ट्रक को हथियार बना सद्दाम को कुचलनी थी हिंदुओं की भीड़

Uttar Pradesh Gonda Saddam Sheikh Conspired To Attack A Truck Like France

Gonda News: सद्दाम शेख ने फ्रांस की तरह ट्रक हमले की रची थी साजिश, रोज देखता था ऐसे वीडियो

पकड़े गए संदिग्ध आतंकी सद्दाम शेख ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वह कैसे हमले की योजना बना रहा था।
गोंडा 10 जुलाई: यूपी एटीएस ने 2 जुलाई को लखनऊ से संदिग्ध आतंकी सद्दाम शेख को गिरफ्तार किया था। एटीएस अधिकारियों ने बताया कि सद्दाम ट्रक से फ्रांस और जर्मनी में हुए हमले की तरह ही अटैक करने का प्लान बना रहा था। एटीएस एडीजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि सद्दाम मनोवैज्ञानिक रूप से हमले की तैयारी कर रहा था। वह अपने वाहन को घातक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की योजना बना रहा था। सद्दाम रोज ट्रकों से जुड़े आतंकी हमले के वीडियो देखता था। उन्होंने कहा कि अभी साफ नहीं है कि सद्दाम भीड़भाड़ वाली जगहों को निशाना बनाना चाहता था या फिर उसकी कोई और योजना थी।

रिमांड पर लिए गए आतंकी सद्दाम ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। एटीएस पूछताछ में उसने बताया कि वह ओसामा बिन लादेन, जाकिर मूसा, रियाज नाइकू, नावेद जट्ट और समीर टाइगर जैसे आतंकियों से प्रभावित था। सद्दाम के मोबाइल फोन से इन सभी के वीडियो और तस्वीरें मिली हैं। मोबाइल फोन फोरेंसिक जांच को भेज दिया गया है।

सद्दाम गोंडा का रहने वाला है और बेंगलुरु की एक कंपनी में ट्रक ड्राइवर का काम करता था। सोशल मीडिया और एक ऐप से सद्दाम पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में आया था।

Where Does Saddam Sheikh Live Who Are His Family Members Even Wife Rubina Of Suspected Terrorist Does Not Know
Gonda News Today: सद्दाम शेख कहां का रहने वाला है, घरवाले कौन हैं? संदिग्‍ध आतंकी की पत्‍नी को ही नहीं मालूम!

यूपी एसटीएस ने सद्दाम शेख को संदिग्ध गतिविधियों के चलते गिरफ्तार किया था। अब पत्नी ने बताया कि कैसे उससे मुलाकात हुई थी।आखिर कहां से आया था सद्दाम?

गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी सद्दाम शेख की पत्नी रूबीना ने  बताया है कि 2004-05 में हमारे गांव में नमाज पढ़ने आता था। तभी उससे मुलाकात हुई। देखने में बहुत सीधा-सादा था तो बड़े बुजुर्गों ने हमारी शादी 2010 में उससे करा दी। पूछने पर उसने बताया कि इस दुनिया में उसका कोई नहीं है, वह अकेला है, बहुत पहले खो गया था, इसलिए अपने बारे में खुद नहीं पता तो किसी को क्या बताएं। इस बारे में हमसे कभी चर्चा नहीं की। हमने बस विश्वास पर शादी कर ली। शादी से पहले उसने गांव में जमीन लेकर घर बनाया।

पत्नी ने बताया कि गांव के ही एक स्कूल से आठवीं की मार्कशीट से उसने ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवाया । घर बहुत कम आता और किसी के घर नहीं जाता था। दो-तीन साल से दूरी बनाने लगा। कहता  कि तुमको तकलीफ है तो यहां से चली जाओ। अक्टूबर 2022 में आया और दिसंबर में चला गया। उसका कहना है कि सद्दाम के पैसों से नहीं बल्कि मुफ्त अनाज जैसी सरकारी योजनाओं और उसकी सिलाई के काम से घर चलता है।

यूपी एटीएस ने सद्दाम शेख को दो जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। रिमांड पर लेकर एटीएस इस समय उससे पूछताछ कर रही है। सद्दाम के पास एटीएस को मोबाइल से कई संदिग्ध आतंकी हरकत की तैयारी के वीडियो और फोटो मिले। सद्दाम मूलरूप से कहां का है। इसका किसी को पता नहीं है।

 बड़ी साजिश की ताक में था आतंकी सद्दाम, बैंक खातों में भी हो रहा था खेल; नहीं मिले कई सवालों के जवाब

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के देहात कोतवाली के ग्राम पंचायत करनपुर पठानपुरवा को आतंकी सद्दाम ने साजिश में  18 वर्ष पूर्व अपना ठिकाना बनाया। जुलाई 2008 में शफीउल्ला के नाम से भारतीय स्टेट बैंक शाखा कवास में खाता खोला जिसमें उसने केयर ऑफ  इच्छापूरे सूरत गुजरात का पता लिखाया ।

ट्रक चालक  सद्दाम खाते से लाखों रुपये की जमा निकासी करता रहा है।

बैंक खाता के जमा निकासी पर एक नजर

सद्दाम ने जुलाई 2008 में भारतीय स्टेट बैंक में  एक हजार रुपये जमा कर खाता खोला। खुद को ट्रक चालक बताने वाले सद्दाम बैंक खाते में 29 जुलाई 2008 को 40 हजार रुपये जमा किए। दूसरे दिन 30 जुलाई को  20 हजार रुपये जमा किए। इसी तरह वह छोटी-छोटी धनराशि जमा कर उसकी निकासी करता रहा।

दो मार्च मार्च 2009 को खाते में एक लाख तीन हजार रुपये जमा हुए। तीन मार्च को एक लाख 10 हजार रुपये निकाले। इसी तरह इस खाते में जमा निकासी सामने आई है।

शैक्षिक प्रमाण पत्र कटघरे में

सद्दाम की सास आसमां व पत्नी रूबीना के अनुसार सद्दाम ने गांव के बगल स्थित विद्यालय से कक्षा आठ पास का शैक्षिक प्रमाण पत्र लिया था। सद्दाम के छात्र/छात्रा पत्रावली तथा स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) में सद्दाम का कक्षा छह में जुलाई 2007 में प्रवेश और वर्ष 2009 में कक्षा आठ पास दर्शाया गया है।

सवाल यह है कि जब सद्दाम वर्ष 2005 में पहली बार पठानपुरवा आता है तो उसने कक्षा छह से कक्षा आठ तक की पढ़ाई यहां वर्ष 1997 से 1999 के बीच कैसे की। यह भी साजिश की कड़ी है। ऐसे ही उसने ग्राम पंचायत से लेकर पठानपुरवा में रहने का प्रमाण पत्र भी साजिश में तैयार कराया था।

भूमि बैनामा में शफीउल्ला और आधारकार्ड में सद्दाम
वर्ष 2008 में आतंकी सद्दाम ने शफीउल्ला के नाम से पठानुपरवा में भूमि का बैनामा कराया था, इसमें प्रहलाद गुप्त और कल्लन गवाही है। शफीउल्ला नाम से बैंक खाता संचालित कर भूमि का बैनामा कराने वाला साजिश में सद्दाम बन गया।

पठानपुरवा के अधिकांश लोग सद्दाम का दूसरा नाम शफीउल्ला जानते ही नहीं। आतंकी को गिरफ्तार करने वाली एटीएस सहित अन्य टीमें सद्दाम की पत्नी, सास, ससुर सहित सात लोगों से पूछताछ कर इनसे लिए अभिलेखों की पड़ताल कर रही है।

बता दें कि जुलाई 2016 में फ्रांस में बैस्टिल दिवस बना रहे लोगों पर एक मालवाहक ट्रक चढ़ा दिया गया था। इस आतंकी हमले में 86 लोगों की जान चली गई थी। इसी तरह का हमला करने की योजना सद्दाम की थी। लक्ष्य फ्रांस से ज्यादा लोग मारना था क्योंकि यहां हिंदुओं के मेलों ठेलों में ज्यादा भीड़ होती है।

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