धार भोजशाला का सर्वे जारी,रोकने पहुंचे मुस्लिमों को सुप्रीम कोर्ट की ना
Dhar Bhojshala Survey: जुमे की नमाज के दिन से सर्वे की शुरुआत, परिसर के पास कड़ी सुरक्षा, कैमरे और मेटल डिटेक्टर से नजर
धार भोजशाला मामले में मुस्लिम पक्ष को ‘सुप्रीम’ झटका, कोर्ट ने खारिज की सर्वे पर रोक की याचिका, 4 बजे दोबारा सर्वे – Asi Survey In Dhar
ASI TEAM IN BHOJSHALA FOR SURVEY
Supreme Court Rejected Petition: धार भोजशाला मामले में मुस्लिम पक्ष को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है. कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष द्वारा सर्वे को रोकने के लिए लगाई गई याचिका को खारिज कर दिया है. शुक्रवार होने की वजह से भोजशाला में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. एहतियात के तौर पर नमाज के दौरान सर्वे का काम बंद कर दिया जाएगा.
भोपाल 22 मार्च 2024। धार की भोजशाला को लेकर आज से भारी एहतियात के बीच ASI का सर्वे शुरु हो गया है. 22 मार्च की तय तारीख पर शुरु हुए सर्वे में ASI के अफसरों की टीम ने सुबह 6 बजे से ही भोजशाला पहुंचकर निरीक्षण शुरु कर दिया था. इस बीच मुस्लिम पक्षकार ज्ञानवापी की तरह भोजशाला में सर्वेक्षण पर रोक लगाने सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की सर्वेक्षण पर रोक लगाने की वाली याचिका खारिज कर दी है. सर्वे के दौरान बहुत ही सावधानी बरती जा रही है, साठ कैमरों की निगरानी में ये सर्वेक्षण किया जा रहा है. भोजशाला के अंदर जाने की मनाही है.
सर्वे पर रोक लगाने मुस्लिम पक्षकार की याचिका खारिज
भोजशाला में शुक्रवार से सुबह से शुरु हुए ASI के सर्वे पर रोक लगाने के लिए मुस्लिम पक्षकारों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. लेकिन सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकार की याचिका खारिज हो गई है. मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बैंच ने असल में आदेश दिया था कि काशी के ज्ञानवापी की तरह की धार की भोजशाला का भी एएसआई से वैज्ञानिक सर्वे करवाया जाए. जिसके बाद 22 मार्च की तारीख निर्धारित की गई और ये सर्वेक्षण आज सुबह 6 बजे से शुरु हुआ. दो चरण में ये सर्वे रखा गया है. पहला चरण 12 बजे खत्म होगा, दूसरा चरण चार बजे से शुरु किया जाएगा.
नमाज के दौरान सर्वे का काम नहीं, सुरक्षा के भारी बंदोबस्त
रमजान का महीना और आज शुक्रवार होने की वजह से भोजशाला में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. एहतियात ये भी बरती गयी है कि नमाज के दौरान सर्वे का काम बंद कर दिया जाएगा. इसीलिए दोपहर बारह बजे सर्वे का काम बंद होगा जो दुबारा शाम चार बजे शुरु होगा. दिल्ली और भोपाल से पंद्रह सदस्यों की टीम भोजशाला पहुंची है और करीब 60 कैमरो के जरिए निगरानी भी की जा रही है. सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी है कि एएसपी, सीएसपी, डीएसपी समेत आठ थाना प्रभारी समेत 175 पुलिस के जवान यहां तैनात किए गए हैं. सर्वे में जीपीआर और जीपीएस टेक्निक का भी उपयोग किया जा रहा है.
तीन तरह से सर्वे, 6 हफ्ते में आएगी रिपोर्ट
सर्वे तीन तरह से होगा और इसकी रिपोर्ट एएसआई के द्वारा 6 सप्ताह में इंदौर हाई कोर्ट के समक्ष एएसआई को रखनी है. उसको लेकर सर्वे का काम काफी तेजी से एएसआई की टीम कर रही है. सर्वे की खुदाई के लिए जो मजदूर भोजशाला के भीतर गए हैं उनकी भी मेटल डिक्टेटर से जांच करवाई जा रही है. भोजशाला में मोबाइल पूरी तरह से प्रतिबंधित है. खुदाई के लिए जरुरी सामान के अलावा सभी के मोबाईल बाहर ही रखवा लिये गए हैं.
शुक्रवार सुबह दिल्ली और भोपाल से धार पहुंची ASI की टीम ने सर्वे के लिए तकनीकी उपकरणों के साथ भोजशाला में प्रवेश किया.इस दौरान परिसर के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं.गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है.
भोजशाला के बाहर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था.भोजशाला के बाहर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था.
भोपाल ,22 मार्च 2024,मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने शुक्रवार से धार स्थित भोजशाला का सर्वे शुरू कर दिया है.भोजशाला में सरस्वती मंदिर है या कमाल मौलाना मस्जिद? इसका फैसला करने के लिए भोजशाला का पुरातात्विक और वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर एएसआई टीम सबूत जुटाएगी.
शुक्रवार सुबह दिल्ली और भोपाल से धार पहुंची ASI की टीम ने सर्वे के लिए तकनीकी उपकरणों के साथ भोजशाला में प्रवेश किया. इस दौरान परिसर के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं. गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है.
दरअसल, आज रमज़ान के जुम्मे की भी नमाज़ होना है. लिहाज़ा किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सुरक्षा पर बड़ी प्राथमिकता के साथ ध्यान है.
बता दें कि धार की भोजशाला में मंगलवार को सूर्योदय से सूर्यास्त तक हिंदुओं के लिए प्रवेश की अनुमति होती है. इसके अलावा,शुक्रवार दोपहर एक बजे से 3 बजे तक केवल नमाजियों को अंदर घुसने की इजाजत होती है.सप्ताह के बाकी दिन सभी दर्शकों के लिए सूर्यादय से सूर्यास्त तक भोजशाला खुली रहती है.इसके एक रुपए एंट्री फीस चुकानी होती है.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई की 12 सदस्यीय टीम ने मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल धार जिले में स्थित विवादास्पद भोजशाला-कमाल मौला मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करने पहुंची है.
ASI टीम के साथ स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी थे. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने 11 मार्च को एएसआई को धार जिले के विवादास्पद भोजशाला परिसर का छह सप्ताह के भीतर वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया था.
हिंदू पक्ष के वकील श्रीश दुबे ने बताया कि अभी चार याचिकाएं चल रही हैं.सर्वे आज सुबह 6 बजे शुरू हुआ है. रिपोर्ट जल्द ही कोर्ट को सौंपी जाएगी.”
एएसआई के संरक्षित ऐतिहासिक भोजशाला परिसर को हिन्दू वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर मानते हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला की मस्जिद बताता है.
एएसआई के 7 अप्रैल 2003 को जारी एक आदेश से हिंदुओं को प्रत्येक मंगलवार भोजशाला में पूजा करने की अनुमति है जबकि मुसलमानों को हर शुक्रवार इस जगह नमाज अदा करने की अनुमति है.