मंडुवे का एमएसपी 35.76₹, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल: जोशी
GANESH JOSHI SAID THAT THE STRATEGY TO BUY MANDUA ON MSP HAS BEEN DECIDED AFTER SHRI ANNA MAHOTSAV
Millet Festival in Dehradun: NFSA फ्री राशन में शामिल हुआ मंडुआ, MSP पर खरीदने की रणनीति तय
देहरादून 17 मई। राजधानी देहरादून में हुए मिलेट्स महोत्सव के बाद कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा सरकार किसानों से मंडुए को MSP पर खरीदने की रणनीति बना रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में 4 लाख महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से मंडुआ खरीद की जा रही है
NFSA फ्री राशन में शामिल हुआ मंडुआ
उत्तराखंड में चार दिवसीय श्री अन्न महोत्सव का समापन हो गया है. अन्न महोत्सव के सफल आयोजन के बाद उत्तराखंड में किसानों और कृषि की दशा और दिशा कितनी बदलेगी, इस मामले में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जानकारी दी. कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि चार दिवसीय श्री अन्न महोत्सव के बाद किसान और दूसरे लोग मोटे अनाज को लेकर जागरुक होंगें.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहे इस वर्ष को मिलेट्स ईयर के उपलक्ष में उत्तराखंड में आयोजित किए गए चार दिवसीय श्री अन्न महोत्सव का मंगलवार को समापन हो गया. चार दिवसीय अन्न महोत्सव के सफल आयोजन के बाद कृषि मंत्री उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने इस अन्न महोत्सव की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चार दिवसीय इस आयोजन में पूरे प्रदेश भर से हजारों किसान शामिल हुए. उनके द्वारा लाए गए मिलेट्स उत्पाद सारे के सारे बिक गए, जो दर्शाता कि किस तरह से लोग मिलेट्स के प्रति जागरूक हो रहे हैं.
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में दिए जाने वाले फ्री राशन में उत्तराखंड के मिलेट्स मंडुए को भी शामिल किया है. कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल 4 जिलों में इसे लागू किया जा रहा है. वहीं इसके अलावा मिड डे मील में भी झंगोरे को शामिल किए जाने की प्रक्रिया चल रही है. कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कृषि विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि मंडुए का एमएसपी 35.76 रूपए का लाभ पूरी तरह से किसान को मिले. उन्होंने कहा कि इसके लिए सहकारिता समिति और मंडी समितियों के अलावा खासतौर से उत्तराखंड में 4 लाख महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से मंडुआ खरीद की जा रही है. जिससे महिला स्वयं सहायता समूह स्वाबलंबी होंगें. वहीं, किसानों को भी उनका उचित दाम मिल पाएगा.