मोदी इंडिया टुडे के ‘न्यूजमेकर ऑफ द ईयर’ तो मोदी के न्यूज मेकर कौन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुने गए इंडिया टुडे के ‘न्यूजमेकर ऑफ द ईयर’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे के एडिटर-इन-चीफ तथा चेयरपर्सन अरुण पुरी, वाइस-चेयरपर्सन कली पुरी और ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा से खास बातचीत की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूजमेकर ऑफ द ईयर चुने जाने पर कहा कि ‘न्यूजमेकर ऑफ द ईयर 2023’ सम्मान के लिए धन्यवाद. लेकिन मेरे लिए इस साल कई न्यूजमेकर रहे।
PM मोदी को ‘न्यूजमेकर ऑफ द ईयर’ चुना गया (Image Credit: India Today)
नई दिल्ली,29 दिसंबर 2023,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इंडिया टुडे का ‘न्यूजमेकर ऑफ द ईयर 2023’ चुना गया है. प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर सुर्खियों में छाए रहे.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे के एडिटर-इन-चीफ तथा चेयरपर्सन अरुण पुरी, वाइस-चेयरपर्सन कली पुरी और ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा से खास बातचीत की. इस बातचीत में ही प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूजमेकर ऑफ द ईयर चुने जाने पर कहा कि 2023 के लिए सुर्खियों के सरताज सम्मान के लिए धन्यवाद. लेकिन मेरे लिए इस साल कई न्यूजमेकर रहे.
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के किसानों, कारीगरों, एथलीटों और नागरिकों को इस साल का न्यूजमेकर बताया. उन्होंने कहा कि हमारे किसान जो रिकॉर्ड कृषि पैदावार कर रहे हैं और दुनियाभर में मिलेट क्रांति ला रहे हैं, हमारे लोग जिन्होंने G20 को देशभर में बेहद कामयाब बनाया. हमारे विश्वकर्मा जो अपने कौशल से सफलता की राह गढ़ रहे हैं. हमारे एथलीट जिन्होंने हमें एशियाई खेलों, एशियाई पैरा खेलों और दूसरे कई टूर्नामेंट में गौरवान्वित किया. हमारे युवा जो नए रिकॉर्ड बना रहे हैं, चाहे स्टार्टअप के क्षेत्र में हों या विज्ञान के, हमारी नारीशक्ति जो सभी क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां छू रही हैं, खासकर अब जब महिलाओं की अगुआई में विकास के माध्यम से सशक्तिकरण की नई कहानी लिखी जा रही है.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं कई वर्षों से देश के लोगों की सेवा कर रहा हूं. इस दौरान हमने कई सफलताएं और साथ ही चुनौतियां भी देखी हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को ऐसे समय में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, जब दुनिया कई संकटों से गुजर रही है. फिर चाहे वे दो बड़े युद्ध रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास हो, कोरोना का कहर या फिर वैश्विक आर्थिक मंदी. भारत ने न सिर्फ इन स्थितियों में बेहतर प्रदर्शन किया है बल्कि दुनिया के लिए भी उम्मीद की लौ जलाए रखी है.
भारत में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कई सुधारवादी कदम उठाए गए. इस साल सितंबर में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण बिल को संसद में मंजूरी दी गई. दिसंबर में सरकार ने क्रिमिनल लॉ में सुधार किए. इसके साथ ही अंग्रेजों के समय के पुराने कानूनों को नए कानूनों से बदल दिया गया.
प्रधानमंत्री मोदी के अन्य ऐतिहासिक सुधारवादी कदमों में संविधान का अनुच्छेद 370 हटाना भी है, जिस पर दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने मुहर लगा दी. वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था की गति धीमी पड़ने के बीच भारत 2023 में तेजी से बढ़ने वाले अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में से एक रहा. मोदी सरकार ने गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर फोकस जारी रखा. गरीबों के लिए निशुल्क एलपीजी, हेल्थ कार्ड और आवासीय योजनाओं के बाद उन्होंने करोड़ों घरों तक स्वच्छ पानी पहुंचाने को सुनिश्चित किया.
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने G20 की सफलतापूर्वक अध्यक्षता की और ग्लोबल साउथ की आवाज को मजबूती से रखा. यह भारत की सबसे बड़ी कूटनीतिक जीत थी कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच G20 के घोषणापत्र पर सबको साथ लेकर आया.
यह भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत थी कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध पर G20 के संयुक्त घोषणापत्र के लिए सभी साझेदारों को रजामंद किया था. भारत एक तरह से अरब मुल्कों से दूरी बनाए बिना इजरायल पर हमास के हमले की आलोचना कर मध्यपूर्व में संतुलन बनाए रखने में सफल रहा. मोदी सरकार ने गाजा के युद्धग्रस्त लोगों के लिए सहायता भी भेजी.
यह साल जाते-जाते भी मोदी सरकार के लिए सुखद रहा. प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व में भाजपा ने हिंदीपट्टी के तीन राज्यों में जबरदस्त जीत हासिल की. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा की जीत ने जरा भी संदेह नहीं छोड़ा कि प्रधानमंत्री का कद बढ़ा है. फिलहाल अब भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस चुकी है.