मुख्यमंत्री को सौंपे स्वामी अभिराम दास के सुझाव और बलिदानियों के परिजनों का मांगपत्र
ऋषिकेश 15 अक्टूबर।उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज विभिन्न विषयों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से उनके शासकीय आवास पर भेंट कर वार्ता की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पारिवारिक गुरू स्वामी अभिराम दास के सुझाव पर पर्यावरण संरक्षण एवं श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधा को देखते हुए गौरीकुंड से केदारनाथ एकल मार्ग बनवाए जाने संबंधी विषय एवं शहीदों के परिजनों की माँग पर शहीदों के परिजनों के लिए उत्तराखंड में भी 5 बीघा भूखंड सरकार द्वारा आवंटित किये जाने संबंधित विषय पर वार्ता की एवं पत्र सौंपा।
अवगत करा दें कि विगत दिनों हनुमान गुफा के संस्थापक एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पारिवारिक गुरू स्वामी अभिराम दास ने गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा के लिए सड़क मार्ग बनाने संबंधी सुझाव के लिए विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंप अवगत कराया था कि गौरीकुंड से गरुड़ चट्टी, हनुमान गुफा होते हुए केदारनाथ के लिए एकल मार्ग का निर्माण किया जाए। इसी तरह से केदारनाथ से गौरीकुंड जाने वालों के लिए दूसरा मार्ग केदारनाथ से हथिनी पर्वत के नीचे से बाजार पूछडा जाला चौमासी होते हुए गौरीकुंड पहुंचेगा। यह मार्ग भी एकल मार्ग होगा। इन दोनों मोटर मार्गो के निर्माण से जहां पर्यावरण संरक्षण होगा, वही दोनों घाटियों का विकास भी होगा । साथ ही स्वामी जी ने सुझाव दिया है कि एकल मार्ग निर्माण से यात्रियों को आवागमन में सुगमता होगी ।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को अवगत किया कि विगत दिनों ऋषिकेश के शहीदों के परिजनों ने उनसे मुलाकात कर शहीदों के परिजनों के लिए 5 बीघा भूखंड आवंटित करने हेतु ज्ञापन सौंपा था। अग्रवाल ने अवगत किया कि शहीदों के परिजनों का कहना है कि अन्य राज्यों में शहीदों के परिवारों को भूखंड उपलब्ध कराए जा रहे हैं, इसी अनुसार उत्तराखंड में भी शहीदों के परिजनों को भूखंड उपलब्ध कराए जाएं।
विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से दोनों ही विषयो पर विचार कर आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा अध्यक्ष को आश्वस्त करते हुए कहा कि दोनों ही विषय पर विचार किया जाएगा। इस दौरान दोनों ही नेताओं के बीच कोरोना संक्रमण से उपजे हालातों एवं राज्य के विकास से संबंधित कई विभिन्न विषयों पर भी चर्चा वार्ता हुई।