हंसखाली गैंगरेप-हत्या में अपनी ही पार्टी में घिरी ममता, बचाव में कर रही दबादब बैठकें
West Bengal : भरे मंच से महुआ मोइत्रा को फटकारा था… क्या अब TMC में अलग-थलग पड़ रही हैं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल में बीरभूम हिंसा (Birbhum Violence) के बाद हंसखाली रेप केस (Hanskhali Rape Case) सेमुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) न सिर्फ विपक्ष बल्कि अपनी पार्टी में भी घिर गई हैं। ऊपर से कई केस की जांच सीबीआई के हाथ में है, इससे भी ममता बौखलाई हुई हैं और शायद मीटिंग कर रही हैं इस पर। भतीजे अभिषेक बनर्जी पर भी केस चल रहा है।
कोलकाता15 अप्रैल: पश्चिम बंगाल की राजनीति में बीरभूम हिंसा के बाद हंसखाली रेप केस से तूफान मचा हुआ है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी न सिर्फ विपक्ष बल्कि अपनी पार्टी में भी घिर गई हैं।
आलम यह है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और सौगत रॉय ने रेप केस में ममता के दिए असंवेदनशील बयान पर सवाल उठा ‘दीदी’ की टेंशन बढ़ा दी है। ऊपर से कई केस की जांच सीबीआई के हाथ में है। इससे भी ममता बनर्जी बौखलाई हुई हैं और बैठक पर बैठक कर रही हैं। इसके अलावा भतीजे अभिषेक बनर्जी पर भी केस चल रहा है। एक तरह से टीएमसी में ममता बनर्जी वन मैन आर्मी हैं और लोग उनका सम्मान भी करते हैं। बावजूद इसके बंगाल में पिछले दो तीन केस से वह बुरी तरह बैकफुट पर आ गई हैं।
दरअसल तीन दिन पहले हंसखाली रेप केस की निंदा करते हुए तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि कानून के मुताबिक, नाबालिग की सहमति से उसके साथ यौन संबंध बनाने को भी बलात्कार माना जाता है और सत्तारूढ़ दल किसी का बचाव नहीं करेगा। सामूहिक बलात्कार के उक्त मामले में बाद में लड़की की मौत हो गई थी। मोइत्रा के इस बयान से एक दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि नाबालिग लड़की और एक गिरफ्तार आरोपी, जो कि तृणमूल के स्थानीय नेता का बेटा है, के बीच प्रेम संबंध था। बनर्जी ने कहा था कि उन्हें शक है कि लड़की गर्भवती थी।
‘यह आपराधिक कृत्य, किसी का बचाव करने का प्रश्न ही नहीं उठता’
इस बीच महुआ मोइत्रा ने मृतका के परिजनों से मुलाकात की और कहा कि पॉक्सो (बच्चों का यौन शोषण से संरक्षण) कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। हमें पता है कि कानून के अनुसार, नाबालिग की सहमति से उसके साथ यौन संबंध बनाना भी अपराध है। यह एक आपराधिक कृत्य है और किसी का बचाव करने का प्रश्न ही नहीं उठता। पार्टी को दोष देना ठीक नहीं क्योंकि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ममता ने महुआ को दी थी चेतावनी
दरअसल मुुुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते साल दिसंबर में नदिया जिले में एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक को संबोधित करते समय अचानक कहा था कि और महुआ, मैं आपको एक स्पष्ट संदेश देना चाहती हूं. मैं नहीं जानना चाहता कि कौन किसके खिलाफ है।आप YouTube, डिजिटल माध्यम या अखबार में छपने के लिए अपने लोगों को तैयार कर रही हो। इस तरह की राजनीति कुछ दिनों तक चल सकती है, लेकिन लंबे समय तक नहीं हो सकती है। कोई भी व्यक्ति हमेशा के लिए किसी खास पद पर बना नहीं रह सकता। ममता बनर्जी के इस बयान के बाद से ही दोनों में अंदरुनी तल्खी चल रही है।
महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों पर सौगत रॉय की टिप्पणी से हंगामा
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने गुरुवार को यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया कि एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की एक भी घटना नहीं होनी चाहिए और ऐसी घटनाओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उनकी यह टिप्पणियां तब आयी है जब हंसखाली में एक नाबालिग लड़की से सत्तारूढ़ टीएमसी पंचायत नेता के बेटे ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। कोर्ट ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दमयंती सेन को राज्य में दुष्कर्म की चार घटनाओं की जांच करने का भी आदेश दिया है।
ममता बनर्जी की अगुवाई वाले राज्य में महिलाओं के साथ अपराध शर्म का विषय: रॉय
रॉय ने कहा था कि अगर मुख्यमंत्री बनर्जी की अगुवाई वाले पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध की एक भी घटना होती है तो यह ‘शर्म का विषय’ है। रॉय ने उत्तर 24 परगना जिले में एक कार्यक्रम में कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अस्वीकार्य है। अगर किसी महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध की एक भी घटना होती है तो यह हम सभी के लिए शर्म का विषय है। हमें महिलाओं के खिलाफ अपराध को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।
विपक्षी दलों ने रॉय को दी यह सलाह
वहीं, टीएमसी के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता कुनाल घोष ने कहा कि महिलाएं बनर्जी के नेतृत्व के तहत पश्चिम बंगाल में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने (रॉय) जो कहा है, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में राज्य की महिलाएं सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने खुद पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उधर, विपक्षी दलों ने रॉय को सार्वजनिक तौर पर यह बयान देने के बजाय बनर्जी को यह ‘सलाह’ देने को कहा है।
Hanskhali Rape-murder Case: केन्द्रीय जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम शुक्रवार को लड़की के पिता से मिल सकते हैं और उनका बयान दर्ज कर सकते हैं.’’
CBI ने तेज की हंसखाली रेप-मर्डर केस की जांच, आरोपित के घर का ताला तोड़कर ली तलाशी
सीबीआई की टीम ने हंसखली सामूहिक रेप घटना के मुख्य आरोपित के मकान का ताला तोड़कर गुरुवार को तलाशी ली. सीबीआई के एक अधिकारी ने इस आशय की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कथित सामूहिक बलात्कार की घटना चार अप्रैल को जिस मकान में हुई थी टीम ने वहां से नमूने एकत्र किए और फिर मकान को ताला जड़ दिया.
उन्होंने बताया कि सीबीआई की टीम के साथ केन्द्रीय फॉरेंसित विज्ञान प्रयोगशाला के कर्मचारी भी थे और पूरी तलाशी अभियान तथा सबूत बटोरने की प्रक्रिया का वीडियो बनाया गया. इलाके में बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण तलाशी अभियान गुरुवार देर रात तक चलता रहा. गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है और इस मामले का मुख्य आरोपी हंसखली पंचायत के तृणमूल कांग्रेस के नेता का बेटा है. सीबीआई के अधिकारी ने बताया, ‘‘बिजली सप्लाई रुक जाने के कारण मकान की तलाशी में देरी हुई. जिस कमरे में कथित अपराध हुआ था हमने वहां से कई नमूने एकत्र किए हैं. उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा.’’
आरोपित के साथी परिवार को डरा धमका रहे हैं
सीबीआई की तलाशी के दौरान स्थानीय लोग टीम के पास आए और दावा किया कि आरोपी के परिवार और साथी इलाके के लोगों को डरा धमका रहे हैं. उन्होंने अपने लिए सुरक्षा की भी मांग की. जिला पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी सोहैल गोयाली और उसके दोस्त प्रभाकर पोद्दार को गिरफ्तार कर लिया है.
अधिकारी ने बताया कि सीबीआई की टीम में दो महिला अधिकारी भी हैं. आशा की जा रही है कि टीम शुक्रवार को भी तलाशी अभियान जारी रखेगी. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम बुधवार रात हंसखली पहुंची और हंसखली थाने जाकर केस डायरी और जांच से संबंधित अन्य दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया.
मुख्य अपराधी सोहेल ( दांये) और उसका तृणमूल कांग्रेस नेता पिता
केन्द्रीय जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम शुक्रवार को लड़की के पिता से मिल सकते हैं और उनका बयान दर्ज कर सकते हैं.’’ अस्पताल में भर्ती पिता ने बुधवार को दावा किया था कि आरोपियों ने हथियारों का भय दिखाकर उनकी बेटी का शव छीन लिया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया.
10 अप्रैल को की गई थी शिकायत दर्ज
लड़की के माता-पिता आरोप लगाते रहे है कि उन्हें धमकी दी गई थी कि अगर मामले की शिकायत पुलिस में की गयी तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. नौवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ चार अप्रैल को एक पार्टी में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किए जाने के बाद उसकी मौत हो गई थी. पीड़ित के परिवार ने 10 अप्रैल को पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करायी थी.