आनलाइन धर्मांतरण का मास्टरमाइंड शाहनवाज महाराष्ट्र से बंदी

Uttar PradeshGhaziabad Shahnawaz Maqsood Khan Alias Baddo Arrested From Maharashtra Who Converted Through Game In Ghaziabad

Baddo Arrest: गाजियाबाद में गेम के जरिए धर्मांतरण कराने वाला बद्दो महाराष्ट्र से गिरफ्तार, लाया जाएगा यूपी

 

गाजियाबाद धर्मांतरण मामले में भागे हुए बद्दो को पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले गाजियाबाद पुलिस ने व्यक्ति की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हुए एक मौलवी गिरफ्तार किया था।

गाजियाबाद 11 जून: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ऑनलाइन गेम के जरिए धर्मांतरण का मामला सामने आया था। इस मामले में भागा हुआ मास्टरमाइंड शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो को उसके भाई के साथ महाराष्ट्र के अलीबाग से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद शाहनवाज को मुंब्रा पुलिस लाया गया। कार्रवाई के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस की  एसटीएफ मौजूद रही है।

गाजियाबाद में गेम के जरिए एक किशोर के धर्मांतरण का मामला सामने आया था। इसके बाद इस पूरे रैकेट का अनावरण हो गया था। शाहनवाज मुंबई भाग गया था और उसे पकड़ने को मुंब्रा पुलिस लगी हुई थी। आरोपित शाहनवाज उर्फ बद्दो ठाणे जिले के मुंब्रा का रहने वाला है।

गाजियाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति ने पिछले दिनों एक शिकायत दी थी, जिसमें कहा गया था कि मौलवी अब्दुल रहमान और बद्दो ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास करने वाले उनके बेटे का धर्मांतरण कराया था। बताया गया कि उसका बेटा ऑनलाइन गेम के जरिए बद्दो संपर्क में आया था। इस मामले में पहले ही पुलिस मौलवी को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपित बद्दो को पुलिस उत्तर प्रदेश लाने में जुटी हुई है।

मुम्ब्रा पुलिस ने मांगे 400 धर्मांतरण के सुबूत:NCP विधायक की आपत्ति पर महाराष्ट्र पुलिस पहुंची गाजियाबाद, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाए

गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण केस में मस्जिद के मौलवी को गिरफ्तार किया था, जबकि मुंबई के बद्दो की तलाश चलती रही।
ऑनलाइन गेमिंग धर्मांतरण मामले में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा थाने की पुलिस शुक्रवार को गाजियाबाद पहुंची। गाजियाबाद पुलिस के DCP ने तीन दिन पहले बयान दिया था कि एक कॉलर ने उन्हें मुम्ब्रा में 300-400 लोगों के इसी पैटर्न पर धर्मांतरण होने की सूचना दी है। इस बयान पर महाराष्ट्र के NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कड़ी आपत्ति जताते गाजियाबाद पुलिस को चुनौती दी थी कि अगर पुलिस मुम्ब्रा में 400 क्या, 2 धर्मांतरण साबित कर दे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इसी राजनीतिक उथल-पुथल में मुम्ब्रा पुलिस सुबूत जुटाने गाजियाबाद पहुंची थी।

DCP को कॉलर ने दी थी 300-400 धर्मांतरण की सूचना

दरअसल, गाजियाबाद पुलिस के DCP निपुण अग्रवाल ने 7 जून को मीडिया को बताया था, ‘मुझे एक कॉल आई। कॉलर ने बताया कि गाजियाबाद की तरह महाराष्ट्र के मुम्ब्रा इलाके में 300-400 लोगों का धर्मांतरण हुआ है। कॉलर ने पुलिस को धर्मांतरण से जुड़े कुछ फोटो, वीडियो, ऑडियो और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए हैं। सूचना का वैरिफिकेशन कराया जाएगा।’ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गाजियाबाद पुलिस ने अपने बयान में 300-400 लोगों के धर्मांतरण का दावा नहीं किया था। सिर्फ कॉलर से मिली सूचना के बारे में बताया था।

विधायक ने कहा था- पुलिस मुम्ब्रा में 2 धर्मांतरण दिखा दे तो राजनीति छोड़ दूंगा

गाजियाबाद पुलिस के बयान पर महाराष्ट्र के NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड ने 8 जून को गाजियाबाद पुलिस को चुनौती दे दी। जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट करके कहा, ‘बिना किसी सुबूत के इस तरह की भड़काऊ खबरें फैलाना और समाज का माहौल खराब करना क्या सही है? महाराष्ट्र में माहौल बिगाड़ने की कोशिशें चल रही हैं।

महाराष्ट्र पुलिस को आगे आकर सही जानकारी बतानी चाहिए। 400 की तो बात छोड़ दीजिए, मुम्ब्रा में दो धर्मांतरण भी दिखाइये। गाजियाबाद के गैर जिम्मेदार अधिकारी, अगर उनके पास कोई दस्तावेज नहीं हैं तो उन्हें आकर मुम्ब्रा से माफी मांगनी चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करता हूं कि वो इस्लामिक समुदाय के प्रति ऐसी टिप्पणी करने से परहेज करे।’

कॉलर के भेजे गए सुबूत लेकर लौटी मुम्ब्रा पुलिस

सूत्रों ने बताया कि इसी मामले में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा थाने की दो सदस्यीय पुलिस टीम शनिवार को गाजियाबाद में पहुंची। ये टीम पुलिस अधिकारियों से मिली। कॉलर ने मुम्ब्रा में जिस धर्मांतरण के बारे में जानकारी दी थी, वह डिटेल जुटाई। कॉलर के गाजियाबाद पुलिस को भेजे गए धर्मांतरण से संबंधित डॉक्यूमेंट्स, फोटो-वीडियो, ऑडियो और मोबाइल नंबर भी मुम्ब्रा पुलिस ने प्राप्त किए।

इसके अलावा थाना कविनगर की वो FIR कॉपी भी हासिल की जिसके आधार पर गाजियाबाद पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में चल रहे धर्मांतरण सिंडिकेट का अनावरण 4 जून को किया था। ये सब डिटेल्स जुटाने के बाद मुम्ब्रा पुलिस लौट गई है।

धर्मांतरण केस में भागे फिरते बद्दो का 10 तक सुराग नहीं

दरअसल, इस पूरे मामले की शुरुआत 30 मई को हुई थी। गाजियाबाद के राजनगर में रहने वाले एक जैन परिवार ने पुलिस को शिकायत की। बताया कि मेरा 17 वर्षीय बेटा दिन में 5 बार जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता था। एक दिन मैंने पीछा किया तो पता चला कि वो मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज पढ़ने जाता है। मैंने बेटे से पूछताछ की तो उसने इस्लाम धर्म कुबूलने की बात स्वीकारी।

पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर 4 जून को मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। मोबाइल और लैपटॉप की जांच में पुलिस को पता चला कि धर्मांतरण कराने वाला गैंग ऑनलाइन गेमिंग एप पर एक्टिव है। पुलिस जांच में इसका सरगना खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो पता चला, जो महाराष्ट्र में मुम्ब्रा इलाके का निवासी है। गाजियाबाद पुलिस उसकी तलाश में कई दिन से महाराष्ट्र में डेरा डाले थी।

ये महाराष्ट्र के ठाणे इलाके का बद्दो है। जिसकी गाजियाबाद पुलिस को तलाश है।

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  ‘लड़का खुद मुझे इस्लामिक लिटरेचर भेजता था’,धर्मांतरण का आरोपी बद्दो बोला- मैंने सिर्फ गैजेट्स डील की​​​​​​​

गाजियाबाद में ऑनलाइन धर्मांतरण सिंडिकेट के मुख्य आरोपित खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो ने अपनी सफाई में पहली बार एक टीवी चैनल से फोन पर बातचीत में ने कहा, ”धर्मांतरण में मेरा कोई हाथ नहीं है। मैंने गाजियाबाद के लड़के से सिर्फ गैजेट्स की डील की थी। मेरी तरह उस लड़के के बहुत सारे दोस्त हैं। मुझ पर इस्लामिक लिटरेचर प्रोवाइड कराने के आरोप लग रहे हैं। जबकि वो लड़का खुद मुझे लिटरेचर भेजता था।”​​​​​​​

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