सहारनपुर पंचायत चुनाव:985 वोट अंतर से मंहगी में प्रधानी जीती संसारी
संसारी देवी 985 वोटों से जीती,वहीं कई प्रधान 5 वोट से भी जीते
महंगी में निर्वाचित घोषित होने वाले प्रधानों में एक महिला प्रधान ने सबसे अधिक मतों से विजय प्राप्त कर इतिहास रचा है जबकि तीन प्रधानों ने 5 व 6 वोट से गांव की सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की है।
सहारनपुर,03 मई।। महंगी में निर्वाचित घोषित होने वाले प्रधानों में एक महिला प्रधान ने सबसे अधिक मतों से विजय प्राप्त कर इतिहास रचा है, जबकि तीन प्रधानों ने 5 व 6 वोट से गांव की सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की है। मतगणना परिणाम आने के बाद क्षेत्र के कई गांव में विजय जुलूस निकाला चाहा, लेकिन पुलिस के डर से किसी ने भी ऐसा नहीं किया।
ग्राम कमहेड़ा से प्रधान पद पर पहली बार चुनाव लड़ी संसारी देवी पत्नी महिपाल सिंह ने ब्लाक में 985 मतों से जीत हासिल की है। संसारी देवी ने 1218 वोट लिए हैं, जबकि प्रतिद्वंद्वी ने 233 वोट लिए हैं, जिससे वह 985 वोट से जीती हैं। वहीं कम वोटों से जितने वालों में बहलोलपुर से रविश 5 वोट, बरसी से रजनीश 5 वोट व अलीपुरा से 6 वोट दीपा जीती हैं। बरसी में हारने वाले प्रत्याशी के कहने पर दो बार गिनती की गई लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला ही रहा।
38 घंटे तक चली मतगणना, 19 जिपं और 750 प्रधानों का परिणाम घोषित
पंचायत चुनाव की मतगणना 38 घंटे से भी अधिक समय तक चली। इस दौरान 49 जिला पंचायत सदस्यों में देर रात तक 19 और 884 गांव प्रधान में से 750 के परिणाम घोषित कर दिए गए। शेष के लिए देर रात तक मतगणणना जारी थी। मतगणना के दौरान कई बार प्रत्याशियों के बीच हल्की झड़पें हुईं, लेकिन अफसरों के दखल के बाद माहौल शांत हो सका।
जिले में रविवार की सुबह आठ बजे से 11 केन्द्रों पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू हुई थी। करीब 38 घंटे तक चली मतगणना के बाद बमुश्किल पंचायत चुनाव के प्रत्याशी घोषित किए जा सके। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य के 49, गांव प्रधान के 884, गांव पंचायत सदस्य के 11,262 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 1207 पदों का परिणाम घोषित कर दिया गया। खास बात यह रही कि इस बार जिले के 314 गांवों की कमान महिलाओं के हाथ में रहेगी। जिनमें 68 दलित, 83 पिछड़े वर्ग और 147 सामान्य वर्ग की महिला गांव प्रधान बनी हैं। छह महिलाओं ने सामान्य सीट पर भी जीत दर्ज कर अपना दमखम दिखा दिया है। मतगणना के दौरान कई बार प्रत्याशियों के बीच गिनती और वोट खारिज करने को लेकर नोकझोंक होती रही। हालांकि मतगणना में लगे आला अफसरों के समझाने पर शांत हो सके। इस दौरान डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी डा. एस चनप्पा मतगणना केन्द्रों का निरीक्षण करते रहे।
-सरसावा और पुंवारका की चली देर रात तक मतगणना
पंचायत चुनाव की मतगणना 38 घंटे तक चली। अधिकांश ब्लाकों में सोमवार की देर शाम तक मतगणना खत्म हो गई, लेकिन सरसावा और पुवांरका में देर रात तक मतगणना चलती रही। इसके कारण बताया गया कि सरस्वा ब्लाक में 103 गांव सभाएं हैं, जबकि पुवारंका में 93 हैं। इनमें भी कई गांव सभाएं काफी बड़ी हैं। इसके साथ ही अन्य ब्लाकों में भी गांव सभाएं कम तो हैं, लेकिन कई-कई माजरों को मिलाकर बनी हैं। इसके मतपत्र अधिक होने के चलते समय अधिक लग गया।
-जिंप सदस्यों को कलक्ट्रेट में मिलेंगे प्रमाण पत्र
मतगणना के दौरान दिन में जिन जिला पंचायत सदस्यों का रिजल्ट क्लीयर हो गया, उन्हें प्रमाण पत्र सौंप दिए गए। लेकिन जिनका रिजल्ट देर से आया, उन्हें मंगलवार को कलक्ट्रेट में रिटनिंग अफसर पूरन सिंह राणा जीत का प्रमाण पत्र देंगे।
-भाजपा के प्रत्याशियों ने की शिकायत
जिला पंचायत सदस्य पद के भाजपा के दो प्रत्याशियों ने मतगणना के दौरान उनके काफी मत पत्रों को रद्द करने की शिकायत की। वार्ड पांच से प्रत्याशी प्रीति चौहान और वार्ड छह से देवेन्द्र सिंह ने जिला पंचायत के रिटनिंग अफसर पूरन सिंह राणा के सामने आपत्ति की। कहा कि मतगणना के दौरान उनके काफी मतपत्र रद्द किए गए हैं। आरओ ने बताया कि दोनों प्रत्याशियों की आपत्तियों का गुण-दोष के आधार पर निपटारा किया जा रहा है।
-मतगणना का धीमी गति से चलने का आरोप
उधर कुछ प्रत्याशियों का कहना हैं कि मतगणना खासी धीमी गति से चल रही है। इसके चलते दो दिन की मतगणना के बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं हो पा रहा है।
मतगणना पूरी शांति पूर्वक तरीके संपन्न हुई। सरसावा और पुवारंका ब्लाक में कुछ गांव सभाओं की मतगणना देर रात तक चली, क्योंकि यहां पर गांव सभाओं की संख्या अधिक थी। अधिकारी और कर्मचारियों ने दिन-रात लगकर मतगणना को पूरा कराया, जिसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं।
-अखिलेश सिंह, डीएम एवं जिला निवार्चन अधिकारी
सहारनपुर जिला पंचायत की कुर्सी के लिए भाजपा और बसपा में होगी कांटे की टक्कर
जिला पंचायत की कुर्सी के लिए इस बार सत्ताधारी भाजपा और बसपा में कड़ी टक्कर होगी। भाजपा पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने का दावा कर रही है तो बसपा अपने 25 साल से अभेद किले को बचाने के प्रयास में रहेगी। हालांकि, इस बार कांग्रेस मजबूती से अपना दावा पेश कर रही है।
सहारनपुर जिला पंचायत पर पिछले 25 साल से बसपा का कब्जा रहा है। वर्ष 1995 से अब तक बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा रहा है। यही कारण है कि इस बार भी बसपा जिला पंचायत की कुर्सी पर कब्जा करना चाहेगी। इसके लिए बसपा ने चुनाव में दिग्गज नेताओं को उताकर अपना दावा मजबूत कर दिया था। वहीं भाजपा भी दिग्गजों की टीम के साथ मैदान में थी। दिग्गज चुनाव में जीत भी दर्ज कर चुके हैं। हालांकि, किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है। भाजपा और बसपा 18 से 20 प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रही है। जबकि, भाजपा भी 15 के आंकड़े को छू रही है। जिस कारण ऐसी स्थिति में बसपा और भाजपा में जिला पंचायत की चुर्की के लिए कांटे की टक्ककर होने के आसार बन रहे हैं।
बसपा का दावा है कि 18 से 20 जिला पंचायत सदस्य के पद पर जीत दर्ज कर बोर्ड का गठन किया जाएगा। लेकिन, इस बार बसपा के सामने भाजपा की मजबूत चुनौती है। भाजपा भी पहली बार जिला पंचायत की कुर्सी के लिए पूरे दमखम के साथ तैयारी में जुटी है। इसके लिए भाजपा ने कई दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतारा था और वह चुनाव में जीत भी दर्ज कर चुके हैं। हालांकि, इस बार कांग्रेस के भी प्रत्याशी भी चुनाव जीतकर जिला पंचायत बोर्ड में पहुंचे हैं। कांग्रेस के सदस्यों की संख्या किसी भी पार्टी का खेल खराब कर सकती है।
वार्ड 37 से भाजपा के मांगेराम चौधरी जीते
जिला पंचायत के वार्ड 37 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी मांगेराम चौधरी ने अपने प्रतिद्वंदी अरविंद कुमार को 399 वोट से पराजित कर जीत दर्ज की।
रविवार सुबह से चल रही मतगणना में सभी गांवों में कहीं कांग्रेस प्रत्याशी, कहीं बसपा तथा कहीं निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ उठापटक चलती रही। मतगणना के अंतिम समय में मांगेराम चौधरी पांच गांवों में लगातार बढ़त बनाए रहे। मांगेराम चौधरी ने आपनी इस जीत का श्रेय संगठन, सभी कार्यकर्ताओं व शुभचिंतकों को देते हुए कहा कि क्षेत्रवासियों ने उन्हें जो सम्मान दिया है उस पर खरा उतरने का कार्य करेंगे तथा क्षेत्र का विकास करने में पीछे नहीं रहेंगे। मांगेराम चौधरी की जीत पर ब्लाक प्रमुख विजेंद्र सिंह, अनिल पुंडीर, पवन त्यागी, कपिल डावर, मान सिंह सैनी, सत्येंद्र वैदिक, पपिन चौधरी, निशांत चौधरी, इंद्र सिंह मलिक, विपिन आर्य आदि ने उन्हें बधाई दी।
ग्राम पंचायत चुनाव मू दूसरी 532 मतों से बड़ी जीत हाजी याकूब खानपुर गुर्जर और 500 मतों से साईदा मोहनपुर को मिली। जबकि सबसे कम मात्र पांच मतों से जीतने वालों में रविश बहलोलपुर, रजनीश बरसी और 6 मतों से दीपा अलीपुरा विजयी रही।
उच्च शिक्षित चलाएंगे गांवों की सरकार, प्रधान पद विजेताओं में पोस्ट ग्रेजुएट भी शामिल
यह अच्छी खबर है कि इस बार ग्राम पंचायत की सरकार को उच्च शिक्षित चलाएंगे। चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों में काफी लोग ऐसे हैं जो पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएट हैं, जबकि इंटरमीडिएट, हाईस्कूल, जूनियर हाईस्कूल और प्राइमरी की शिक्षा वाले भी काफी हैं। निरक्षर श्रेणी वाले सबसे कम प्रत्याशी जीते हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए दो मई की सुबह मतगणना शुरू हुई जो रातभर जारी रहने के बाद सोमवार (03 मई) को भी चलती रही। जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें मतदाताओं का नजरिया भी जाहिर हुआ। क्योंकि मतदाताओं ने अपनी पहली पसंद पढ़े लिखे लोगों को बनाया।
यह बात अलग है कि ग्राम पंचायत स्तर पर चुनाव में व्यक्ति तौर पर प्रत्याशी को देखकर वोट दिया जाता है, जिस कारण कई बार अच्छी शिक्षा हासिल करने वाले पिछड़ भी जाते हैं। इस चुनाव में जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें विजयी प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा इंटर, हाईस्कूल, जूनियर हाईस्कूल की शिक्षा हासिल करने वालों की है।
पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएट वाले विजेता प्रत्याशी
ग्राम पंचायत इस्माईलपुर माजरा से नीरज कुमार, ढोला माजरा से पूजा चौधरी, बिलासपुर से प्रियंका चौधरी, शीतलाखेड़ा से शीतल, थरौली से रीटा चौधरी सहित अन्य कई विजेता प्रत्याशी पोस्ट ग्रेजुएट की शिक्षा हासिल किए हैं। वहीं, ग्राम पंचायत पठेड से सोनी, शेखुपुर छाछरेकी से राहुल कुमार, घलौली से मोनु कुमार जटौला दामोदरपुर से मोनू कुमार, साढौली दुलीचन्दपुर से वैभव और तिवडा जुनारदार से रेणु सहित अन्य कई विजेता प्रत्याशियों ने ग्रेजुएट की शिक्षा हासिल की हुई है।
करीब 36 घंटे चली मतगणना
देवबंद में रविवार की सुबह से आरंभ हुआ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना का कार्य सोमवार की रात 7.30 बजे जाकर संपन्न हुआ। एक तो बैलेट पेपर दूसरे कोरोना संक्रमण जिसके चलते मतगणना का कार्य करीब 35-36 घंटे में पूरा हो सका। वहीं, एसडीएम राकेश कुमार सिंह और सीओ रजनीश उपाध्याय मतगणना स्थल पर ही डटे रहे और हर गतिविधि पर नजर गड़ाए रहे।
कांग्रेस ने दिखाया दम, 13 वार्डों में बढ़त
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार जिला पंचायत सदस्यों के 49 वार्डों में से 13 पर बढ़त बनाए हुए हैं। वार्ड 22 पर पार्टी समर्थित प्रत्याशी नरेंद्र कुमार, वार्ड 23 पर खालिदा, वार्ड सात पर इसरार, वार्ड 10 पर गुलशाना, वार्ड आठ नसरीन बानो, वार्ड 11 पर अब्दुल हकीम, वार्ड 16 पर सुरेंद्र कुमार देर रात तक बढ़त बनाए रहे। वहीं, वार्ड 12 मुनव्वर भी आगे चल रहे थे।
जिला पंचायत सीटों में जीत पर विधायक निम ने जताया आभार
रामपुर मनिहारान विधानसभा क्षेत्र में जिला पंचायत के सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत पर भाजपा विधायक देवेन्द्र निम ने सभी क्षेत्रवासियों का आभार जताते हुए कहा भाजपा प्रत्याशियों की जीत प्रत्येक कार्यकर्ता की जीत है। सोमवार को गोचर महाविद्यालय में रामपुर मनिहारान विधानसभा के भाजपा जिला पंचायत सदस्य गायत्री चौधरी, साक्षी राणा, कविता कोरी की जीत पर रामपुर मनिहारान विधानसभा के भाजपा विधायक देवेंद्र निम ने कहा कि जिला पंचायत सदस्य पद पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत इस बात को प्रमाणित करती है, कि भाजपा ही सभी लोगों की पहली पसंद है।