उत्तराखंड में भी रात्रि कर्फ्यू,ओमिक्रोन संक्रमित हुए चार
उत्तराखंड में ओमिक्रॉन: सरकार ने लगाया रात्रि कर्फ्यू, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा प्रभावी
Night Curfew in Uttarakhand: ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में भी सोमवार से रात 11 बजे से सुबह पांच बजे के बीच बंदी रहेगी। इसके साथ ही महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात और मध्यप्रदेश में भी रात्रि कर्फ्यू प्रभावी है।
देहरादून 27 दिसंबर। उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। कर्फ्यू 27 दिसंबर से अग्रिम आदेशों तक रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक प्रभावी रहेगा। मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू की ओर से इस बाबत आदेश जारी किए गए हैं।
जारी आदेश के अनुसार, प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाओं को छूट प्रदान की गई है। स्वास्थ्य सेवाएं 24 घंटे संचालित होंगी। सभी चिकित्सा कर्मियों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य अस्पताल सहायता सेवाओं के लिए परिवहन की अनुमति होगी।
तेल और गैस क्षेत्र, जिसमें उत्पादों का उत्पादन, परिवहन, वितरण, भंडारण और फुटकर बिक्री आदि के परिवहन की अनुमति होगी। इस दौरान पेट्रोल पंप, एलपीजी, पेट्रोलियम, गैस खुदरा और भंडारण आउटलेट आदि खुल सकेंगे। बिजली उत्पादन और वितरण सेवाएं भी सुचारू रहेंगी। डाक सेवाएं, दूरसंचार, इंटरनेट सेवा, केबल सेवा, कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउसिंग सेवा के वाहनों को भी आने-जाने की छूट प्रदान की गई है।
राज्य के अंदर और बाहरी राज्यों से एसओपी के अनुसार आवागमन जारी
इसके अलावा सार्वजनिक परिवहन का राज्य के अंदर और बाहरी राज्यों से एसओपी के अनुसार आवागमन जारी रहेगा। सभी मालवाहक वाहनों को राज्य और अंतरराज्यीय आवागमन के साथ सामग्री लोड करने और उतारने की अनुमति रहेगी। सभी होलसेलर और रिटेलर दुकानों को गोदामों से सामान लोड करने और उतारने की दैनिक रूप से अनुमति होगी।
राज्य और अंतरराज्यीय आयात-निर्यात आवागमन की भी अनुमति है। रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों से एयरपोर्ट बस, टैक्सियों, ऑटो रिक्शा आदि यात्री वाहनों को वैध यात्रा दस्तावेज और टिकट दिखाने पर आवागमन की अनुमति होगी। कर्फ्यू के दौरान विक्रम, ऑटो, टैक्सी भी चल सकेंगे।
रात्रि कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाओं, आपातकालीन और कोविड प्रबंधन में शामिल सरकार और स्थानीय निकायों या अधिकृत संगठन के सभी वाहनों को चलने की अनुमति होगी। निजी वाहनों के आवागमन को वैध आईडी के साथ आकस्मिक कारणों की वजह स्पष्ट करनी होगी।
इसके अलावा शहरी और ग्रामीण इलाकों में सभी इंडस्ट्री कोविड सेफ्टी प्रोटोकॉल और एसओपी के अधीन संचालित होंगी, इसकी निगरानी जिला प्रशासन करेगा। दिल्ली में भी सोमवार से रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू हो गया है, जबकि उत्तराखंड, महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात और मध्यप्रदेश में भी रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है।
ओमिक्रोन के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में; अविलंब जीनोम सीक्वेसिंग को सैंपल भेजने के निर्देश
उत्तराखंड में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले बढ़ने लगे हैं। इसके बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है। स्वास्थ्य सचिव ने ओमिक्रोन से बचाव और नियंत्रण को सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारी को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
ओमिक्रोन के तीन नए मामले, कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर हुई चार
उत्तराखंड में ओमिक्रोन का खतरा बढ़ता जा रहा है। आज ओमिक्रोन के तीन नए मामले सामने आए हैं। कुछ दिन पहले रुड़की में संक्रमित मिले यमन का नागरिक में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। साथ ही दून के एक बुजुर्ग दंपती में ओमिक्रोन पाया गया है।
उत्तराखंड में सामने आए ओमिक्रोन के तीन नए मामले, कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर हुई चार हो गई है। Omicron Cases in Uttarakhand उत्तराखंड में आज ओमिक्रोन के तीन नए मामले सामने आए हैं।
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले उत्तराखंड में बढ़ने लगे हैं। सोमवार को तीन और मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। इनमें दो मामले देहरादून और एक हरिद्वार जिले में आया है। राज्य में अब तक चार मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हो चुकी है। ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है। पुलिस, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम गठित कर होम आइसोलेशन, क्वारंटाइन, कंटेनमेंट जैसी गतिविधियों को प्रभावी तौर पर अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस संबंध में स्वास्थ्य महानिदेशक डाक्टर तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि यमन से रुड़की आए 28 वर्षीय व्यक्ति में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। पाजिटिव मरीज को आइसोलेट कर आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा देहरादून के राजपुर रोड निवासी बुजुर्ग दंपती (74 वर्षीय पुरुष व 65 वर्षीय महिला) भी ओमिक्रोन संक्रमित मिले हैं। वह दिल्ली में दुबई से लौटे ओमिक्रोन संक्रमित स्वजन के संपर्क में आए थे। स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि बीती 11 दिसंबर को लंदन से देहरादून आयी पहली अंतरराष्ट्रीय 34 वर्षीय महिला यात्री की कोविड रिपोर्ट ओमिक्रोन वैरिएंट के लिए निगेटिव आई है।
बता दें, इससे पहले स्काटलैंड से लौटी दून के कांवली रोड निवासी 23 वर्षीय युवती में भी ओमिक्रोन की पुष्टि हो चुकी है। युवती के माता-पिता भी कोरोना संक्रमित हैं। उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। कुल मिलाकर कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक से राज्य में भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ओमिक्रोन वैरिएंट तीन गुणा अधिक संक्रामक है। यही नहीं यह नया वैरिएंट वैक्सीन को भी चकमा दे रहा है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ओमिक्रोन वैरिएंट से घबराने की नहीं, बल्कि सतर्कता की जरूरत है। भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचा जाए। दो गज की दूरी व मास्क पहनने के साथ ही अन्य गाइडलाइन का पालन किया जाए
उत्तराखंड बढ़ने लगे ओमिक्रोन के मामले, स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में; बिना विलंब जीनोम सीक्वेसिंग को सैंपल भेजने के निर्देश
राज्य में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले बढ़ने लगे हैं। राज्य में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले बढ़ने लगे हैं। जिसके बाद अब स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट मोड में आ गया है। स्वास्थ्य सचिव डाक्टर पंकज कुमार पांडेय ने ओमिक्रोन से बचाव व नियंत्रण के लिए सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारी को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि सभी चिकित्सा इकाइयों पर इनफ्लुएंजा व गंभीर श्वसन संक्रमण से ग्रसित मरीजों की सघन निगरानी की जाए। इस प्रकार के समस्त मरीजों की कोरोना जांच भी कराई जाए। पहले से अन्य रोग से पीड़ित संवेदनशील मरीजों को भी कोरोना जांच की परिधि में रखा जाए और पाजिटिव पाए जाने पर उन्हें होम आइसोलेशन या चिकित्सा इकाई में यथा उपचार की स्थिति अनुसार रखा जाये।
एस ओ पी में निर्देश दिए गये हैं कि होम आइसोलेशन मरीजों पर कंट्रोल रूम के माध्यम से निगरानी रखी जाए और समय-समय पर उनके घर जाकर भी देखा जाए। उन्होंने कहा है कि कोविड पाजिटिव व्यक्तियों के संपर्क में आए सभी लोग की सघन ट्रेसिंग की जाए और औसतन 20 संपर्क में आए व्यक्तियों की आइसीएमआर गाइडलाइन के अनुसार कोविड जांच की जाए। डाक्टर पांडेय ने निर्देश दिए हैं कि कुल कोविड जांच के अनुपात में आरटीपीसीआर जांच अधिक कराई जाए। साथ ही सभी पाजिटिव सैंपल बिना किसी विलंब के जीनोम सीक्वेसिंग के लिए दून मेडिकल कालेज की लैब को भेजे जाएं।
पुलिस-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम
स्वास्थ्य सचिव डाक्टर पंकज कुमार पांडेय ने जिला स्तर पर संयुक्त टीम गठित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस टीम में प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहेंगे। यह टीम आइसोलेशन, क्वारंटाइन एवं कंटेनमेंट जैसी गतिविधियों के लिए उत्तरदायी होंगे। स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिला स्तरीय काविड कंट्रोल रूम को संचालित करने, कंट्रोल रूम में प्रशिक्षित कार्मिकों व टेलीफोन आदि की व्यवस्था दुरस्त करने और कंट्रोल रूम के नंबर को व्यापक स्तर पर प्रसारित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कोविड अनुरूप व्यवहार सुनिश्चित करें
स्वास्थ्य सचिव ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन किए जाने के बारे में समुदाय की सहभागिता को लेकर व्यापक जागरूकता उत्पन्न की जाए। आमजन का मास्क लगाया जाना सुनिश्चित कराएं। इसके अलावा शत-प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन को सभी संभव प्रयास अमल में लाए जाएं। इसे अभियान के तौर पर पूरा किया जाए।
तैयारियों को परखने के निर्देश
सीएमओ को जारी निर्देशों में स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि अस्पतालों में आइसोलेशन बेड, आक्सीजन बेड, आइसीयू बेड, रेफरल के लिए एंबुलेंस / कोविड वाहनों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। इसके अतिरिक्त चिकित्सालयों में आक्सीजन सिलेंडर, आक्सीजन कंसनट्रेटर और आक्सीजन जनरेशन प्लांट का संचालन भी पूर्ण रखा जाये।