दो साल पुराने मामले में अर्नव गिरफ्तार, भाजपा ने कहा- महाराष्ट्र में इटली वंशी राज
अर्नब गोस्वामी गिरफ्तार:पुराने मामले में मां-बेटे को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप, भाजपा बोली- इमरजेंसी के दिन याद आ गए
मुंबई 04 नवंबर। अर्नब को सुबह करीब 6:30 बजे उनके मुंबई स्थित घर से गिरफ्तार किया गया। उन्हें पहले क्राइम ब्रांच ऑफिस, इसके बाद अलीबाग पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। अर्नब पर 2018 में एक महिला और उसके बेटे को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप है। उधर, अर्नब का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की। रिपब्लिक टीवी ने अर्नब के घर के लाइव फुटेज भी दिखाए, जिसमें पुलिस और अर्नब के बीच झड़प होती दिख रही है।
अर्नब को रायगढ़ की जिला अदालत में ले जाया गया है। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अर्नब और रिपब्लिक टीवी, मुंबई पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते रहे हैं।
रिपब्लिक टीवी ने अर्नब की गिरफ्तारी के समय के फुटेज दिखाए। दावा किया गया कि पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की है।
रिपब्लिक टीवी ने अर्नब की गिरफ्तारी के समय के फुटेज दिखाए। दावा किया गया कि पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की है।
अर्नब पर आरोप क्या है?
2018 में 53 साल के इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच सीआईडी कर रही है। अन्वय की पत्नी अक्षता ने इस साल मई में आरोप लगाया था कि उनके पति ने रिपब्लिक टीवी के स्टूडियो में इंटीरियर का काम किया था। इसके लिए 500 मजदूर लगाए गए थे, लेकिन अर्नब ने बाद में 5.40 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया। इससे उनका परिवार तंगी में आ गया। परेशान होकर अन्वय ने अपनी बुजुर्ग मां के साथ खुदकुशी कर ली। अन्वय ने कथित तौर पर सुसाइड नोट में भी अर्नब और दो अन्य पर आरोप लगाया था।
अन्वय की पत्नी ने जांच पर सवाल उठाए
अक्षता का दावा है कि रायगढ़ पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तो दर्ज की थी, लेकिन मामले की ठीक से जांच नहीं की। हालांकि, रायगढ़ के तब के एसपी अनिल पारसकर के मुताबिक, इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले थे। पुलिस ने कोर्ट में रिपोर्ट भी दाखिल कर दी थी। अक्षता का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी न्याय की गुहार लगाई थी।
शाह ने कहा- यह लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला है
यह रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ साफतौर पर राज्य की शक्ति का दुरुपयोग है। यह निजी आजादी और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर किया गया हमला है। हमें यह इमरजेंसी की याद दिलाता है।
भाजपा ने कहा- महाराष्ट्र में इटली का माफिया राज
भाजपा ने इस कार्रवाई पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘महाराष्ट्र में इटली का माफिया राज चल रहा है। माफिया सच सुनना नहीं चाहता। माफिया चाटुकारिता चाहता है। यह प्रेस की आजादी पर हमला है। ड्रग्स केस में बोलने के लिए यह हमला किया गया है।ये लोकतंत्र के हत्यारे हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पर भी इन्होंने हमला बोला था। कंधा तो शिवसेना का है, लेकिन बंदूक, यह बारुद सब इटैलियन माफिया का है।’
भाजपा के कपिल मिश्रा ने आलोचना करते हुए एक बयान जारी किया है।
Arnab Goswami Arrested – ये लोकतंत्र के लिए, मीडिया के लिए भयानक दिन
सवाल पूछने की सजा, सच दिखाने की सजा ?
अपनी मेहनत से इतना बड़ा नेटवर्क खड़ा करने की सजा?सारा देश आज अर्णब के साथ हैं#IndiaWithArnab pic.twitter.com/CQdYWun8KL
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) November 4, 2020
ब्क्ज्प्स्स्क्ट्त्र्ल्ब्र्न्दिििििििििििििििििििििििििििििििििििििििि
एनबीए ने भी अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के तरीके की निन्दा की
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की मुंबई में हुई गिरफ्तारी के तरीके की बुधवार को निन्दा की और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि पत्रकार के साथ उचित व्यवहार हो तथा सत्ता की शक्ति का दुरुपयोग बदला लेने के लिए न किया जाए। एनबीए ने यह भी कहा कि यद्यपि वह गोस्वामी की ‘‘पत्रकारिता शैली’’ से सहमत नहीं है, लेकिन यदि अधिकारियों ने मीडिया संपादक के खिलाफ कोई ‘‘बदले की कार्रवाई’’ की है तो संगठन इसकी निन्दा करता है। न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की मुंबई में हुई गिरफ्तारी के तरीके की बुधवार को निन्दा की और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि पत्रकार के साथ उचित व्यवहार हो तथा सत्ता की शक्ति का दुरुपयोग बदला लेने के लिए न किया जाए। एनबीए ने यह भी कहा कि यद्यपि वह गोस्वामी की‘पत्रकारिता शैली’ से सहमत नहीं है, लेकिन यदि अधिकारियों ने मीडिया संपादक के खिलाफ कोई‘बदले की कार्रवाई’ की है तो संगठन इसकी निन्दा करता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गोस्वामी को 2018 में 53 वर्षीय एक इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में आज सुबह गिरफ्तार किया गया। एनबीए ने एक बयान में कहा,‘जिस तरीके से रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया, वह उसकी निन्दा करती है।’इसने कहा कि वह गोस्वामी की गिरफ्तारी के तरीके से निराश है। बयान में कहा गया,‘यद्यपि एनबीए उनकी (गोस्वामी) पत्रकारिता शैली से सहमत नहीं है, लेकिन यदि अधिकारियों ने मीडिया संपादक के खिलाफ कोई बदले की कार्रवाई की है तो हम उसकी निन्दा करते हैं। मीडिया कानून से ऊपर नहीं है, लेकिन उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।’एनबीए ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि पत्रकार के साथ उचित व्यवहार हो तथा सत्ता की शक्ति का दुरुपयोग किये जाने से बचा जाए।
कंगना ने उद्धव और सोनिया से पूछा- आप कितनी आवाजें बंद करेंगे
Message for Maharashtra government @republic #Arnab #ArnabWeAreWithYou #ArnabGoswami pic.twitter.com/AJizRCitS7
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 4, 2020
कंगना रनौट ने कहा,‘मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि आपने आज अर्नब गोस्वामी को उनके घर में जाकर मारा है…कितने घर तोड़ेंगे आप?…कितनी आवाजें बंद करेंगे आप?…एक आवाज बंद करेंगे,कई उठ जाएंगी…कोई पैंग्विन कहता है तो गुस्सा आता है? क्यों गुस्सा आता है, जब पप्पू सेना कहते हैं? सोनिया सेना कहते हैं तो गुस्सा आता है क्या?’
देवेंद्र फडणवीस ने कहा- यह लोकतंत्र पर धब्बा है
संजय राउत बोले- सबूतों के आधार पर ही कार्रवाई हुई होगी
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘पुलिस को सबूत मिलें तो वह किसी पर भी कार्रवाई कर सकती है। जब से सरकार का गठन हुआ है तब से हमने बदले की भावना से किसी पर कार्रवाई नहीं की है। मुंबई पुलिस को कुछ सबूत मिला होगा इसीलिए यह कार्रवाई हुई है। हमें लगातार बदनाम करने का प्रयास किया गया है।’
महाराष्ट्र सरकार ने कहा- कानून से ऊपर कोई नहीं
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। महाराष्ट्र पुलिस कानून के हिसाब से ही कार्रवाई कर रही है।
गिरफ्तारी पर AAP और कॉन्ग्रेसी नेता-समर्थक खुलेआम मना रहे जश्न, श्रेय लेने की लगी होड़
अर्णब गोस्वामी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
फासीवाद का रोना रोने वाले आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेसी नेता और समर्थक मुंबई पुलिस द्वारा अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि सत्ता में बैठे उद्धव सरकार के इशारे पर मुंबई पुलिस के अधिकारी AK-47 के साथ अर्णब के घर, उन्हें गिरफ्तार करने पहुँचे।
कथित तौर पर उन्होंने न सिर्फ रिपब्लिक चीफ अर्णब के बाल खिंचे बल्कि उनके बेटे को भी मारा और उनके ससुराल वालों से बद्तमीजी भी की। यह गिरफ्तारी पुलिस ने अदालत द्वारा बंद किए गए 2018 के केस में की है।
वहीं एक पत्रकार की गिरफ्तारी की निंदा करने के बजाय, कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी के समर्थक और नेता इस मामले में खुश होते हुए नजर आए।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने ट्विटर पर कहा कि अर्णब किसी भी प्रकार से सहानुभूति के हकदार नहीं हैं। यह कह कर उन्होंने मुंबई पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग को भी सही ठहराया। इसके अलावा कॉन्ग्रेसी नेताओं ने अर्णब की गिरफ्तारी का श्रेय भी लिया।
अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी का श्रेय लेने की होड़ में कॉन्ग्रेसी नेता इतना खो गए कि उन्होंने 2018 आत्महत्या के मामले में हुए उन्मूलन के बारे में गलत सूचना फैलाना शुरू कर दिया।
गौरव पांडे और रुचिरा चतुर्वेदी जैसे कॉन्ग्रेसी नेताओं ने 2018 में आत्महत्या मामले की रिपोर्ट का हवाला भी दिया। हालाँकि इन लोगों ने मुंबई पुलिस द्वारा दायर क्लोजर रिपोर्ट के बारे में बताना सही नहीं समझा।
अन्य लोगों ने भी अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी की खुशी मनाई।
इस मामले में राहुल गाँधी के प्रशंसक ने भी मुंबई पुलिस की सराहना की।
फ्रीडम ऑफ स्पीच का हवाला देते हुए हमेशा से मातम मनाने वाले भी इस मामले में जश्न मनाने में पीछे नहीं दिखे।
मुखौटा पहनकर प्रोपेगैंडा फैलाने वाले फैक्टचेकर भी अर्णब की गिरफ्तारी पर अपने फ्रीडम ऑफ स्पीच की लड़ाई भूलते हुए नजर आए।
गौरतलब है कि अर्णब गोस्वामी ने खुद इस बात का खुलासा किया कि उन्हें जबरदस्ती ले जाया जा रहा और मुम्बई पुलिस ने उनसे और उनके परिजनों ने मारपीट की है। इसके बावजूद कॉन्ग्रेस समर्थक इन बातों से मुँह फेरते हुए पुलिस के इस कारनामे पर उनकी प्रशंसा करते हुए नजर आते।