ममता के मंत्री ने किया राष्ट्रपति का अपमान, भाजपा की कानूनी कार्यवाही की मांग
बंगाल के मुख्यमंत्री के मंत्रियों का बयान पूरे देश का अपमान: राकेश राणा
देहरादून 12 नवंबर। अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश राणा का कहना है कि बंगाल की मुख्यमंत्री और उनके मंत्री भारतीय मानकों के अपमान करने में सबसे आगे रहते हैं। देश के सर्वोच्च पदाधिकारी, प्रथम नागरिक और सशस्त्र सेनाओं के सेनापति राष्ट्रपति का अपमान वनवासी जनजाति समाज का भी अपमान है। उन्होंने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि ममता बनर्जी की कैबिनेट में मंत्री अखिल गिरि ने अपनी ओछी परवरिश,निम्न विचारधारा ,संकीर्ण नस्लवादी,गिरे हुए शिक्षा व संस्कारों, रंगभेदवादी घृणित मानसिकता का परिचय देते हुए राष्ट्रपति का घोर अपमान किया है। श्री राकेश राणा ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र का यह विकृत रूप है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण ममता बनर्जी और उनके मंत्री है। उन्होंने अखिल गिरि के बयान की चर्चा करते हुए कहा कि जिस सरकार का मंत्री यह कहे कि ‘हम शक्ल सूरत की परवाह नहीं करते लेकिन आपका राष्ट्रपति कैसा दिखता है’ यह बयान नितांत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है।
भाजपा नेता राकेश राणा ने कहा कि ममता बनर्जी हमेशा से वनवासी जनजातीय विरोधी रही हैं। इसीलिए उन्होंने महिला होते हुए भी अपनी इसी मानसिकता में राष्ट्रपति मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन नहीं दिया था। अब इस तरह मंत्रियों के भाषण का शर्मनाक स्तर इस बात का प्रतीक है कि उन्हें न तो वनवासी जनजातीय समाज से कुछ लेना – देना है और न ही भारत के सर्वोच्च पद पर पदासीन राष्ट्रपति से। राकेश राणा ने इस बयान की तीव्र भर्त्सना करते हुए उन पर कठोर कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है।