भाजपा की सरबजीत कौर बनीं मेयर चंडीगढ़,आपा का हंगामा
Chandigarh Mayor: चंडीगढ़ में उलटफेर, बीजेपी नेता सरबजीत कौर बनीं मेयर, जमकर हंगामा-AAP के पार्षदों का धरना
चंडीगढ़ 08 जनवरी। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में बड़ा उलटफेर करते हुए बीजेपी ने मेयर के पद पर कब्जा कर लिया है. बीजेपी की सरबजीत कौर चंडीगढ़ की मेयर बन गई हैं. निकाय चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने वाली AAP ने मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. चुनाव के बाद मेयर की कुर्सी के पीछे ही आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद धरने पर बैठ गए हैं.
सरबजीत कौर बनीं चंडीगढ़ की मेयर
चुनाव में किसी भी दल को नहीं मिला था बहुमत
सांसद को भी है एक वोट डालने का अधिकार
केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में बड़ा उलटफेर करते हुए बीजेपी ने मेयर के पद पर कब्जा कर लिया है. बीजेपी की सरबजीत कौर चंडीगढ़ की मेयर बन गई हैं. निकाय चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने वाली AAP ने मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. चुनाव के बाद मेयर की कुर्सी के पीछे ही आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद धरने पर बैठ गए . डीसी विनय प्रताप सिंह को भी मौके पर रोक लिया गया है. नगर निगम के अंदर मार्शल बुलाए गए , धक्का-मुक्की कर AAP की पार्षद भी मेयर के बगल की कुर्सी पर बैठ गई .
बता दें कि चंडीगढ़ निकाय चुनाव के दौरान बीजेपी ने 12 सीटें जीती थीं. जबकि AAP के खाते में 14 सीटें आई थीं. कांग्रेस से निकाले जाने पर देवेंद्र सिंह बबला अपनी नवनिर्वाचित पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे, जबकि बीजेपी की सांसद किरण खेर भी एक वोट डालने की अधिकारी है. इस तरह से बीजेपी के पास 14 वोट हो गए थे
14 वोटों के साथ BJP की सरबजीत कौर बनी चंडीगढ़ की नई मेयर, AAP का जोरदार हंगामा
मेयर के चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने मेयर की कुर्सी और आसपास हंगामा किया. इस दौरान जमकर नारेबाज़ी भी की गई. हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस भी बुलानी पड़ी.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव
Chandigarh Mayor Election: तमाम उठापटक और जोरदार हंगामे के बीच चंडीगढ़ में नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) का मेयर चुनाव बीजेपी ने जीत लिया है. बीजेपी की सरबजीत कौर (Sarabjit Kaur) चंडीगढ़ की नई मेयर होंगी. सरबजीत कोर को 14 वोट मिले हैं, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) के हिस्से में 13 वोट आए. आम आदमी पार्टी का एक वोट वैलेट पेपर फटा होंगे के कारण रद्द हो गया था, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त हंगामा किया.
मेयर की कुर्सी के पास आप पार्षदों का हंगामा
कांग्रेस और अकाली दल वोटिंग में शामिल नहीं हुआ. मेयर के चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने मेयर की कुर्सी और आसपास हंगामा किया. इस दौरान जमकर नारेबाज़ी भी की गई. हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस भी बुलानी पड़ी. इस दौरान आप पार्षद मेयर की कुर्सी के पास धरने पर भी बैठ गए. आप पार्षद एक वोट रद्द होने से नाराज़ थे.
सिर्फ एक साल के लिए होता है मेयर का पद
बता दें कि नगर निगम में मेयर का पद सिर्फ एक साल के लिए ही है. यहां पर हर साल नए मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव होता है. ऐसे में चंडीगढ़ के मेयर की कुर्सी के लिए पूरे साल जोड़-तोड़ की राजनीति चलती रहती है. मतलब किसी पार्षद के दूसरी पार्टी में शामिल हो जाने से अगले साल स्थिति बदल जाती है. चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में कांग्रेस ने 8 सीट तो वहीं अकाली दल सिर्फ एक सीट ही जीत सकी थी.
किसी को नहीं मिला था बहुमत
चंडीगढ़ नगर निगम में 35 सीटें हैं. निकाय चुनाव 24 दिसंबर को हुए थे जिसमें कोई भी दल बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर पाया था. लेकिन पहली ही बार आई AAP ने 14 सीटें जीतकर तहलका मचा दिया था. जबकि बीजेपी के 12, कांग्रेस के 8 पार्षद और अकाली दल के 1 पार्षद ने जीत दर्ज की थी.
BJP-AAP के बीच था मुकाबला
भाजपा ने पूर्व पार्षद जगतार सिंह जग्गा की पत्नी सरबजीत कौर को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया था. वहीं आप ने अंजू कत्याल को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने चुनाव में शामिल नहीं होने की घोषणा की है, उन्होंने अपने प्रत्याशी का नामांकन मेयर के लिए नहीं कराया.
सभी पार्टियों को खरीद फरोख्त का डर था. इसलिए कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को राजस्थान के जयपुर भेज दिया था. जो आज ही लौटे. AAP के पार्षद पहले दिल्ली में रहे बाद में कसौली आए फिर चंडीगढ़ आए.
वहीं भाजपा ने अपने पार्षदों को शिमला भेज दिया था. शुक्रवार शाम को ये सभी वापस लौटे. बता दें कि एक जनवरी को सभी नए 35 पार्षद शपथ भी ले चुके हैं.