धामी आपदा ग्राउंड जीरो पर, मृतक आश्रितों को चार – चार लाख
देर रात तक आपदा पीड़ितों के बीच मौजूद रहे मुख्यमंत्री
– रुद्रप्रयाग, उधमसिंहनगर और नैनीताल का किया दौरा
– आपदा से प्रभावित लोगों का हाल जाना, युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश
देहरादून 19 अक्तूबर। उत्तराखण्ड में दो दिन की अतिवृष्टि से आई आपदा का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्र में हैं। ग्राउंड जीरो पर जाकर वह राहत और बचाव कार्य का मुआयना कर रहे हैं।
मंगलवार को उन्होंने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों का हाल जाना। उन्होंने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर करने और उसमें कोई कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। पीड़ितों की फौरी तौर पर सहायता के लिए उन्होंने जिलाधिकारियों को फ्री हैंड दिया है। सड़क मार्ग मैं आ रही बाधाओं और जोखिम को दरकिनार कर देर रात तक वह हल्द्वानी के प्रभावित क्षेत्र में मौजूद रहे।
बीते रविवार और सोमवार को उत्तराखण्ड में हुई भारी बारिश से राज्य में जनजीवन प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने दिल्ली दौरे समेत तमाम कार्यक्रम निरस्त कर आपदा पीड़ितों के बीच मौजूद हैं। मंगलवार को उन्होंने रुद्रप्रयाग, उधमसिंहनगर और नैनीताल जिलों का भ्रमण किया। पीड़ितों का हाल जानने की शुरुआत उन्होंने रुद्रप्रयाग जिले से की। जिले के प्रभावित इलाके का हवाई निरीक्षण करने के बाद जिला मुख्यालय में उन्होंने डीएम और जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके बाद धामी ने कुमाऊं मंडल का दौरा कर रुद्रपुर और किच्छा समेत सभी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। पीड़ितों की बात सुनी और उनके सामने आ रही समस्याओं के तत्काल समाधान के निर्देश दिए। रात को धामी हल्द्वानी गए और उन्होंने अधिकारियों से आपदा के प्रभाव की विस्तृत जानकारी हासिल की। समाचार लिखे जाने तक उनका देर रात तक आपदा पीड़ितों से मिलने का सिलसिला जारी रहा।
रूद्र पुर में
श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सांय रूद्रपुर के संजय नगर खेड़ा में स्थलीय निरीक्षण कर बारिश से हुए जल भराव की स्थिति का जायजा लिया। उन्होने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि धैर्य बनाकर रखें। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये व रहने, भोजन आदि की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होने कहा कि इस आपदा के कारण जिन परिवारों में जनहानि हुई है उनके आश्रितों को 4 लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होने पीडितों से मिलते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि यह एक दैवीय आपदा की घड़ी है, इस परिस्थितियों में सभी के सहयोग से इस आपदा से निपटा जायेगा। उन्होने रेस्क्यू मे लगे एनडीआरएफ, पुलिस के जवानों का हौसला भी बढ़ाया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, प्रोटोकॉल व सहकारिता मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत, विधायक राजकुमार ठुकराल, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डीएस कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई आदि उपस्थित थे।
*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का लिया जायजा,मृतक परिजन को 4 लाख रूपये की राहत राशि दी जाएगी*
*भवन क्षति, पशुधन क्षति आदि पर भी मानकों के अनुरूप सहायता राशि जल्द दी जाएगी*
*गढ़वाल क्षेत्र के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के बाद जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से जनपद के साथ चारधाम यात्रा की स्थिति की ली जानकारी।*
*कुमांऊ क्षेत्र के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के बाद पंतनगर में जिलाधिकारी, वायुसेना एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों से राहत कार्यों के सम्बन्ध में की चर्चा।*
*देर सांय नैनीताल जनपद का भी लिया जायजा। सड़क मार्ग से पंतनगर से रूद्रपुर तत्पश्चात हल्द्वानी पहुंचे तथा अधिकारियों के साथ राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में किया विचार विमर्श।*
*राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने तथा पीडितों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने के भी दिये निर्देश।*
प्रदेश में पिछले दो दिनों से अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न स्थिति का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी निरन्तर अनुश्रवण कर राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पीडितों को त्वरित राहत एवं अनुमन्य आर्थिक मदद के साथ ही तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों की सुविधा का भी ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्वाहन मे सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रूम जाकर प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी स्थिति का जायजा लिया।
उसके बाद मुख्यमंत्री ने गढ़वाल व कुमांऊ क्षेत्र के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया तथा रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से यात्रा व्यवस्थाओं तथा विभिन्न स्थानों पर रूके यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पीडितों के साथ ही यात्रियां को हर संभव सहयोग एवं सहायता उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने बन्द मार्गो को खोलने के भी निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कुंमाऊ क्षेत्र के रामनगर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज आदि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर पंतनगर एयरपोर्ट पर जिलाधिकारी के साथ एयर फोर्स, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यो के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रूद्रपुर संजयनगर खेड़ा में उत्पन्न जल भराव की स्थिति का जायता लिया तथा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने व रहने, भोजन आदि की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होने कहा कि इस आपदा के कारण जिन परिवारों में जनहानि हुई है उनके आश्रितों को 4 लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होने पीङितों से मिलते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि यह एक दैवीय आपदा की घड़ी है, इस परिस्थितियों में सभी के सहयोग से इस आपदा से निपटा जायेगा। उन्होने रेस्क्यू मे लगे एनडीआरएफ, पुलिस के जवानों का हौसला भी बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने आपदा पीडितों को आश्वस्त किया कि संकट की इस घडी में राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से हल्द्वानी पहुंचे तथा अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए गोला नदी पुल का निरीक्षण किया तथा नदी से हुए नुकसान का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्यायें भी सुनी। मुख्यमंत्री ने पीडितों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
सर्किट हाउस काठगोदाम में मुख्यमंत्री ने जनपद नैनीताल के अधिकारियों के साथ जनपद में आपदा से हुए नुकसान आदि की समीक्षा की तथा राहत एवं बचाव कार्यों में पूरे मनायोग एवं तत्परता से सम्पादित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर पीडित की मदद करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस सम्बन्ध में कोई कोताही न बरती जाय।
*आपदा प्रबंधन मंत्री डॉक्टर धनसिंह रावत भी मुख्यमंत्री के साथ रहे।*