मोहंड से गणेशपुर तक एलीवेटेड हाइवे को हरी झंडी
Elevated Highway: मोहंड के पास एलीवेटेड हाईवे को मिली मंजूरी, राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने निर्माण पर लगाई मुहर
दून-दिल्ली राजमार्ग के चौड़ीकरण में मोहंड से गणेशपुर तक निर्माण में वन्यजीवों की सुरक्षा का पेच हट गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) इस 16 किमी भाग पर एलीवेटेड रोड की जगह राजमार्ग चौड़ीकरण पर अड़ा था।
देहरादून 06 जनवरी । दून-दिल्ली राजमार्ग के चौड़ीकरण में मोहंड से गणेशपुर तक निर्माण में वन्यजीवों की सुरक्षा का पेच हट गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) इस 16 किमी भाग पर एलीवेटेड रोड की जगह राजमार्ग चौड़ीकरण पर अड़ा था, जबकि वन्यजीव विशेषज्ञ इसके खिलाफ थे। अब राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने यहां निर्माण की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही उत्तराखंड में दो स्टोन क्रशर को भी अनुमति मिल गई है।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में मंगलवार को विभिन्न राज्यों के वन विभाग की अहम बैठक हुई। जिसमें उत्तराखंड भी शामिल था। उत्तराखंड के संबंध में भी बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। इसमें देहरादून से दिल्ली के आरामदायक सफर पर वन्य जीवों के हितों के लिहाज से फंसे पेच को भी स्पष्ट रूप से सुलझा लिया गया। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने बताया कि गणेशपुर से मोहंड तक एलीवेटेड सड़क की मांग की गई थी।
वन विभाग ने एनएचएआइ को वाहनों की रफ्तार के कारण जान गंवाने वाले वन्य जीवों के बाबत विस्तार से जानकारी भी दी थी। यह मामला राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के संज्ञान में लाया गया था। अब इस संबंध में कुछ महीने पहले आई बाधा भी केंद्र और उत्तराखंड सरकार ने मिलकर दूर कर ली हैं। एलीवेटेड सड़क के प्रस्ताव में एनएचएआइ की ओर से यह प्रस्ताव दिया गया था कि जंगल और जीवों के लिए भी मार्ग दिया जाएगा।
जब इसका विस्तृत अवलोकन किया गया तो वन विभाग की ओर से वन्य जीवों की सुरक्षा और पेड़ों के कटान को कम से कम करने को लेकर एनएचएआइ को वन विभाग ने मसौदा भेजा था। अब सभी पहलुओं को देखते हुए केंद्र की ओर से मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के यथासंभव कदम उठाते हुए दो नए क्रशर भी स्थापित किए जा सकेंगे।