मालीवाल मारपीट:विभव कुमार केजरीवाल के घर से गिरफ्तार
विभव कुमार दिल्ली पुलिस ने CM आवास से गिरफ्तार , स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट का है आरोपित
Bibhav Kumar Arrested: स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में आरोपित विभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर से हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस विभव को लेकर अस्पताल ले गई. विभव की गिरफ्तारी को दिल्ली पुलिस लगातार उसकी लोकेशन खंगाल रही थी.
विभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया
नई दिल्ली,18 मई 2024।राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मुख्यमंत्री आवास में हुई मारपीट मामले में आरोपित विभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विभव को कुछ देर पहले ही अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री आवास से हिरासत में लिया गया और वहां से पुलिस उन्हें सिविल लाइन पुलिस स्टेशन लेकर गई. दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला था कि विभव दिल्ली से बाहर नहीं बल्कि मुख्यमंत्री आवास में ही मौजूद हैं.
सूत्रों के मुताबिक, विभव कुमार ने अपनी शिकायत को लेकर दिल्ली पुलिस को जो मेल भेजा था उसका आईपी एड्रेस भी पुलिस ने ट्रैक किया था.कई टीमें विभव की तलाश को लगातार लगी थी और फाइनली विभव को मुख्यमंत्री आवास से हिरासत में ले लिया गया.
पुलिस खंगाल रही थीं लोकेशन
दरअसल 13 मई को स्वाति मालीवाल से मारपीट की घटना सामने आई थी और उन्होंने अरविंद केजरीवाल के करीबी विभव कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद उन्होंने एफआईआर कराई और शुक्रवार को कोर्ट में अपने बयान दर्ज करा विभव पर गंभीर आरोप लगाए. मुकदमा दर्ज करने के बाद दिल्ली पुलिस विभव की गिरफ्तारी को लगातार उसकी लोकेशन खंगाल रही थी.
स्वाति ने विभव पर लगाए हैं गंभीर आरोप
स्वाति मालीवाल ने विभव के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज कराई है, उसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं. एफआईआर में स्वाति ने कहा कि”मैं दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने गई उनके कैंप ऑफिस गई थी.ऑफिस जाने के बाद मुख्यमंत्री के पीएस बिभव कुमार को फोन किया, लेकिन मुझसे संपर्क नहीं हो सका. फिर मैंने उसके मोबाइल नंबर पर (वॉट्सएप के जरिए) एक मैसेज भेजा. हालांकि कोई जवाब नहीं आया. उसके बाद मैं घर के मुख्य दरवाजे से अंदर गई, जैसा कि मैं पिछले सालों से हमेशा से करती आई हूं. चूंकि विभव कुमार वहां मौजूद नहीं थे, इसलिए मैं घर के अंदर दाखिल हुई और वहां मौजूद कर्मचारियों को सूचित किया कि वो मुख्यमंत्री से मिलने के बारे में बताएं. मुझे बताया गया कि वा घर में मौजूद है और मुझे ड्राइंग रूम में जाने के लिए कहा गया. मैं ड्राइंग रूम में जाकर सोफे पर बैठ गई और मिलने का इंतजार करने लगी. एक स्टाफ ने आकर मुझे बताया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलने आ रहे हैं. इतना कहने के बाद मुख्यमंत्री के पीएस विभव कुमार कमरे में घुस आए. वो बिना किसी उकसावे पर चिल्लाने लगा और यहां तक कि मुझे गालियां भी देने लगा. मैं इस अचानक घटना से स्तब्ध रह गई. मैंने उससे कहा कि वो मुझसे इस तरह बात करना बंद करे और मुख्यमंत्री को फोन करे. उसने कहा तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी?”
अपनी शिकायत में स्वाति आगे कहती हैं, ”उसने मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया. उसने मुझे कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारे. मैं चिल्लाती रही. मैं बिल्कुल सदमे में थी और बचाव को उसे धकेलने की कोशिश की. वो मुझ पर झपटा और बुरी तरह मेरी शर्ट को ऊपर खींच लिया. मेरी शर्ट के बटन खुल गए और मैं नीचे गिर गई और सेंटर टेबल पर मेरा सिर मार दिया. मैं लगातार मदद को चिल्लाती रही. विभव कुमार नहीं माना और अपने पैरों से मेरी छाती, पेट और शरीर के निचले हिस्से पर लात मारकर मुझ पर हमला किया. मुझे पीरियड्स हो रहे थे. मैंने उससे कहा कि मुझे जाने दें. क्योंकि मैं बहुत दर्द में हूं. हालांकि, उसने बार-बार पूरी ताकत से मुझ पर हमला किया. मैं कोशिश कर रही थी कि किसी तरह से बाहर निकल जाऊं. फिर मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गई और हमले के दौरान चश्मा नीचे गिर गया. इस हमले से मैं भयानक सदमे की स्थिति में थी. मुझे गहरा सदमा लगा और मैंने 112 नंबर पर फोन किया और घटना की सूचना दी. विभव ने मुझे धमकी देते हुए कहा, – कर ले, जो तुझे जो करना है. तू हमारा कुछ नहीं कर पाएगी. ऐसी जगह गाड़ देंगे किसी को भी पता नहीं चलेगा. फिर जब उसे एहसास हुआ कि मैं 112 नंबर पर हूं तो वो कमरे से बाहर चला गया.”
‘कुछ देर बाद विभव मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के मेन गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ वापस आ गया. विभव के कहने पर सुरक्षाकर्मियों ने मुझसे चले जाने को कहा. मैं उनसे कहती रही कि मुझे बेरहमी से पीटा गया है और उन्हें मेरी हालत देखनी चाहिए और पीसीआर पुलिस के आने तक इंतजार करना चाहिए . हालांकि, उन्होंने मुझे कैंपस छोड़ने को कहा.मुझे मुख्य मंत्री आवास के बाहर ले जाया गया और मैं कुछ देर को उनके घर के बाहर फर्श पर बैठी,क्योंकि मैं गहरे दर्द में थी.बाद में पीसीआर पुलिस आई.मैं ऑटो में बैठ कर जाने को निकली. क्योंकि मुझे बहुत दर्द था और पूरी तरह से सदमे में थी और टूट गई थी.किसी तरह मैंने हिम्मत जुटाई और ऑटो को वापस जाने को कहा और मामले की रिपोर्ट करने सिविल लाइंस थाने पहुंची.मैंने SHO को घटना के बारे में बताया.मुझे भयानक दर्द था और मेरे मोबाइल पर भी मीडिया के खूब कॉल आने लगे.दर्द और घटना का राजनीतिकरण ना करने की वजह से मैं लिखित शिकायत दर्ज किए बिना पुलिस स्टेशन से चली गई.मेरे हाथ-पैर और पेट में हमले के कारण बहुत दर्द हो रहा था.”
पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास जाकर सीन किया रीक्रिएट
आपको बता दें कि स्वाति मालीवाल से हुई मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीन रीक्रिएट किया.शुक्रवार की शाम 4:40 पर एफएसएल की एक टीम मुख्यमंत्री आवास पर जांच को पहुंची,साथ में दिल्ली पुलिस की भी एक टीम मौजूद थी। करीब आधे घंटे के बाद 5:15 पर एफएसएल की टीम अपनी जांच के बाद वापस लौट गई.सवा घंटे के बाद 6:15 बजे FSL की टीम अपने अत्यधिक हेवी इक्विपमेंट के साथ वापस मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची। तब वहां पुलिस टीम भी मौजूद थी.
8 मिनट के बाद यानी 6:23 पर दिल्ली पुलिस की एक टीम स्वाति मालीवाल के साथ मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची करीब आधे घंटे बाद 7 बजकर पांच मिनट पर स्वाति मालीवाल मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलीं.अंत में दिल्ली पुलिस और एफएसएल टीम मुख्यमंत्री आवास से रात 12.15 बजे निकली.सूत्रों के अनुसार पुलिस ने कुछ सीसीटीवी कैमरों का डेटा पेन ड्राइव में ले लिया है.पुलिस जांच को दोबारा मुख्यमंत्री आवास जा सकती हैं।
विभव ने भी दर्ज कराई शिकायत
वहीं इस मामले में आरोपित मुख्यमंत्री के निजी सहायक बिभव कुमार ने स्वाति मालीवाल के खिलाफ एक लिखित शिकायत अंकित कराई है.इसमें उन्होंने मालीवाल पर अनधिकृत प्रवेश,गाली-गलौच और धमकी देने का आरोप लगाया गया है और इस मामले के पीछे भाजपा का हाथ होने की आशंका जताई.उन्होंने शिकायत में कहा, कि ‘मुख्यमंत्री सुरक्षा और मुख्यमंत्री कार्यालय कर्मचारियों की बार-बार आपत्ति के बावजूद स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री आवास में जबरन और अवैध रूप से प्रवेश किया.जब उनसे पहले मुख्यमंत्री बनने का समय लेने को कहा तो मालीवाल ने उन्हें गालियां दीं.वह चीखने-चिल्लाने लगी और गालियाँ देते हुए बोली: “तुम्हारी हिम्मत कैसी हुई…एक एमपी को रोकने की….तुम्हारी औकात क्या है?”
आआपा का आरोप
अरविंद केजरीवाल की पूरी पार्टी ने 13 मई को मुख्यमंत्री आवास में ही केजरीवाल के पीए पर मारपीट का आरोप लगाने वाली अपनी ही सांसद स्वाति मालीवाल से पल्ला झाड़ लिया है और उन्हें भाजपा का मोहरा बता दिया है.दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कि ‘स्वाति मालीवाल जी को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर 13 मई को सुबह भेजा गया.इस साजिश का इरादा था, केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाना.स्वाति मालीवाल इस षड्यंत्र का चेहरा थीं.स्वाति मोहरा थीं.
आतिशी ने कहा, ‘आज एक वीडियो सामने आया है, जिसने मालीवाल के झूठ की पोल खोल दी है.अपनी प्राथमिकी में उन्होंने कहा है कि उनसे बेरहमी से मारपीट की गई और वह दर्द में थीं और उनकी शर्ट के बटन तोड़ दिए गए.सामने आया एक वीडियो बिल्कुल अलग हकीकत बयां करता है.’