झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं अहमदाबाद के मेयर
झुग्गी में रहते हैं अहमदाबाद के नए मेयर:संघ के स्वयंसेवक
बापूनगर इलाके के स्लम एरिया में स्थित इस झुग्गी में रहते हैं अहमदाबाद के नए मेयर किरीट परमार। इनसेट में किरीटभाई परमार का फाइल फोटो। –
अहमदाबाद 10 मार्च।किरीट परमार ने बुधवार को अहमदाबाद के नए मेयर के रूप में पदभार संभाल लिया। उनकी सादगी की पूरे गुजरात में चर्चा हो रही है। वे शहर में एक कमरे की झुग्गी में रहते हैं। उन्हें यह पद देकर भाजपा यह मैसेज देने की भी कोशिश की है कि एक सामान्य व्यक्ति भी बड़े पद तक जा सकता है।
किरीटभाई के एक कमरे के घर में न फ्रीज है न लग्जरी सोफा घर में सिर्फ रोजाना की जरूरत की वस्तुओं के अलावा कुछ भी नहीं हैं।
दो टर्म से पार्षद हैं
किरीटभाई पिछले दो टर्म से पार्षद हैं। उनके घर में सिर्फ रोजाना की जरूरत की वस्तुओं के अलावा कुछ भी नहीं हैं। यहां तक कि घर में लग्जरी सोफा-फ्रिज जैसी चीजें भी नहीं है। किरीट बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं। वे नियमित रूप से संघ की शाखा में जाते हैं।
मोहल्ले के लोग ही परिवार के सदस्य हैं
किरीटभाई संघ के नियमों का पालन करते हुए आजीवन विवाह नहीं करने का फैसला किया। परिवार के नाम पर वे अकेले ही हैं। इस बारे में किरीटभाई बताते हैं कि आरएसएस से जुड़ने के बाद मेरा एक ही लक्ष्य रह गया था और वह है समाज और देश की सेवा करना। इसी के चलते मैंने आजीवन अविवाहित रहने का फैसला किया और वर्षों से इसी झुग्गी में रहता आ रहा हूं। यहां रहने वाले लोग ही मेरा परिवार हैं।
दो टर्म से बापूनगर इलाके के पार्षद रह चुके हैं किरीट परमार। उन्होंने RSS के नियमों का पालन करते हुए आजीवन अविवाहित रहने का फैसला किया।
इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए पार्टी का आभार जताया
किरीटभाई ने आज सुबह ही मेयर पदभार ग्रहण किया है। इस मौके पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं भाजपा का धन्यवाद देता हूं, जो झुग्गी-बस्ती में रहने वाले एक साधारण से व्यक्ति को इतना बड़ा पद दिया। मैं विश्वास दिलाता हूं कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाएं आम आदमी तक पहुंचाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहूंगा।’
अहमदाबाद के पूर्व मेयर कानाजी ठाकोर भी एक कमरे के मकान में रहते हैं।
पूर्व मेयर भी इतनी ही सादगी से रहते हैं
किरीट परमार से पहले कानाजी ठाकोर अहमदाबाद के मेयर रहे। वे भी सामान्य व्यक्ति की तरह रहते हैं। मेयर बनने के बाद उन्हें सरकारी बंगला मिला था, लेकिन उन्होंने इसमें रहने से मना कर दिया था। कानाजी अब भी मधुपूरागाम इलाके में स्थित एक कमरे के मकान में रहते हैं। अभी वे अहमदाबाद कॉर्पोरेशन पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य हैं।