एएमयू में प्रोफेसर, मुस्लिम युवती से शादी को मुसलमान बना उमर गौतम, हुआ दोनों में एक भी नहीं
हिन्दू से मुस्लिम बने उमर की कहानी:AMU में प्रोफेसर बनने के लालच में करा लिया धर्म परिवर्तन; मां की लाश को भी दफ़न करवाना चाहता था, जबरन पत्नी और बच्चों को भी इस्लाम कबूल करवाया
AMU में प्रोफेसर बनने के लालच में करा लिया धर्म परिवर्तन; मां की लाश को भी दफ़न करवाना चाहता था, जबरन पत्नी और बच्चों को भी इस्लाम कबूल करवाया|
मोहम्मद उमर की फाइल फोटो।
घर वालों को जब जानकारी हुई तो उन्होंने उमर को दोबारा क्षत्रिय धर्म अपनाने की बात कही लेकिन वह नहीं माना
फतेहपुर/लखनऊ 24जून।यूपी एटीएस (UP ATS) ने धर्मांतरण कराने के आरोप में जिन दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है उसमें से एक मोहम्मद उमर उर्फ़ श्याम प्रताप सिंह से एटीएस द्वारा पूछताछ की जा रही है। पकड़ा गया उमर यूपी के फतेहपुर जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के रमवा गांव का रहने वाला है। वह 1979 में जिला छोड़कर नैनीताल के पंतनगर चला गया था जिसके बाद वह वहां से दिल्ली चला गया। बताया जा रहा है कि पंत नगर में ही वह एक मुस्लिम लड़की के इश्क में पड़ा। उमर को एएमयू में प्रवक्ता बनाने का लालच दिया गया था जिसके बाद उसने धर्म परिवर्तन कर लिया।
धर्म परिवर्तन के बाद से ही परिवार उमर से नाराज था
वहीं उमर ने 1982 में आकर जिले के ही गाजीपुर थाना क्षेत्र के खेसहन गांव में छत्रपाल सिंह की बेटी राजेश कुमारी से शादी किया। जिसके बाद उमर अपनी पत्नी को लेकर दिल्ली चला गया जहां उसने धर्म परिवर्तन कर लिया। उमर के धर्म परिवर्तन के बाद से परिवार के लोग उमर से नाराज रहते थे। उमर साल दो साल में अपने गांव आया करता था लेकिन उससे कोई ज्यादा बातचीत नहीं करता था।
पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं आया था
गांव वाले कुछ लोग उमर को जानते हैं तो कुछ लोग उमर को नहीं देखा। वहीं गांव में रह रहे उसके चचेरे भाई राजू सिंह ने बताया की उमर गांव में ही हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद वह पंतनगर चला गया जिसके बाद वह कभी कभार आता है। उमर के पिता धनराज सिंह की मौत के डेढ़ वर्ष पूर्व हुई है। लेकिन वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं आया, उमर उर्फ श्याम प्रताप सिंह 6 भाई है और उमर अपने सभी भाइयों में चौथे नंबर का है। । वहीं इस बारे में जब जानकारी पुरे गांव में हुई तो उमर के घर में मजमा लग गया जहां डीएसपी थरियांव सहित पुलिस फ़ोर्स उमर के चचेरे भाई से पूंछताछ करने में लगी हुई है।
मुस्लिम लड़की के इश्क में पड़कर कबूला था इस्लाम
मां की अंत्येष्टि के समय शव के अग्निदाह का विरोध करके शव को दफनाने की जिद कर रहा था जिस पर भाइयों से तू तू मैं मैं हुई थी। थोड़ी देर में ही नाराजगी के साथ चला गया था। राजेश कुमारी के साथ शादी हुई थी लेकिन गौना नहीं हुआ था। इस बात को छिपा कर यह राजेश कुमारी का गौना कराकर ले गया था। वापस आकर पत्नी ने मुसलमान हो जाने और बीबी के तौर पर एक मुस्लिम महिला होने की जानकारी अपनी मां और पिता क्षत्रपाल सिंह को दी थी। उसके घर एक बेहद निजी सदस्यों के बीच बैठक भी हुई थी जिसमें उमर गौतम को मूल धर्म में वापसी का दबाव डाला गया था लेकिन वह तैयार नहीं हुआ।
AMU में नौकरी का मिला था झांसा
एक मुस्लिम लड़की के इश्क में पड़कर जीबी पंत विवि में किया धर्मांतरण
विश्वविद्यालय पंतनगर नैनीताल में इस्लाम कबूल किया। इस्लाम कबूल करवाने में मुस्लिम लड़की से निकाह का लालच और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रवक्ता की नौकरी का लालच इसके किसी ताहिर नामक दोस्त ने दिया था।
उमर गौतम ने एएमयू में की थी तकरीर, बहन-भाई ने किया मतांतरण
मतातरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए उमर गौतम का अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) से भी नाता रहा है
बड़ी संख्या में लोगों का मतातरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए उमर गौतम का अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) से भी नाता रहा है। यूनिवर्सिटी के कैनेडी हाल में उसने भाषण दिया था। इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह इस्लाम के महत्व पर जोर देता दिख रहा है। देर शाम इस वीडियो को यूट्यब से रिमूव भी कर दिया गया। वीडियो 2017 का बताया जा रहा है। वहीं, पिछले एक साल के अंदर अलीगढ़ के भाई-बहन ने मतांतरण कर लिया। लड़की ने एएमयू में पढ़ाई की थी। उसने एएमयू के एक मुस्लिम छात्र से शादी कर ली। युवक एएमयू में अभी पीएचडी का छात्र है।
एएमयू में उमर गौतम ने एक मझे हुए वक्ता के रूप में उर्दू में भाषण दिया था। जिसमें उसने अपने बारे में सबकुछ बताया। कहा, उत्तराखंड की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ही इस्लाम कबूल किया था। श्याम प्रताप गौतम से मो. उमर बना। इसके लिए मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं था। मेरे बाद ही सात छात्रों ने दीन अपनाया। इनमें एक यादव छात्र का नाम मैंने ही रखा। उसके भाषण से साफ झलक रहा है कि उसका मकसद क्या है। उसने दिल्ली में चलाए गए सेंटर के बारे में भी बताया। कहा, इस सेंटर में हर माह 10 से 15 लोग दीन अपनाने के लिए दस्तावेज से जुड़ी जानकारी लेने आते हैं। दीन अपनाने के बाद ही वह 18 बार इंग्लैड, चार बार अमेरिका, अफ्रीका आदि देशों में यात्रा पर गया।
हरिओम नगर के बहन-भाई ने किया मतांतरण
उमर के गिरफ्तार होने और उसके संबंध एएमयू से निकलने पर एक मामला और सामने आया है। शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र के हरिओम नगर निवासी बहन-भाई के भी मंतातरण करने की जानकारी मिली है। भाई ने लोकडाउन के दौरान एक साल पहले दीन अपनाया, जबकि उसकी बहन 2021 में इस्लाम कबूला । खास बात ये है कि लड़की ने 2015 के आसपास एएमयू के राजनीतिक विज्ञान विभाग से बीए और एमए की पढ़ाई की। इसी विभाग से पीएचडी कर रहे बिहार निवासी छात्र से उसने शादी कर ली। नाम भी बदल लिया। बहन-भाई के मतांतरण से उमर गौतम से क्या ताल्लुक है ये तो स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन चर्चा खूब हो रही है। स्थानीय पार्षद पुषपेंद्र जादौन ने बताया कि 2016 में बहन-भाई के पिता की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दोनों मां के साथ ही हरिओम नगर स्थित अपार्टमेंट में रहते थे। इनका एक मकान लखनऊ में भी है। इनकी मां फिलहाल लखनऊ में बताई गई हैं। बहन-भाई से किसी का संपर्क नहीं हो सका है। पता ये भी चला है कि बहन-भाई एक बिल्डर के संपर्क में आए थे। इसके बाद ही यह सब हुआ।
जिस युवती के मतांतरण कर एएमयू छात्र के शादी करने की बात कही जा रही है उसने यूनिवर्सिटी से बीए व एमए की पढ़ाई की है। छात्र पीएचडी कर रहा है। उमर गौतम के एएमयू में आने की जानकारी नहीं है। उसने कैनेडी हाल में भाषण दिया था या नहीं ये भी जांच का विषय है।
– प्रो. एम वसीम अली, प्राक्टर एएमयू
एएमयू से उमर गौतम के नजदीकी की हो जांच :
भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता डाक्टर निशित शर्मा ने आरोप लगाया है कि उमर गौतम के एएमयू से संबंध थे। एएमयू में कंपैरेटिव रिलीजस स्टडीज में आयोजन कराए जाते रहे हैं, जो मतांतरण को प्रेरित करते हैं। पूरे मामले की गहनात से जांच होनी चाहिए।