एनआईटी राऊरकेला के 20 वें दीक्षांत समारोह में1717 को डिग्रियां
एनआईटी राउरकेला ने 1717 स्नातक छात्रों के साथ 20वां दीक्षांत समारोह दिवस मनाया
छात्रों को डिजिलॉकर से सुरक्षित ब्लॉकचेन-आधारित डिजिटल डिग्री प्रमाण पत्र और ट्रांसक्रिप्ट प्रदान किए जाएंगे
देहरादून, 6 फरवरी 2023: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला (एनआईटी राउरकेला) ने अपना 20वां दीक्षांत समारोह 4 फरवरी 2023 को 1717 छात्रों (351 महिला और 1366 पुरुष) की स्नातक कक्षा के साथ मनाया। इस अवसर पर स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) की चेयरमैन श्रीमती सोमा मोंडल ने बतौर मुख्यातिथि तथा महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। प्रोफेसर के. उमामहेश्वर राव, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर, और निदेशक, एनआईटी राउरकेला ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की।
डिजिटल इंडिया के विजन के अनुरूप, एनआईटी राउरकेला ने स्नातक छात्रों को हार्ड कॉपी के अलावा, डिजिलॉकर पर डिग्री प्रमाण पत्र और प्रतिलेख प्रदान किए। माननीय मुख्य अतिथि ने 20वें वार्षिक दीक्षांत समारोह के दौरान डिजिलॉकर सुविधा का शुभारंभ किया। यह सुविधा स्नातक छात्रों को डिजिटल वॉलेट में अपनी डिग्री ले जाने और मुद्रित प्रति की प्रशासनिक परेशानी से मुक्त करने में मदद करेगी।
यह उल्लेखनीय है कि एनआईटी राउरकेला अपने स्नातक छात्रों के लिए ‘ब्लॉकचेन-आधारित डिजिटल डिग्री’ लागू करने के लिए देश में पहला एनआईटी और ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थान’ के बीच दूसरा है।
कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए एनआईटी राउरकेला की पूर्व छात्रा तथा 20वें दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि श्रीमती सोमा मोंडल ने कहा, “यह अवसर अपने संस्थान की महिमा में सभी हितधारकों के सफल योगदान और छात्रों द्वारा शैक्षणिक खोज के एक और चरण की परिणति का उत्सव है। एनआईटी राउरकेला ने शानदार भौतिक सुविधाओं और एक समृद्ध अकादमिक उत्कृष्टता का निर्माण किया है। अपने आप पर विश्वास करें और व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ अपने जुनून का पालन करें। आपकी पेशेवर यात्रा में एक संरक्षक होने से आपको अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी। आपको अपने जीवन में असफलताओं का भी सामना करना पड़ सकता है लेकिन सुनिश्चित करें कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करना बंद न करें। मैं सभी स्नातक छात्रों को शुभकामनाएं देती हूं और उनके बेहतर भविष्य की कामना करती हूं।“
प्रदान की गयी डिग्रीयां:
कोर्स स्टूडेंट्स ग्रैडुऐटिंग
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी 767 (125 छात्राएं & 642 छात्र)
बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर 17 (6 छात्राएं & 11 छात्र)
बीटेक – एमटेक. ड्यूल डिग्री 41 (5 छात्राएं & 36 छात्र)
इंटीग्रेटेड मास्टर ऑफ़ साइंस (5 वर्ष) 41 (11 छात्राएं & 30 छात्र)
मास्टर ऑफ़ साइंस 151 (48 छात्राएं & 103 छात्र)
मास्टर ऑफ आर्ट्स 23 (12 छात्राएं & 11 छात्र)
मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन 26 (9 छात्राएं & 17 छात्र)
मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी 525 (95 छात्राएं & 430 छात्र)
मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी (रिसर्च) 2 (छात्राएं)
डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी 124 (38 छात्राएं & 86 छात्र)
कुल = 1717
संस्थान में अलग-अलग स्ट्रीम में पास होने वाली छात्राओं की संख्या में इजाफा देखने को मिला है। इस साल कुल 351 (स्नातक छात्रों में 20% से अधिक) स्नातक कार्यक्रमों में छात्राओं की संख्या, बैचलर कार्यक्रम में 136; मास्टर कार्यक्रमों में 177, और पीएचडी कार्यक्रम में 38 छात्राओं ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। यह भी उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षों में संस्थान की महिला से पुरुष अनुपात 1:6 से बढ़कर 1:4 हो गया है।
अपने संबोधन के दौरान महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा, “मैं स्नातक वर्ग को बधाई देता हूं और उनके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं। आप सभी को सफल इंजीनियर बनने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इंजीनियरिंग जीवन के मार्ग पर नेविगेट करने के लिए अप-टू-डेट तकनीकी ज्ञान होना चाहिए; संचार और पारस्परिक कौशल; नेतृत्व गुणवत्ता; विश्लेषणात्मक क्षमता; रचनात्मकता; उत्साह; माइक्रो प्लानिंग का ज्ञान, और जल्दी से कठिनाइयों से उबरने की क्षमता होना बोहोत आवश्यक है। अब आप अपने संस्थान के बैंड एंबेसडर हैं। मुझे यकीन है कि आप अपने प्रयासों से दुनिया में अपना नाम विख्यात करेंगे।”
स्नातक बैच को बधाई देते हुए, एनआईटी राउरकेला के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष तथा डायरेक्टर, प्रो. के. उमामहेश्वर राव, ने कहा, “यह एनआईटी के एक वर्त्तमान छात्र से पूर्व छात्र में परिवर्तन का अवसर है। मैं सभी स्नातक छात्रों को बधाई देता हूं और मैं आपके करियर के अगले चरण में सफलता की कामना करता हूं, चाहे वह आपकी पहली नौकरी में, एक स्वतंत्र उद्यमी या उच्च शिक्षा के रूप में हो।“
इसके अलावा संस्थान के विजन पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर राव ने कहा, “1961 में स्थापना के बाद से एनआईटी राउरकेला ने अपनी 60 साल की शानदार यात्रा पूरी की है। हम अपने संसथान को उच्च शिक्षा के एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित संस्थान बनने के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं जो समाज के लिए ज्ञान और विशेषज्ञता के स्रोत के रूप में काम करेगा। इस वर्ष, हमने एनईपी 2020 की वर्तमान मांगों के अनुरूप अपने स्नातक और अवर स्नातक पाठ्यक्रमों में सुधार के लिए काम शुरू किया है। राष्ट्र और मानवता के प्रति हमारी निरंतर समर्पित सेवा राष्ट्र निर्माण में और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे पूर्व छात्रों के योगदान के माध्यम से G20 की प्रकृति ‘वसुधैव कुटुंबकम’ एक वास्तविकता परिलक्षित हुई है।“