मुर्शिदाबाद दंगे: घर जलाए, पानी में जहर,500+ हिन्दू जान बचाकर भागे

Ground Report: ‘घर जला दिए, पानी में जहर मिला दिया…’ मुर्शिदाबाद से भागे 500 लोग, अब मालदा के स्कूल में ली शरण
हम पलायन करने वाले ग्रामीणों के पास पहुंचै और उनसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. ये ग्रामीण मालदा के पारलालपुर हाई स्कूल में शरण लिए हैं. इस स्कूल में कम से कम 500 लोग शरण लेकर ठहरे हैं. इनमें मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
मुर्शिदाबाद से भागकर आए लोग मालदा के स्कूल में ठहरे हैं.
अनुपम मिश्रा
मुर्शिदाबाद 14अप्रैल 2025,पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में फिलहाल तनावपूर्ण शांति है. लेकिन दो दिन पहले जिस तरह हिंसा भड़की, उसकी भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक पांच सैकड़ा लोगों ने मुर्शिदाबाद छोड़ दिया और पलायन कर मालदा में आ गए हैं. ये सिलसिला थमा नहीं है. पलायन करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. ये शरणार्थी ग्रामीण मालदा के एक स्कूल में शरण लिए हैं.

हमारी टीम पलायन करने वाले ग्रामीणों के पास पहुंची और उनसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. ये ग्रामीण मालदा के पारलालपुर हाई स्कूल में शरण लिए हैं. इस स्कूल में कम से कम 500 लोग शरण लेकर ठहरे हैं. इनमें मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.

नाव से नदी पार की और पहुंचे मालदा

गांव वालों का कहना है कि वे लोग अपने घरों को छोड़कर आए हैं और नाव से नदी पार कर पहुंचे हैं. इन लोगों में 3 दिन के नवजात से लेकर बुजुर्ग महिलाएं तक शामिल हैं. स्थानीय लोगों ने इन लोगों को शरण दी है और वे उन्हें खाना भी खिला रहे हैं. लोगों के आने का सिलसिला थमा नहीं है.

धूलियान से भागकर आए हैं ग्रामीण

ये शरणार्थी मालदा के हाईस्कूल के क्लास रूम में डेरा जमाए हैं. उनके साथ बच्चे भी हैं. स्थानीय डॉक्टर भी शरणार्थी कैंप पहुंचे और चेकअप कर रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि मालदा के स्थानीय लोगों ने हमारी मदद की है. वे धूलियान से भागकर आए हैं. नाव के जरिए मालदा तक पहुंचे हैं. शरणार्थियों का कहना है कि पानी की टंकी में जहर डाल दिया गया है. पानी हमारा जीवन है. अगर ऐसा पानी पीएंगे तो मर जाएंगे. जान बचाकर घर से भागे हैं. हमारे घरों में लूट की गई और उन्हें जला दिया गया है.

शरणार्थी बोले- परेशान किया जा रहा

उनका कहना है कि हम लोगों को परेशान किया जा रहा है. खासतौर पर हम पर जो हमला कर रहे हैं, उनकी उम्र बहुत कम है. 15 से 17 साल के लड़के हमला करने वालों में शामिल हैं.

ना घर रहा, ना राशन’

एक ग्रामीण ने कहा कि मेरा घर मुर्शिदाबाद के धूलियान में है. मेरे गांव में बड़ी संख्या में घरों में आग लगा दी गई. ग्रामीणों के साथ मारपीट की गई. अब ना घर रहा और ना खाने को राशन बचा था, इसलिए हम मजबूरी में पलायन करके आए हैं. भीड़ के लोग लूटपाट करके ले गए .

Mamata Banerjee Special Message To Maintain Peace Over Waqf Protest Murshidabad Violence Hindi News
वक्फ कानून बंगाल में लागू नहीं होगा तो फिर दंगा क्यों,
Mamata Banerjee On Murshidabad Violence

वक्फ अधिनियम के खिलाफ शुक्रवार से ही मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज और सुती सहित कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। गुटीय झड़पों के कारण स्थिति गरमा गई है। राज्य पुलिस ने अशांति को रोकने के लिए शनिवार सुबह एक कड़ा संदेश जारी किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी धर्मों के लोगों को शांत रहने का संदेश

ममता बनर्जी ने शांति बनाए रखने की अपील की
वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन जारी
बंगाल में हिंसा के बीच 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया

वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार से ही मालदा, मुर्शिदाबाद दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। गुटीय झड़पों से स्थिति गरमा गई है। राज्य पुलिस ने अशांति को रोकने के लिए शनिवार सुबह एक कड़ा संदेश जारी किया। वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी धर्मों के लोगों को शांत रहने का संदेश दिया। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत और संयमित रहें। धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक व्यवहार में शामिल न हों। हर इंसान की जान कीमती है। राजनीति के लिए दंगे मत भड़काओ। जो लोग दंगा कर रहे हैं वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

बंगाल में भड़की हिंसा पर क्या बोलीं ममता?
दरअसल तृणमूल कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों में वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया था। मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस कानून का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का अनुरोध किया। हालांकि इस कानून के खिलाफ राज्य भर में अलग-अलग संगठन अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। इस बीच शुक्रवार से मुर्शिदाबाद के कई हिस्सों में अशांति फैलने लगी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि याद रखें हमने वह कानून नहीं बनाया। जिस पर बहुत से लोग भड़के हुए हैं। यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है। इसलिए आप जो जवाब चाहते हैं। वह केंद्र सरकार से मांगना चाहिए।

कानून बंगाल में लागू नहीं होगा तो दंगा किसलिए?
ममता बनर्जी ने सवाल किया कि हमने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। हम इस कानून का समर्थन नहीं करते। यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं होगा। तो दंगा किसलिए। बनर्जी ने कहा कि दंगा भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते। कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बहकावे में न आएं।


शांति और सद्भाव की अपील
ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे लगता है कि धर्म का मतलब मानवता, सद्भावना, सभ्यता और सद्भाव है। मैं सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करती हूं।

118 गिरफ्तार 

दरअसल शुक्रवार के बाद शनिवार को शमशेरगंज और सुती इलाकों में फिर से अशांति फैल गई। अशांति को रोकने के लिए पुलिस के साथ बीएसएफ के जवान भी सड़कों पर उतर आए हैं। अब तक अशांति के सिलसिले में 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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