दुबई से खोली गई महुआ की आईडी: निशिकांत का गंभीर आरोप
निशिकांत का दावा- दुबई से खोली गई महुआ की ID: महुआ बोलीं- सुना है CBI आने वाली है,एजेंसी घर आए, जूते गिन ले
TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगाए हैं।
नई दिल्ली 21 अक्टूबर। संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक और गंभीर आरोप लगाया है। निशिकांत ने शनिवार को सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा-कुछ पैसे को एक सांसद ने देश की सुरक्षा गिरवी रख दी।
दुबे ने लिखा– दुबई से संसद के ID खोले गए, जबकि उस वक्त वो कथित सांसद भारत में ही थीं। इस नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) पर पूरी भारत सरकार है। देश के प्रधानमंत्री,वित्त विभाग,केन्द्रीय एजेंसी यहां हैं। क्या अब भी TMC व विपक्षी दलों को राजनीति करनी है। निर्णय जनता का है। NIC ने यह जानकारी जांच एजेंसी को दे दी है।
इधर, महुआ मोइत्रा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के दावे पर कहा- मेरी NIC से अपील है कि वो सभी सांसदों की यह जानकारी सार्वजनिक करें कि जब उनकी आईडी उनके पीए और रिसर्चर इस्तेमाल कर रहे थे,तब वो भी वहां फिजिकली मौजूद थे। इसके लिए फर्जी डिग्री वालों का इस्तेमाल न करें।
महुआ ने कहा- पता चला है कि CBI मेरे घर छापा मारने वाली है। मैं दुर्गा पूजा में व्यस्त हूं। मैं CBI को घर आ मेरे जूतों की जोड़ी गिनने को आमंत्रित करती हूं। लेकिन सबसे पहले अडाणी पर FIR दर्ज करें,जिन्होंने कोयला घोटाला से देशवासियों के 13 हजार करोड़ रुपए चुराए हैं।
महुआ के अडाणी को लेकर 2 दावे
महुआ ने पहला दावा किया कि अज्ञात FPI के पास अडानी के शेयर हैं,SEBI उनके बारे में पता नहीं लगा पाई है। इससे अडानी को मुंबई एयरपोर्ट खरीदने को गृह मंत्रालय की स्वीकृति मिली है।
महुआ ने लिखा- सॉरी अडाणी जी,मैं शांति के लिए 6 महीने तक चुप रहने का आपका सौदा अस्वीकार कर रही हूं। साथ ही आपकी यह डील भी नामंजूर कर रही हूं,जिसमें मुझे आप पर बोलने की आजादी थी और प्रधानमंत्री पर नहीं।
19 अक्टूबर को हिरानंदानी ने महुआ का लॉगइन खोलना स्वीकारा
निशिकांत दुबे ने महुआ पर आरोप में जिस बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी का नाम लिया,उन्होंने 19 अक्टूबर को एक पत्र में महुआ की संसद ID का लॉगइन खोलना माना था। इस पर महुआ ने भी सोशल मीडिया पर एक बयान में इसका जवाब दिया था। हीरानंदानी का ये पत्र नैतिकता समिति को भी भेज दिया गया है।
हिरानंदानी के आरोप के जवाब में महुआ मोइत्रा
हीरानंदानी का दावा- महुआ मुझसे लग्जरी आइटम्स की डिमांड किया करती थीं। मुझ पर काम करने को दबाव डालती थीं, जो मैं नहीं करना चाहता, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं था।
महुआ मोइत्रा का जवाब- दर्शन ने मेरी मांगें मान लीं क्योंकि वह मुझसे डरता था। दर्शन और उनके पिता भारत के सबसे बड़े बिजनेस ग्रुप्स में से एक हैं। UP और गुजरात में उनके प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन UP CM और PM ने किया है। इतनी बड़ी पहुंच वाला आदमी मुझसे क्यों डरेगा।
हीरानंदानी का दावा- मोइत्रा जल्दी से अपना नाम बनाना चाहती थीं। उनके दोस्तों ने सलाह दी थी कि चर्चित होने का सबसे आसान तरीका है प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करो।
महुआ मोइत्रा का जवाब– हीरानंदानी ने जो शपथपत्र दिया है वो किसी ऑफिशियल लेटरहेड पर नहीं बल्कि सादे कागज पर है। इस तरह के पत्र पर कोई हस्ताक्षर तभी करेगा जब उसके सिर पर बंदूक रखी गई हो।
हीरानंदानी का दावा- महुआ ने मुझसे अडाणी पर सवाल करने को मदद मांगी। उन्होंने मुझसे अपनी सांसद की ईमेल आईडी शेयर की,ताकि मैं सीधे उनकी तरफ से सवाल कर सकूं।
महुआ मोइत्रा का जवाब– दर्शन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की। आत्मस्वीकृति खुद ट्वीट क्यों नहीं की या उनकी कंपनी ने इसे सामने क्यों नहीं रखा? यदि वास्तव में उसने इसे “स्वीकार” कर लिया है तो वह इसे बैक चैनल लीक से जारी करने के बजाय आधिकारिक तौर पर जारी क्यों नहीं कर रहा है?
क्या है मामला?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने को पैसे और उपहार लिए थे। मामला अध्यक्ष ने नैतिक समिति को भेज दिया। महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा की नैतिक समिति 26 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।
इसके लिए कमेटी ने निशिकांत दुबे को बुलाया है। लोकसभा के डिप्टी सेक्रेटरी बाला गुरु ने दुबे को नोटिस जारी करते हुए ये जानकारी दी। निशिकांत सुनवाई में मौजूद रहेंगे या नहीं, इसे लेकर उन्हें 20 अक्टूबर तक जवाब देने को कहा गया है। ये सुनवाई संसद के कमेटी रूम में होगी।
महुआ मोइत्रा केस से जुड़े 4 चरित्र…
1. महुआ मोइत्राः अमेरिका में पढ़ीं, लंदन में नौकरी और बंगाल में राजनीति
प्रकरण की मुख्य पात्र महुआ मोइत्रा हैं,जिन पर सारे आरोप हैं। TMC सांसद महुआ मोइत्रा मूलत: बैंकर हैं। प्राथमिक शिक्षा के बाद मोइत्रा उच्च शिक्षा को अमेरिका गईं। बाद में उनकी नौकरी लंदन के एक प्रतिष्ठित बैंक में लगी।
कुछ सालों में नौकरी से मोह भंग हुआ और वे राजनीति में कूदीं। उन्होंने 2016 में पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा से जीता था। 2019 में वे TMC के टिकट पर कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव जीतीं।
2. निशिकांत दुबेः राजनीति में आने से पहले कंपनी जगत में थे
इस कहानी में दूसरा महत्वपूर्ण चरित्र भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का है। 15 अक्टूबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को चिट्ठी में उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने को पैसे और उपहार लिए थे।
गोड्डा झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 2009 में राजनीति में कदम रखा।पहले वे एस्सार ग्रुप में कॉर्पोरेट हेड थे। उन्होंने 2009 में गोड्डा से पहला चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 और 2019 में भी जीत हासिल की।
3. दर्शन हीरानंदानी: भूसंपदा कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के मुख्य कार्यकारी, अडाणी ग्रुप के प्रतिस्पर्धी
42 वर्षीय दर्शन हीरानंदानी ने एक पत्र लिखकर महुआ पर और आरोप मढ़े हैं। दर्शन मुंबई की भू-संपत्ति और अवस्थापना कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के CEO हैं। उनके पिता भूसंपदा दिग्गज निरंजन हीरानंदानी हैं।
दर्शन डेटा सेंटर,क्लाउड कम्प्यूटिंग,तेल और गैस, लॉजिस्टिक,वेयरहाउस जैसी कई कंपनियों के प्रेसिडेंट हैं,जो हीरानंदानी ग्रुप से संचालित हैं। दर्शन न्यूयॉर्क के रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से MBA और BSc डिग्री धारी है। हीरानंदानी ग्रुप अडाणी ग्रुप का कॉम्पिटिटर है।
4. जय अनंत देहाद्राई: महुआ पर आरोप लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील
जय अनंत देहाद्राई सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जय अनंत देहाद्राई और महुआ मोइत्रा दोनों पहले दोस्त थे, बाद में दोनों में झगड़ा हो गया। मोइत्रा ने पिछले छह महीनों में आपराधिक अतिक्रमण, चोरी, अश्लील संदेश और दुर्व्यवहार के लिए देहाद्राई के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। जय अनंत ने CBI में मोइत्रा के खिलाफ सबूत देकर शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद यही सबूत BJP सांसद निशिकांत दुबे के माध्यम से पेश कर संसद में शिकायत दर्ज कराई गई है।
आरोप सही साबित हुए तो महुआ को सजा क्या मिलेगी
जिस भी सांसद पर ऐसे आरोप लगते हैं उन्हें अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाता है। समिति आरोप लगाने वालों को भी पूछताछ को आदेशपूर्वक बुला सकती है। समिति जांचेगी कि क्या ये किसी विशेष के हित या उसके व्यवसाय को लाभ पहुंचाने को पूछे गए हैं। पूरी जांच कर नैतिकता समिति अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को देगी।
अगर इसमें किसी भी तरह के दंड की संस्तुति होती है तो संसद में रिपोर्ट रखे जाने के बाद सहमति के आधार पर उस सांसद को दंड दिया जा सकता है। अध्यक्ष को भी ये अधिकार है कि सत्र न चल रहा हो तो दंड पर अंतिम निर्णय ले सकते हैं।
नैतिकता समिति की क्या भूमिका है?
नैतिकता समिति महुआ मोइत्रा को बुला कर पूछताछ कर सकती है। आरोपी सांसद निशिकांत दुबे से प्रमाण मांग सकती है। अगर मोइत्रा दोषी सिद्ध हुई तो उनकी सदस्यता भी जा सकती है।
लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने काम शुरू कर दिया है। बुधवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई को मौखिक सबूत देने गुरुवार 26 अक्टूबर को आने को कहा गया है।
महुआ मोइत्रा के वकील केस से हटे:मामला बाहर सेटलमेंट करने का आरोप था;जज बोले-हैरान हूं,आप वकील हैं या मीडिएटर
संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा के वकील गोपाल शंकरनारायणन केस की सुनवाई से हट गए हैं। महुआ ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिस पर आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लिखी चिट्ठी में दुबे का आरोप है कि महुआ मोइत्रा को सदन में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और कैश मिला।