मेरठ में प्रकाशक और बिल्डरों पर आयकर छापों कनेक्शन देहरादून के राजीव जैन से

uttar pradesh meerut Income Tax Raid On The Premises Of The Owner Of Arihant Publications In Meerut

मेरठ में अरिहंत प्रकाशन के मालिक के ठिकानों पर इनकम टैक्स की ताबड़तोड़ रेड, खंगाले जा रहे दस्तावेज
देश के बड़े अरिहंत प्रकाशक के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड पड़ी है। टैक्‍स चोरी से जुड़े मामले की जांच के लिए आयकर विभाग की टीम प्रकाशक के घर और दफ्तर पहुंची है।

मेरठ में अरिहंत प्रकाशन की साकेत स्थित कोठी, प्रेस और ऑफिस पर टीम पहुंची
यहां इनकम टैक्स की रेड पड़ी है
आयकर की टीमें उनके यहां पहुंची हैं, दस्तावेज खंगाल रही है

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में पिछले तीन दिन से डेरा डाले हुई इनकम टैक्स की टीम ने गुरुवार को एक बार फिर से जिले के एक बड़े कारोबारी पर निशान साधा। इनकम टैक्स की चार टीमों ने दिन निकलते ही अरिहंत प्रकाशन के मालिक योगेश जैन के कोठी सहित चार ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग की इस कार्रवाई को पिछले तीन दिन से चल रही कार्रवाई से जुड़ा माना जा रहा है।

बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह आयकर विभाग की चार टीमों ने अरिहंत प्रकाशन के मालिक योगेश जैन की सिविल लाइन इलाके में साकेत स्थित कोठी नंबर डी- 147, टीपी नगर थाना क्षेत्र में बागपत रोड स्थित प्रिंटिंग प्रेस और मेरठ-दिल्ली बाईपास स्थित प्रेस और ऑफिस सहित सुशांत सिटी में रहने वाले मनोज सिंघल के घर पर एक साथ छापेमारी की। मनोज सिंघल अरिहंत प्रकाशन के लिए जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करते हैं।

आयकर विभाग की टीम की कार्यवाही के चलते शहर के प्रकाशकों में हड़कंप मच गया। आयकर विभाग की टीम चारों स्थानों पर दस्तावेज खंगालने में जुटी हुई थीं। माना जा रहा है कि यह छापेमारी पिछले तीन दिन से बिल्डर कमल ठाकुर, संजय जैन और प्रदीप गुप्ता के घरों पर चल रही रेड से जुड़ी है। बताते चलें कि योगेश जैन की गिनती यूपी के बड़े बुक पब्लिशर्स में होती है। उनके संस्थान से मुद्रित कई किताबें और गाइड कई प्रदेश में सप्लाई होती हैं।

मेरठ में उद्यमियों के यहां रेड का देहरादून कनेक्शन:हरीश रावत के करीबी राजीव जैन के समधी हैं संजय जैन, दोनों के यहां ही छापा

मेरठ में भाजपा नेता और उद्यमी कमल ठाकुर के घर पहुंची आयकर की टीम
मेरठ में मंगलवार सुबह-सुबह आयकर विभाग की टीम ने उद्यमी कमल ठाकुर, संजय जैन और प्रदीप गुप्ता उर्फ पिंकी के घर छापे मारे। टीम एक साथ विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट के आफिस, एकाउंटेंट, मैनेजर और सीए के घर पर पहुंची। अलग-अलग टीमें मिलकर इन तीनों बिल्डर्स और उद्यमियों के यहां पहुंची और रेड डाली। इस पूरी रेड का देहरादून कनेक्शन सामने आया है।

देहरादून में मंगलवार सुबह ही कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत के करीबी राजीव जैन के यहां ईडी, आयकर का छापा पड़ा। दरअसल राजीव जैन और संजय जैन आपस में समधी हैं। उधर राजीव जैन से संजय जैन के तार जुड़े होने के कारण भी टीमों ने मेरठ में छापामारा है।

बिल्डर कमल ठाकुर और संजय जैन के घर और आफिस समेत पांच ठिकानों पर आयकर की टीम ने सर्वे किया।

कांग्रेस नेता के समधी हैं संजय जैन

संजय जैन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी राजीव जैन के समधी हैं। उनकी बेटी हिमानी की शादी संजय जैन के बेटे मितुल से हुई है। हालांकि वो लोग बाहर रहते हैं। इसके चलते ही मेरठ में रेड होना माना जा रहा है। मितुल जैन के यहां कार्रवाई राजीव जैन से नजदीकी के चलते की गई है। कमल ठाकुर संजय जैन के पार्टनर है बैनामी संपत्ति होने की शिकायत की चर्चा शहर के बिल्डर कमल ठाकुर, संजय जैन और प्रदीप गुप्ता ने 2007 में संयुक्त रूप से विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट फर्म बनाई। उसके बाद बागपत रोड पर न्यू शंभू नगर और विश्वकर्मा कालोनी काटी गईं। फर्म का आफिस मेट्रो प्लाजा में हैं। आरोप है कि किसी ने तीनों बिल्डरों पर बैनामी संपत्ति होने की शिकायत आयकर विभाग में की हैं

सुबह 6 बजे से पहुंच गई टीम मंगलवार की सुबह छह बजे प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त कार्यालय नई दिल्ली से डिप्टी आयकर आयुक्त अभिषेक जैन व अतिरिक्त निदेशक मनोज चौहान के नेतृत्व में टीम मेरठ पहुंची। एक टीम कमल ठाकुर के घर पहुंची। तो पता चला कि वो अब न्यू शंभू नगर में रहते हैं।

वहां से टीम न्यू शंभू नगर पहुंच गईं। साथ ही दूसरी टीम कमला नगर में पार्टनर संजय जैन के यहां पहुंची। घर पर संजय जैन के साथ उनकी पत्नी मिली जबकि बेटे मितुल जैन अपनी पत्नी के साथ विदेश गये हैं।

प्रदीप गुप्ता घर पर नहीं मिले

तीसरी टीम मेट्रो प्लाजा स्थित विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट के आफिस पहुंची। आफिस को सर्वे करने के बाद टीम फर्म के एकाउंटेंट विक्की निवासी शिव शक्ति नगर, सीए राकेश मोहन और मैनेजर के घर पर पहुंची। वहां पर सर्च करने के बाद वापस लौट गई।

उसके बाद टीम बिल्डर प्रदीप गुप्ता के घर कमला नगर पर पहुंची। प्रदीप गुप्ता बेटे के संग बाहर थे। उनकी गैर मौजूदगी में घर पर सर्वे नहीं हो सका। प्रदीप गुप्ता का मोबाइल भी बंद मिला। देर शाम प्रदीप गुप्ता का मोबाइल आन होने के बाद उनसे बात हुई। प्रदीप गुप्ता को बुलाया गया। बिल्डर्स के यहां से ज्वैलरी मिलने की चर्चा है लेकिन यह अभी पुष्ट नहीं है।

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