अमेरिकी संसद में ‘मोदी मोदी’ नारे,ठहाके, सिनेमा हॉल जैसी सीटियां, आखिर कह क्या दिया?
Pm Modi Us Congress Speech Said We Must Come Together As One When We Speak For Our Nation
मोदी-मोदी के नारे, ठहाके और सिनेमा हॉल जैसी सीटियां, PM ने ऐसा क्या कह दिया सुन लीजिए
पीएम मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में भारत और अमेरिका के रूप में दुनिया के दो महान लोकतंत्रों को एक साथ आने की बात कही। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दोनों देशों के आपसी हित के मुद्दे पर एकजुटता की भी बात की।
हाइलाइट्स
प्रधानमंत्री बोले- भारत और अमेरिका दुनिया के दो महान लोकतंत्र हैं
मोदी ने कहा – मजबूत द्विदलीय सहमति के लिए मैं हमेशा तैयार
मोदी के भाषण के बीच में सांसदों ने खड़े होकर बजाईं तालियां
नई दिल्ली 23 जून। : प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। संबोधन के दौरान कई ऐसे मौके आए जब पूरे सदन ने खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी का तालियों से अभिवादन किया। भाषण के दौरान मोदी-मोदी के नारे भी लगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मैं दबाव मनाने-समझाने और नीति की लड़ाई से संबंधित हो सकता हूं। उन्होंने कहा कि मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं, लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप आज दुनिया के दो महान लोकतंत्रों भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं।
सदन में गूंजने लगी तालियां और सीटियां
प्रधानमंत्री मोदी के इतना कहते ही पूरा सदन खड़े होकर तालियां बजाने लगा। सदन में सीटियां बजने लगीं। इस दौरान सदन में मोदी-मोदी के नारे भी लगे। इसके बाद सदस्यों के बैठने के बाद प्रधानमंत्री ने फिर आगे बोलना शुरू किया। प्रधानमंत्री मोदी के स्पीच के दौरान यह उत्साह देखते ही बनता था। जब सदन में सदस्य तालियां बजाने लगे तो प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी स्पीच रोक दी। अमेरिकी कांग्रेस कुछ देर तक लगातार तालियों की गड़गड़ाहट, सीटियों और मोदी-मोदी के नारों से गूंजती रही।
देश के लिए एक साथ आना चाहिए
सदस्यों जब अपनी सीट पर बैठे तब प्रधानमंत्री मोदी ने फिर से अपनी स्पीच को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी आपको एक मजबूत द्विदलीय सहमति की आवश्यकता हो तो मुझे मदद करने में खुशी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे अपने घर में विचारों की लड़ाई तो होगी ही, होनी भी चाहिए, लेकिन जब हम अपने राष्ट्र के लिए बोलते हैं तो हमें एक साथ आना भी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने दिखाया है कि आप लोग यह कर सकते हैं।
AmericaSamosa Caucus Kya Hai Pm Narendra Modi Use Word In His Us Congress Speech
पीएम मोदी के समोसा कॉकस कहते ही अमेरिकी संसद में लगे ठहाके, जानें इस शब्द का मतलब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद में अपने भाषण के दौरान समोसा कॉकस शब्द का इस्तेमाल किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका में लाखों लोग हैं, जिनकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं। इनमें से कुछ लोग गर्व के साथ सदन में भी बैठे हैं। इस पर उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की ओर इशारा किया।
हाइलाइट्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद को संबोधित किया
इस दौरान उन्होंने समोसा कॉकस शब्द का इस्तेमाल किया
इस शब्द को सुन कर पूरा सदन हंसने लगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में अपने भाषण के दौरान एक शब्द का इस्तेमाल किया, जिसे सुन कर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। यह शब्द है ‘समोसा कॉकस’। उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कहा, ‘अमेरिका की नींव समान लोगों वाले राष्ट्र की दृष्टि से प्रेरित थी। आपने दुनिया भर के लोगों को गले लगाया है। आपने उन्हें अमेरिकन स्वप्न में बराबर भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं, जिनकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं। उनमें से कुछ इस कमरे में गर्व से बैठे हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने इसके आगे कहा, ‘इनमें से एक मेरे पीछे हैं, जिन्होंने इतिहास रचा है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पीछे बैठी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ इशारा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही कमला हैरिस की ऐतिहासिक उपलब्धि का जिक्र किया वैसे ही पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सदन के सदस्यों ने खड़े होकर तालियां बजाई। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘मुझे बताया गया है कि समोसा कॉकस अब सदन का स्वाद है। मुझे उम्मीद है कि यह बढ़ेगा और यहां भारतीय व्यंजनों की पूरी विविधता लाएगा।’
समोसा कॉकस क्या है
समोसा भारत का एक लोकप्रिय स्नैक है, जो पूरी दुनिया में मशहूर है। भारतीयों के साथ इसे जोड़ा जाता है। अनौपचारिक रूप से कांग्रेस में भारतीय मूल के अमेरिकियों के ग्रुप को समोसा कॉकस कहा जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 से यह शब्द प्रचलन में है और इसे इलनोइस के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने सबसे पहले इस्तेमाल किया था। वर्तमान में पांच सांसद ऐसे हैं, जिनकी जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं। अगर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को जोड़ा जाए तो यह छह हो जाती हैं। यह सभी डेमोक्रेट पार्टी से जुड़े हैं।
आतंकवाद पर बरसे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। इससे निपटने में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं हो सकती। उन्होंने अमेरिका के 9/11 आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि दो दशक से अधिक समय बाद आज भी कट्टरपंथ और आतंकवाद दुनिया के लिए खतरा बने हुए हैं। पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया, जिसमें आतंकवाद से लड़ने का संकल्प जताया गया।
उत्साह बढ़ाने वाली स्पीच
अमेरिकी कांग्रेस सदस्य डैन म्यूजर ने कहा कि मैं बहुत प्रभावित हुआ। उन्होंने(प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) बहुत अच्छा भाषण दिया। यह उत्साह बढ़ाने वाला था। यह दुनिया के सामने मौजूद मुद्दों और संघर्षों के लिए बहुत प्रासंगिक था। म्यूजर ने कहा मुझे लगता है कि वहां मौजूद सभी लोग, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट, इससे सीख सकते हैं। यह अद्भुत है कि हमारे पास अमेरिका और भारत के बीच कामकाजी रिश्ते और अच्छे रिश्ते की योजना है।
Pm Modi Us Congress Speech Main Points India Growth Story India America Relations
PM Modi Speech Today: आसमान में सिर उठाकर, घने बादलों को चीरकर… अमेरिकी संसद से प्रधानमंत्री मोदी ने लगाई दहाड़
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कई मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि भारत किस तेज गति से आगे की ओर बढ़ रहा है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनिया बदल रही है तो संस्थाएं भी बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया के लिए आज भी आतंकवाद और कट्टरता बड़ा खतरा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ऐतिहासिक संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। करीब एक घंटे के संबोधन के बीच में अमेरिकी संसद में मोदी-मोदी के नारे लगते रहे। पीएम मोदी ने कहा कि एक सदी तक हम रक्षा सहयोग से दूर रहे, अब संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार बन गया है। मोदी ने AI का नया अर्थ समझाया। उन्होंने एक कविता भी पढ़कर सुनाई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहती है। मैं इस सदन में भी वह जिज्ञासा देख सकता हूं। प्रधानमंत्री मोदी का सदन में शानदार स्वागत हुआ। अमेरिकी संसद में सदस्य प्रधानमंत्री मोदी के साथ सेल्फी लेते रहे और बाद में उनसे ऑटोग्राफ लेने के लिए अमेरिकी सांसद उनको घेरे रहे। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की दस बड़ी बातें-
1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विमान का एक ऑर्डर अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से अधिक रोजगार पैदा करता है। जब कोई अमेरिकी फोन निर्माता भारत में निवेश करते हैं तो यह दोनों देशों में रोजगार और अवसरों का नया तंत्र बनाता है। एक सदी तक हम रक्षा सहयोग से हम दूर रहे, अब संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार बन गया है।
2. भारत में विविधता जीवन जीने का एक स्वाभाविक तरीका है। आज दुनिया, भारत के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहती है। मैं इस सदन में भी वह जिज्ञासा देख सकता हूं। पिछले दशक में भारत में अमेरिकी कांग्रेस के 100 से अधिक सदस्यों का स्वागत करके हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। भारत के विकास, लोकतंत्र और विविधता को हर कोई समझना चाहता है। हर कोई जानना चाहता है कि भारत क्या कर रहा है और कैसे कर रहा है।
3. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे पास 2,500 से अधिक राजनीतिक दल हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में लगभग 20 अलग-अलग पार्टियां शासन करती हैं। हमारी 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हैं, फिर भी हम एक स्वर में बोलते हैं।
4. पिछले नौ वर्षों में एक अरब लोगों को उनके बैंक खातों और मोबाइल फोन से जुड़ी एक अद्वितीय डिजिटल बायोमेट्रिक पहचान मिली है। यह डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा हमें वित्तीय सहायता के साथ सेकंड के भीतर नागरिकों तक पहुंचने में मदद कर रहा है। 850 मिलियन लोगों को उनके खातों में सीधा वित्तीय हस्तांतरण प्राप्त होता है। वर्ष में तीन बार एक बटन के क्लिक पर 100 मिलियन से अधिक किसानों को उनके बैंक खातों में सहायता प्राप्त हुई।
5.लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है। लोकतंत्र एक संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है। भारत को लोकतांत्रिक भावना के विकास में अनादि काल से ऐसे मूल्यों का सौभाग्य प्राप्त है। भारत लोकतंत्र की जननी है…अब अमेरिका सबसे पुराना और भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारी साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ संकेत है।
6. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी। अपने पूरे इतिहास में, आप दुनिया भर के लोगों को गले लगाते हैं और आपने उन्हें अमेरिकी सपने में समान भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठे हैं और एक मेरे पीछे हैं। उन्होंने खासतौर पर कमला हैरिस का जिक्र किया।
7. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं। लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों – भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं।
8. हमारा दृष्टिकोण ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ है…हम बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमने 150 मिलियन से अधिक लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए लगभग 40 मिलियन घर दिए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या का लगभग 6 गुना है। हम एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम चलाते हैं जो लगभग 500 मिलियन लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करता है।
9. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के एक दशक से अधिक समय के बाद भी अभी तक कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा।
10. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम अलग-अलग परिस्थितियों और इतिहास से आते हैं लेकिन हम एक समान दृष्टिकोण और एक समान नियति से एकजुट हैं। जब हमारी साझेदारी आगे बढ़ती है तो आर्थिक लचीलापन बढ़ता है, नवाचार बढ़ता है, विज्ञान फलता-फूलता है, ज्ञान बढ़ता है, मानवता को लाभ होता है, हमारे समुद्र और आकाश सुरक्षित होते हैं, लोकतंत्र उज्जवल होगा और दुनिया बेहतर स्थान होगी। यही हमारी साझेदारी का मिशन है जो इस सदी के लिए हमारा आह्वान है।