लव जिहाद : फर्जी नाम से ‘दोस्ती’ , किशोरी अपहृत , 46 दिन में ढूंढ पाई दिल्ली पुलिस
फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाकर नाबालिग को किया किडनैप, दिल्ली पुलिस ने 46 दिन बाद लड़की को ढूंढ निकाला
दिल्ली पुलिस ने 15 साल की एक नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले को सुलझाते हुए शोएब खान नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाकर शोएब ने पहले लड़की से दोस्ती की और फिर शादी का झांसा देकर उसे किडनैप कर लिया.
नई दिल्ली 14 दिसंबर। वेस्ट दिल्ली पुलिस ने 15 साल की एक नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले को सुलझाते हुए शोएब खान नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाकर शोएब ने पहले लड़की से दोस्ती की. उसके बाद शादी का झांसा देकर उसे किडनैप कर लिया. दिल्ली पुलिस ने 46 दिन की इन्वेस्टिगेशन के बाद लड़की को बरामद किया और शोएब को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, 23 अक्टूबर को दिल्ली के राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में एक शख्स ने अपनी 15 साल की लड़की के अपहरण का मामला दर्ज करवाया. मामले की गंभीरता को देखते हुए राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन के एसएचओ अनिल शर्मा ने तुरंत जांच शुरू की.किडनैप हुई लड़की के बारे में जानकारी जुटाई गई. कॉल डिटेल रिकॉर्ड,फेसबुक मैसेंजर, व्हाट्सएप और तमाम सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला गया.
जांच में सामने आई फेक प्रोफाइल
पुलिस को जांच में पता चला कि एक एस.के. सिन्हा नाम का फेसबुक अकाउंट से लड़की को लगातार मैसेज आ रहे थे. पुलिस ने एस.के. सिन्हा नाम के इस फेसबुक अकाउंट को खंगालना शुरू किया तो पुलिस ने पाया कि शोएब खान नाम के एक शख्स ने बनाया है जो कि राजस्थान के अलवर के गोविंदगढ़ रहने वाला है.
इसी जानकारी और शक के आधार पर पुलिस ने एक टीम बनाकर गोविंदगढ़ में शोएब खान के घर में रेड की. लेकिन शोएब उसका परिवार और बाकी रिश्तेदार सब घर से फरार थे. आसपास के लोगों ने भी पुलिस की कोई मदद नही की. किडनैप हुई लड़की के बारे में अब तक कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिली थी.
भेष बदलकर आरोपित के गांव में रही पुलिस
अपहरण के इस केस को सुलझाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी लिहाजा इस में पुलिस ने हैड कांस्टेबल शौकत अली को शामिल किया, शौकत अली भेष बदलकर गांव में पहुंचा और लड़की के बारे जानकारी हासिल करने लगा. हेड कांस्टेबल शौकत अली लड़की के बारे में जो-जो जानकारी अपनी टीम को देता टीम वहां-वहां पर रेड करती लेकिन लड़की का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था.
46 दिन बाद पुलिस को मिली सफलता
पुलिस की टीम लगातार छापेमारी करती रही. करीब 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। 40 से ज्यादा दिन का समय बीत चुका था लेकिन लड़की का कोई सुराग पुलिस को नही मिल पा रहा था। आखिरकार 46 दिन बाद पुलिस की टीम को सफलता मिल ही गई. 8 दिसंबर को पुलिस ने आरोपित शोएब खान को दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर के पास से धर दबोचा लेकिन लड़की शोएब के साथ नहीं थी.
पुलिस ने आरोपित शोएब से पूछताछ शुरू की. पूछताछ में शोएब ने बताया कि उसने फेक नाम से फेसबुक पर प्रोफाइल बना रखी है. जांच में पुलिस को पता चला कि उसकी इस फेक प्रोफाइल में 4845 दोस्त फ्रेंड लिस्ट में है. आरोपित शोएब ने पुलिस को बताया कि उसने लड़की को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी जिसे 5 जुलाई 2019 को लड़की ने स्वीकार कर लिया था. बाद में दोनों की दोस्ती हो गई और अक्सर घंटों चैट करने लगे.
शादी का झांसा देकर लड़की को साथ ले गया आरोपित
पुलिस के मुताबिक इसके बाद शोएब ने लड़की को शादी करने के लिए मजबूर करना शुरू कर दिया. 22 अक्टूबर 2020 को आरोपित शोएब दिल्ली आया और शादी का झांसा देकर लड़की को अपने साथ बिहार के मुजफ्फरपुर ले गया. जहां शोएब अपने एक दोस्त सौरभ के घर एक दिन के लिए रुका और उसके अगले दिन वो लड़की को लेकर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ चला गया.
आजमगढ़ में शोएब की मदद उसके दोस्त शिवम ने की. 26 अक्टूबर 2020 को शोएब आजमगढ़ से निकला और लड़की को लेकर पुराने फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन पहुंचा. इसके बाद उसने फरीदाबाद से बदरपुर बॉर्डर तक एक ऑटो लिया और लड़की को बदरपुर बॉर्डर पर ऑटो में छोड़कर फरार हो गया.
पुलिस को आरोपित शोएब खान तो मिल गया था लेकिन लड़की का कोई सुराग नहीं मिला था. मामला उलझता जा रहा था. शोएब से पूछताछ में ये तो साफ हो गया था कि लड़की शोएब के साथ ही थी. इसके बाद पुलिस ने बदरपुर बॉर्डर पर लड़की की तलाश शुरू की. उस ऑटो को तलाशना शुरू किया गया जिसमें लड़की को शोएब छोड़कर चला गया था.
पुलिस ने 300 ऑटो रिक्शा वालों से पूछताछ की
पुलिस ने करीब 300 ऑटो रिक्शा वालों से पूछताछ की गई. तमाम सीसीटीवी फुटेज को देखा गया. लड़की की तस्वीर लेकर पुलिस करीब 6 घंटे तक भटकती रही. इतने घंटो की मेहनत के बाद आखिरकार पुलिस ने उस ऑटो वाले को तलाश लिया जिसमें शोएब लड़की को छोड़कर फरार हुआ था. इसके बाद ऑटो चालक ने पुलिस को बताया कि उसने लड़की को बदरपुर एक्सटेंशन में ड्रॉप किया था. इसके बाद पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया.
शोएब को अदालत में पेश किया गया जहां से अदालत ने उसे जेल भेज दिया. नाबालिग लड़की अब अपने परिवार के पास है. दिल्ली पुलिस की 46 दिन की जांच ने एक लड़की को उसके परिवार से मिलवा दिया.