अलीगढ़ कोर्ट परिसर में शादी के लिए पहुंचे तो वहां पर कुछ लोगों को पता चल गया कि दोनों अलग-अलग समुदाय के हैं. इस पर कोर्ट परिसर में कुछ लोगों ने उन दोनों के साथ मारपीट कर दी. सूचना पर अलीगढ़ थाना सिविल लाइन्स पुलिस भी पहुंच गई और दोनों को अपने साथ थाने ले गई. हालांकि युवक-युवती दोनों एक दूसरे के साथ जाने के लिए जिद पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस जबरदस्ती दोनों को थाने ले आई. युवती खुद को अपने आप को बालिग बता रही थी.
उधर, पंजाब पुलिस को जब जानकारी मिली कि युवक और युवती अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन्स में है तो पंजाब के मोहाली पुलिस की एक टीम भी यहां पहुंच गई. पुलिस के साथ युवती का पिता भी मौजूद था. उसने अलीगढ़ पुलिस को युवती के नाबालिग होने के संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत किए जिसके बाद अब मोहाली पुलिस युवक और युवती को अपने साथ मोहाली लेकर गई.

प्रेमिका ने मारा यू टर्न

नाबालिग लड़की बाद में अपने बयान से पलट गई. मीडिया को दिए गए बयान में प्रेमिका ने बताया कि मेरी उससे फेसबुक पर बात हुई थी. उसने अपना नाम सोनू बताया था. लड़की ने बताया कि वो उसे हिंदू समझ कर बात कर रही थी. बाद में पता चला कि यह मुसलमान है. यह मुझे बाइक से अलीगढ़ लेकर आए और मुझसे कहा कि मैं कोर्ट मैरिज कर लूंगा. हमने कोर्ट मैरिज करनी चाही तो वहां पर वकीलों ने बहुत कुछ बोला.उन्होंने अपना नाम केवल सोनू बताया था.बाद में घरवालों के बात करने से पता चल गया कि ये मुसलमान है.

Lucknow: हिंदू लड़की की मुस्लिम युवक से हो रही थी शादी,पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रोकी रस्में

उत्तर प्रदेश (UP news) में योगी सरकार (Yogi Government) ने हाल ही में शादी के लिए धर्म परिवर्तन (Anti conversion Law) पर सख्ती दिखाते हुए अध्यादेश को मंजूरी दी है। लखनऊ (Lucknow news) में हिंदू लड़की (Hindu bride) और लड़के की शादी पुलिस ने रोक दी। दोनों की शादी हिंदू और मुस्लिम दोनों ही रीति-रिवाजों (Hindu-Muslim rituals) से हो रही थी।

हाइलाइट्स:
यूपी की राजधानी लखनऊ में हो रही थी हिंदू युवती और मुस्लिम युवक की शादी
हिंदू संगठन की सूचना पर पहुंची पुलिस, रुकवाईं रस्में
युवती और युवक के घरवाले दोनों शादी के लिए थे राजी लेकिन उनके पास नहीं थी मैजिस्ट्रेट की अनुमति
दोनों परिवारों की सहमति के बाद हिंदू रीति-रिवाज के बाद होना था निकाह

धर्म परिवर्तन पर नए यूपी अध्यादेश के उल्लंघन का हवाला देते हुए लखनऊ में बुधवार शाम एक अंतर-धार्मिक विवाह को रोक दिया गया। हिंदू दुलहन और मुस्लिम दूल्हा दोनों एक समारोह में शादी करने जा रहे थे। यहां पहले हिंदू परंपरा के अनुसार हो रही थी, उसके बाद मुस्लिम रीति-रिवाजों से शादी होनी थी। शादी जिला हिंदू महासभा प्रमुख की सूचना और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद रोकी गई।

लड़की रैना गुप्ता (22) केमेस्ट्री से पोस्टग्रैजुएट है। वहीं मोहम्मद आसिफ (24) फार्मासिस्ट है। अडिश्नल डीएसपी साउथ सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि पारा इलाके के आयोजन स्थल था। यहां पर हिंदू रीति रिवाज से विवाह होने के बाद मुस्लिम रिवाज से भी निकाह होना था। दोनों के परिवार इस शादी के लिए राजी थी। पुलिस ने शादी रोक दी। पारा पुलिस थाना इंचार्ज त्रिलोकी सिंह ने कहा कि हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष बृजेश शुक्ला ने इस शादी के बारे में जानकारी दी थी।

पुलिस की दलील

अडिश्नल डीसीपी रावत ने कहा कि विवाह को हाल ही में अधिसूचित ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020’ के धारा 3 और 8 (खंड दो) के अनुसार रोका गया। इस अध्यादेश में कहा गया है कि किसी भी धर्म परिवर्तन,धर्म परिवर्तन का प्रयास नहीं करना चाहिए। शादी के लिए,जबरन,किसी को उकसाकर,धोखे से, लालच देकर, खरीद-फरोख्त, बरगलाकर धर्म परिवर्तन करवाना गैर-कानूनी है।

सहमति से हो रहा था विवाह

दुलहन के पिता विजय गुप्ता ने बताया कि शादी के लिए कोई जबरन धर्म परिवर्तन नहीं किया गया था और दोनों परिवारों ने बिना शर्त अपनी सहमति दे दी थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी कि एक अंतर-धर्म विवाह के लिए अगर दोनों पक्ष राजी हैं तो भी विवाह केवल जिला मजिस्ट्रेट की मंजूरी के बाद ही हो सकता है।’

‘अनुमति के बाद करवाऊंगा शादी’

दुलहन के पिता ने कहा कि अब वह पहले इस विवाह के लिए मैजिस्ट्रेट की अनुमति लेंगे, उसके बाद ही विवाह करवाएंगे। इधर दूल्हे ने इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

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