नारायण राणे को देर रात जमानत, गलती मानने से इंकार, उद्धव को बताया था थप्पड़ खाने लायक
राणे की गिरफ्तारी पर भड़की BJP, उद्धव सरकार से पूछे ये सवाल
Narayan Rane Gets Bail: 8 घंटे की कस्टडी के बाद नारायण राणे को जमानत, उद्धव सरकार ने कहा कि संदेश साफ है
राणे को महाड में एक अदालत में पेश किया गया। खराब स्वास्थ्य के आधार पर उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली गई। उन्हें मंगलवार दोपहर में गिरफ्तार किया गया था।
नई दिल्ली 24 अगस्त।केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को देर रात जमानत मिल गई। उन्हें महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार दोपहर करीब 2.25 बजे गिरफ्तार किया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ अभद्र बयान देने के मामले में राणे की गिरफ्तारी हुई थी। राणे को महाड कोर्ट में पेश किया गया। यहां उनके वकील ने स्वास्थ्य स्थितियों का हवाला देते हुए जमानत की अपील की। उनकी जमानत याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। राणे केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री हैं। जुलाई में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट से जुड़े थे।
गिरफ्तार हुए नारायण राणे, उद्धव पर दिया था विवादित बयान
राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। इसी संदर्भ में मंत्री ने विवादित बयान दिया। राणे ने रत्नागिरी जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा, ‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’
इस बीच महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया, ‘विचार यह संदेश देना था कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। राणे को जमानत मिलने से महाराष्ट्र सरकार को कोई समस्या नहीं है। केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मामलों को आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है।’ सूत्रों ने बताया, ‘संदेश साफ है, अपमानजनक बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पद की गरिमा को बनाए रखा जाना चाहिए।’
नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने आपत्तिजनक बयान देने के मामले में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी किए थे। पुलिस के एक दल को कोंकण शहर के चिपलून रवाना कर दिया गया था। राणे के खिलाफ महाराष्ट्र के उत्तरी शहर में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद यह आदेश जारी किया गया था।
69 वर्षीय राणे ने उद्धव ठाकरे के पिता बाल ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। उन्होंने 1990 में शिवसेना विधायक के रूप में महाराष्ट्र विधानसभा में प्रवेश किया। राणे ने 1999 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला, लेकिन उनका कार्यकाल बहुत छोटा था। शिवसेना-भाजपा गठबंधन उसी वर्ष के अंत में चुनाव हार गया था।
उद्धव vs नारायण राणे: मुर्गी चोर, तमाचे… महाराष्ट्र में 2 दिग्गज राजनेताओं के बीच यह कैसी जंग
मुंबई में दादर इलाके में शिवसैनिकों ने नारायण राणे के खिलाफ पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर में नारायण राणे की तस्वीर के साथ कोबंडी चोर लिखा हुआ है जिसका हिंदी में अर्थ है- मुर्गी चोर। दरअसल राणे ने ठाकरे पर आजादी का साल भूलने का आरोप लगाते हुए उन्हें थप्पड़ मारने की बात कह दी थी।
हाइलाइट्स
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बीच विवाद और गहराया
दादर में शिवसैनिकों ने लगाए नारायण राणे के खिलाफ पोस्टर, पोस्टर में लिखा-कोबंडी चोर
नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर विवादित बयान देते हुए थप्पड़ मारने की बात कह दी थी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद विवाद और गहरा गया है। मुंबई में दादर इलाके में शिवसैनिकों ने नारायण राणे के खिलाफ पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर में नारायण राणे की तस्वीर के साथ कोबंडी चोर लिखा हुआ है जिसका मतलब है- मुर्गी चोर। नासिक स्थित बीजेपी के दफ्तर पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पत्थर फेंके। उधर शिवसेना सांसद विनायक राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर राणे को केंद्रीय मंत्री पद से हटाने की मांग की।
नासिक में बीजेपी दफ्तर पर फेंके गए पत्थर
दरअसल, नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर विवादित बयान देते हुए थप्पड़ मारने की बात कह दी थी। नारायण राणे के विवादित बयान के बाद शिवसैनिकों ने जगह-जगह प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। दादर में राणे के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं तो वहीं नासिक में बीजेपी के दफ्तर के बाहर पत्थर फेंके गए। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणे को मंत्रीपद से हटाने की मांग कर दी।
शेर की मांद में जाने की हिम्मत न करो- नीतेश राणे
राणे के आवास के बाहर शिवसेना कार्यकर्ताओं के इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने की बात सामने आ रही है। इस पर नारायण राणे के बेटे नीतेश राणे ने लिखा, ‘खबर है कि युवा सेना के सदस्यों को हमारे जूहू आवास के बाहर इकट्ठा होने को कहा गया है। या तो मुंबई पुलिस उन्हें वहां जाने से रोके या फिर जो कुछ भी वहां होता है वह हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। शेर की मांद में जाने की हिम्मत न करो। हम इंतजार कर रहे होंगे।’
ठाकरे पर राणे का विवादित बयान
दरअसल नारायण राणे महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। पिछले दिनों उनकी यात्रा रायगढ़ के महाड पहुंची थी। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए नारायण राणे पर उद्धव ठाकरे को लेकर कहा था, ‘यह कैसा मुख्यमंत्री है जिसको अपने देश का स्वतंत्रता दिवस पता नहीं। मैं वहां होता तो कान के नीचे थप्पड़ लगा देता।’
राणे को केंद्रीय मंत्रीपद से हटाने की मांग
राणे के बयान पर मचे घमासान के बाद शिवसेना हमलावर हो गई है। शिवसेना के लोकसभा सांसद विनायक राउत ने पीएम मोदी को खत लिखकर राणे को तत्काल रूप से केंद्रीय मंत्री पद से हटाने की मांग की। राउत ने अपने पत्र में लिखा कि राणे ने पत्रकार परिषद में राज्य के सीएम के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह बेहद निदंनीय है। नारायण राणे जैसा अपनी मर्यादा भूलने वाला केंद्रीय मंत्री ऐसी भाषा का उपयोग करता है तो मुझे लगता है कि उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
मैंने कोई अपराध नहीं किया- राणे
उद्धव ठाकरे पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर राणे के खिलाफ मुंबई में कई जगह एफआईआर दर्ज हुई हैं। इस पर राणे ने कहा, ‘मुझे मेरे खिलाफ एफआईआर को लेकर कोई जानकारी नहीं है। मैं साधारण इंसान नहीं हूं। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। अगर किसी को 15 अगस्त के बारे में नहीं पता तो क्या यह अपराध नहीं है। मैंने कहा कि मैं थप्पड़ मारता- ये शब्द थे मेरे और यह अपराध नहीं है।’