मसूरी माल रोड से LBS प्रशासनिक अकादमी तक सात अरब से बनेगी दो लेन टनल

*मसूरी में 2 लेन टनल के लिये मिली 700 करोड़ की स्वीकृति।*
*केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री का मुख्यमंत्री ने जताया आभार।*
*इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री द्वारा केन्द्रीय मंत्री से किया गया था अनुरोध।*

देहरादून 08जून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मसूरी शहर की यातायात व्यवस्था की सुगमता एवं आवागमन की सुविधा के लिये माल रोड से लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के मध्य 2.74 किलोमीटर लम्बी टनल निर्माण के लिये 700 करोड़ रूपए की स्वीकृति के लिये केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री  नितिन गड़करी का आभार व्यक्त किया है। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से हुई भेंट के दौरान भी अनुरोध किया था।
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री  नितिन गड़करी द्वारा इस सम्बन्ध में ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 707 ए पर मसूरी में माल रोड से लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी तक 2.74 किलोमीटर लम्बी सुरंग के निर्माण के लिये 700 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी ट्वीट के माध्यम से केन्द्रीय मंत्री  गड़करी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इससे मसूरी शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार तथा आवागमन में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस टू लेन टनल के निर्माण एवं इसके आसपास की सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण से आम जनता को सुविधा होने के साथ ही आपदा की स्थिति में राहत व बचाव कार्यों में भी इससे मदद मिल सकेगी।

मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह ने कहा कि इस टनल के निर्माण एवं सड़कों के सुदृढ़ीकरण से जौनसार बावर क्षेत्र की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी तथा इस क्षेत्र में विकास के नये द्वार खुलेंगे। इस पिछड़े क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने में भी इससे मदद मिलेगी। पर्यटन की दृष्टि से भी इस क्षेत्र को नई पहचान मिल सकेगी।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को ट्वीट कर मसूरी में टनन को लेकर यह जानकारी साझा की।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के दिल्ली दौरे से लौटते ही केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने उत्तराखंड को 700 करोड़ रुपये की परियोजना की सौगात दी है। ये सौगात पहाड़ों की रानी मसूरी को ट्रैफिक जाम से मुक्त कराने के लिए टनल निर्माण परियोजना की है, जिसे मंत्रालय से पूर्व में ही सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई थी। मंत्रालय ने इस परियोजना को जमीन पर उतारने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट नियुक्त कर दिया है। कंसल्टेंट एजेंसी अब टनल निर्माण की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगी।

गडकरी ने लिखा ‘मसूरी शहर माल रोड व लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी तक भीड़ भाड़ मुक्त व सुगम सड़क कनेक्टिविटी के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी अवॉर्ड कर दी गई है। मसूरी टनल की लंबाई 2.74 किमी होगी, जिसके लिए 700 करोड़ का बजट है।’

 

मुख्य अभियंता (राष्ट्रीय राजमार्ग) सीके बिरला के मुताबिक, नेशनल हाईवे 707ए पर टनल निर्माण के लिए मंत्रालय ने पूर्व में ही सैद्धांतिक सहमति दे दी थी। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी तय करने के लिए मंत्रालय ने एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी ने कंसल्टेंट तय कर दिया है।

एक साल में बनेगी डीपीआर

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कंसल्टेंस एजेंसी अब मसूरी टनल की डीपीआर तैयार करेगी। जिस पहाड़ी को काटकर टनल बनाई जानी है, उसका भूगर्भीय सर्वेक्षण भी होगा। डीपीआर बनाने के कार्य में कम से कम एक साल का समय लगेगा।

मसूरी को मिलेगी जाम से राहत

मसूरी शहर में टनल निर्माण से आए दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल जाएगा। पर्यटन सीजन के दौरान मसूरी में सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की ही होती है।

वर्षों से हो रही थी कोशिश

मसूरी टनल बनाने के लिए पिछले कई सालों से प्रदेश में सत्तारूढ़ सरकारों ने प्रयास किए, लेकिन कामयाबी वर्तमान भाजपा सरकार में मिली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने टनल निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है।

 

 

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