तालिबानी सजा: मुस्लिम लड़की से प्यार पर दलित से पंचायत ने चटवाया थूक
मौलाना पर दलित युवक को 5 बार थूक चटवाने का आरोप, BJP ने CM नीतीश से पूछा- क्या गृह सचिव आमिर सुबहानी चला रहे बिहार सरकार?
समस्तीपुर में मुस्लिमों की ओर से दलित युवक को पांच बार थूक चटवाने के लगे आरोप मामले में बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है। घटना के बाद बीजेपी का कहना है कि बिहार की जनता इन दिनों कंफ्यूज है। उन्हें समझ में यह नहीं आ रहा कि बिहार में सरकार नीतीश कुमार चला रहे हैं उनके मुख्य सचिव आमिर सुबहानी?
हाइलाइट्स
समस्तीपुर में दलित युवक को मुस्लिम युवती से प्यार का मामला
मौलाना पर लगे आरोप, दलित युवक के साथ की मारपीट
आरोप, सबके सामने दलित युवक को 5 बार चटवाया थूक
बीजेपी ने मामले में कार्रवाई पर उठाया सवाल, गृह सचिव को निशाने पर लिया
नीलकमल, पटना/समस्तीपुर 27 अक्टूबर: समस्तीपुर में एक दलित युवक को मौलाना और सैकड़ों मुसलमानों की भीड़ की ओर से 5 बार थूक चटवाने का मामला अब गर्म होता जा रहा है। भाजपा का कहना है कि बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की थी। भाजपा का कहना है कि घटना 19 अक्टूबर को घटी थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली सरकार के दबाव में मामले को दबा दिया था।
वीडियो वायरल होने के बाद सरकार कर रही दिखावा
इस मामले में भाजपा प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा कि समस्तीपुर में सैकड़ों मुसलमानों के बीच मौलाना ने दलित युवक को पांच बार थूक चटवाया। मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ तब पुलिस और सरकार हरकत में आई। अभी भी सरकार इस मामले में कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। रामसागर सिंह ने आरोप लगाया कि मामले में हुई अब तक हुई कार्रवाई से स्पष्ट है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार का नेतृत्व नीतीश कुमार के हाथ में नहीं, बल्कि सरकार मुख्य सचिव अमीर सुबहानी चला रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले नीतीश कुमार को लगता है कि ऐसा करने से मुसलमान उन्हें वोट देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता भी अब कंफ्यूज हो गई है कि सरकार नीतीश कुमार चला रहे हैं या उनके चहेते मुस्लिम अधिकारी अमीर सुबहानी।
आतंकियों को बचाने वाले और PFI के समर्थक माने जाते हैं अमीर सुबहानी: बीजेपी
भाजपा प्रवक्ता रामसागर सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार को आतंकियों के सेफ जोन बनाने का श्रेय वर्तमान मुख्य सचिव अमीर सुबहानी को जाता है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग यह जानते हैं कि अमीर सुबहानी आतंकियों को न सिर्फ बचाने का काम करते हैं, बल्कि बिहार में उन्हें पनाह भी देते हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि 2013 में पटना के गांधी मैदान में सीरियल बम ब्लास्ट हो या अन्य आतंकी घटना सभी में आतंकियों के प्रति अमीर सुबहानी का सॉफ्ट कॉर्नर सामने आया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में बांका में मदरसा बम ब्लास्ट और दरभंगा रेलवे स्टेशन पर केमिकल ब्लास्ट मामले को भी अमीर सुबहानी के दबाव में सरकार ने दबाने की कोशिश की थी।
इसके अलावा हाल ही में पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई (PFI) के ठिकानों पर जब NIA यह ने छापेमारी की थी तब भी अमीर सुबहानी के दबाव में ही जेडीयू की ओर से भी इसका विरोध किया गया था। इसके अलावा सीमांचल के इलाके में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों की संख्या बढ़ाने में भी अमीर सुबहानी पूरी तरह से मदद कर रहे हैं। इतना ही नहीं यह अमीर सुबहानी का ही कमाल है कि आरजेडी (RJD), कांग्रेस (CONGRESS) के साथ और अब जेडीयू (JDU) भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार तुष्टीकरण कि राजनीति में इतने अंधे हो चुके हैं कि वह बिहार को गर्त में ले जाने के लिए भी तैयार है।
क्या है समस्तीपुर में दलित युवक को थूक चटवाने का मामला
बुधवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने बिहार में नीतीश के नेतृत्व में चल रहे महा गठबंधन सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा था कि बिहार में सरकार मुसलमानों के हर जुर्म को छिपाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि महा गठबंधन सरकार में जेडीयू (JDU), आरजेडी (RJD), कांग्रेस के कई नेता ऐसे हैं जो आज भी पीएफआई (PFI) का समर्थन करते नजर आते हैं। यही वजह है कि समस्तीपुर में मुसलमानों की भीड़ ने एक दलित युवक को ना सिर्फ पांच बार थूक चटवाया, बल्कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बावजूद बिहार सरकार ने आंखें बंद कर ली है।
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मौलाना पर सैकड़ों मुसलमानों के बीच पांच बार थूक चटवाने का आरोप
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने सबसे पहले इस मामले को उठाते हुए कहा था कि समस्तीपुर में दलित समाज के युवक को सार्वजनिक रूप से थूक चटवाया गया। उन्होंने कहा कि बिहार का शासन ऐसा हो गया है कि पुलिस सब कुछ जान कर भी अनजान है। न इस पर जय भीम कुछ बोल रहे हैं और न ही आरजेडी, जेडीयू, माले या कांग्रेस पार्टी। डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि चूंकि दलित पर अत्याचार करने वाले एक मौलाना जैसा व्यक्ति हैं। इसलिए तुष्टिकरण की राजनीति में सब कुछ न्योछावर करने वाली नीतीश के नेतृत्व में चलने वाली बिहार की महागठबंधन सरकार मुसलमानों और मौलाना को बचाने के लिए एड़ी चोटी एक लगा रखी है।
‘मुसलमानों ने दलित युवक से चटवाया थूक, बिहार सरकार ने बंद की आंखें, राष्ट्रीय मीडिया भी खामोश’, BJP का नीतीश पर तीखा हमला
राष्ट्रीय मीडिया के खामोशी पर भी जताया था आश्चर्य
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने यह भी कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जहां बहुसंख्यक आबादी पर अगर अल्पसंख्यक अत्याचार करते हैं तो यह चिंता की बात नहीं होती है। उन्होंने कहा कि इस युवक का अपराध सिर्फ इतना ही है कि वह एक दलित समाज का हिंदू युवक है। इसलिए बिहार में अब इन घटनाओं की सुध लेने की फुर्सत न ही बिहार सरकार को है और न ही पुलिस प्रशासन को। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि पूरा राष्ट्रीय मीडिया भी इस पर ऐसे चुप्पी साधे हुए है जैसे कोई घटना ही नहीं हुई हो।
19 अक्टूबर को थूक चटवाने का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के समस्तीपुर जिले में बुधवार 19 अक्टूबर को एक युवक को थूक चटवाने के साथ उसकी जमकर पिटाई करने के आरोप लगे हैं। जानकारी के अनुसार पीड़ित दलित युवक दलित का एक मुस्लिम लड़की के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इससे मुसलमानों ने मौलाना के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया गया। आश्चर्य की बात यह है कि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। लेकिन समस्तीपुर पुलिस-प्रशासन को इसकी जानकारी तक नहीं है। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि दर्जनों मुसलमानों की भीड़ के चंगुल में फसे दलित युवक को मौलाना 5 बार थूक चाटने के लिए कहता नजर आ रहा है।
RAJNISH SUTHAR (@rajnishsutharr) tweeted at 9:41 AM on Wed, Oct 26, 2022:
क्या इस पर फर्जी दलितों के मसीहा कुछ नही बोलेंगे 🤔😮
(https://twitter.com/rajnishsutharr/status/1585121943292088320?t=vZLtuDVi7Yep82P1qZgT4Q&s=03)
BiharSamastipurMaulana Beats Hindu Youth And Makes Him Lick Spit 5 Times Bjp Asked Cm Nitish Is Bihar Government Running Home Secretary Amir Subhani
तालिबानी पंंचायत को सुशासनी पुलिस का समर्थन? 3 दिन बाद तक FIR दर्ज नहीं, थूक चटवाने वाला आजाद
केशव सुमन सिंह
रविवार को थूक जटवाकर तालिबानी तरीके से सजा दी गई थी। मिल रही है जानकारी के अनुसार एक बाइक पर युवक और युवती साथ जा रहे थे। जिन्हें गांव के कुछ लोगों ने देख लिया और पकड़कर युवक के साथ पहले मारपीट की। फिर छेड़खानी का आरोप लगाकर उस पर पंचायत बुलाई। जिसके बाद तालिबानी पंचायत ने युवक से थूक चटवाया।
विभूतिपुर थाना क्षेत्र के चक हबीब गांव में 3 दिन पहले एक 22 साल के दलित युवक को मोटर साइकिल पर 20 साल की युवती को घुमाने की सजा थूक चटवाकर दी गई थी। जिस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सोशल मीडिया पर यह खबर भी वायरल हुई। मीडिया में भी यह खबर आई और प्रकाशित भी हुई। बावजूद इसके कथित सभ्य समाज की पुलिस प्रशासन के कान में जूंं नहीं रेंगा। न ही वीडियो के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई हुई और न खबरों के मीडिया में आने के बाद ही पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। बड़ी बात ये है कि अब तक इस तालिबानी फैसले पर पुलिस की ओर से एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है।
अब तक न दर्ज हुुई FIR ने कोई कार्रवाई
दलित की पिटाई और तालिबानी फैसला IPC में मान्य?
बड़ा सवाल अब ये उठता है कि क्या बिहार की सुशासनी पुलिस किसी गलती की सजा थूक चटवाने को भारतीय न्याय व्यवस्था का हिस्सा मानती है? या किसी दलित के मोटर साइकिल पर बैठने और लड़की घुमाने को दंडनीय अपराध मानती है? जिसका सामाजिक न्याय तालिबानी तरीके से थूक कर चटवाना ही हो सकता है? बताते चलें यह मामला तीन दिन पुराना हो चुका है। घटना 23 तारीख को सामने आई थी। बावजूद इस मामले मे सुशासनी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में सवाल बिहार की पुलिस पर है कि वो किसी की पिटाई और थूक चटवाने की सजा को कानून का हिस्सा मान कर हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
राजनीतिक हो रहा मामला
बताते चलें कि घटना के तीन दिन बात तक इस मामले में कोई कार्रवाई न होना और अब तक एफआईआर के दर्ज न होने पर ये मामला राजनीतिक रंग लेता नजर आ रहा है। दरअसल, बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस घटना को संज्ञान ले लिया है। उनका कहना है कि अब तक इस तालिबानी न्यायिक व्यवस्था पर बिहार की सुशासनी पुलिस और सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस गंभीर मामले को किसी राजनीतिक पार्टी ने भी संज्ञान नहीं लिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि दलितों का मसीहा बनने का दावा करने वाली पार्टी आरजेडी भी इस पर मौन है। और दलितों की बात कर उनके वोट बैंक पर कब्जा जमाने दावा करने वाली जेडीयू ने भी इस मामले पर गंभीरता नहीं दिखाई है।
यह मामला विभूतिपुर का है। पुलिस के अनुसार कार्रवाई की बात जरूर कही जा रही है। लेकिन इस मामले में लीपा पोती और कार्रवाई से बचने की कोशिश भी साफ नजर आ रही है। थूक चटवाने के इस घटना को लेकर विभूतिपुर थाना अध्यक्ष से जब फोन पर मामले की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस वीडियो की जांच के लिए गांव में गई लेकिन इसका कुछ पता नहीं चल पाया है। ना ही इस मामले में किसी की ओर से कोई आवेदन ही दिया गया है। बताते चले की रविवार को थूक चटवाकर तालिबानी तरीके से सजा दी गई थी। मिल रही है जानकारी के अनुसार एक बाइक पर युवक और युवती साथ जा रहे थे। जिन्हें गांव के कुछ लोगों ने देख लिया और पकड़कर युवक के साथ पहले मारपीट की। फिर छेड़खानी का आरोप लगाकर उस पर पंचायत बुलाई जिसके बाद तालिबानी पंचायत ने युवक से थूक चटवाया।