फ्रीस्टाइल नहीं: राहुल की दादी के पिता के समय से चल रहे हैं संसदीय नियम
Amit Shah On Parliament Rucks Over Rahul Gandhi Democracy Remark
‘उनके दादी के पिताजी के समय से चल रहा है…’ अमित शाह ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
संसद में राहुल गांधी के बयान और अडानी मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है। दोनों अपनी मांग पर अड़े हैं ऐसे में संसद की कार्यवाही कैसे चलेगी इसको लेकर बड़ा सवाल है। इसको लेकर अमित शाह से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
नई दिल्ली 17 मार्च: लंदन में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के दिए गए बयान पर भारत में हंगामा जारी है। संसद में सत्ता पक्ष की ओर से माफी की मांग की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष अडानी मुद्दे (Adani Issue) पर जेपीसी की मांग रहा है। दोनों अपनी मांग पर अड़े हैं और संसद की कार्यवाही नहीं चल पा रही है। वहीं इससे जुड़ा एक सवाल देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के सामने आया कि संसद कैसे चलेगी। अमित शाह ने कहा कि किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में सत्ता पक्ष और विपक्ष में संवाद होना चाहिए। बात मीडिया में कर रहे हैं।
अमित शाह ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि नारा लाया संसद में बोलने की आजादी हो, आखिर किसने रोका है। लेकिन फ्री स्टाइल नहीं बोल सकते जो भी होगा नियम के हिसाब से होगा। यह क्लियर नहीं तो हम क्या करें। संसद नियम से चलता है। उनके दादी के पिताजी के समय से चल रहा है। वो भी इसी नियम से चर्चा करते थे और हम भी उसी नियम से चर्चा करते हैं। मैं मानता हूं संसद चलनी चाहिए। दोनों ओर से चर्चा करके बहस करनी चाहिए। स्पीकर की उपस्थिति में दोनों दलों की चर्चा होनी चाहिए।
2014 के बाद क्या परिवर्तन आया है इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। पहली बार नागरिकों को यह अनुभव आया है देश का लोकतंत्र मेरे लिए आया है। विश्व में आज कोई समस्या हो विश्व के नेता राह देखते हैं कि नरेंद्र मोदी इस समस्या के बारे में क्या बोलते हैं। इसका बहुत बड़ा महत्व है। 2014 से 2023 से बहुत बड़ा बदलाव है। विजन ऑफ इंडिया बाकी लोगों से कैसे अलग और कितना बदलाव ला पाए हैं। सोच के प्रति क्या बदलाव है। अमित शाह ने कहा कि मैं कोरोना की बात करता हूं। कोरोना की शुरुआत जब हुई तब देश भर के और दुनिया भर के पंडित कह रहे थे कि भारत का बहुत बुरा हाल होगा। जब कोरोना समाप्त हुआ तो दुनिया ने मान लिया कि भारत ने दुनिया में सबसे अच्छे तरीके से इसका सामना किया।
बतौर गृह मंत्री अपने कार्यकाल को कैसे देखते हैं। इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि यह तो जनता ही देखती है लेकिन मुझे संतोष है। 9 साल में कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट और वामपंथी उग्रवाद ये तीन हॉट स्पॉट जो परेशान कर रहे थे उससे निपटा गया। आज देखिए कश्मीर में निवेश आ रहा है। अब तक का सबसे अधिक निवेश आया है। वामपंथी उग्रवादी क्षेत्रों में झारखंड और बिहार पूर्णत इससे मुक्त हो गया है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा में लगभग समाप्त हो गया है। छत्तीसगढ़ के 4 जिलों में सिर्फ ऐसा है और जल्द उसमें भी कामयाबी मिलेगी।
Amit Shah Targets Rahul Gandhi London Speech Take Name Indira Gandhi
लंदन में तब इंदिरा और अब राहुल… अमित शाह ने वर्षों पुराना किस्सा सुनाकर कसा व्यंग्य
लंदन में राहुल गांधी के दिए गए बयान पर भारत में हंगामा जारी है। संसद में सत्ता पक्ष की ओर से माफी की मांग की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग रहा है। इसी मुद्दे पर अमित शाह ने इंदिरा गांधी का नाम लेकर राहुल गांधी पर तंज कसा।
लंदन में राहुल गांधी के दिए बयान पर देश के भीतर राजनीतिक हंगामा जारी है। संसद में भी इसको लेकर घमासान जारी है। भाजपा की ओर से माफी की मांग की जा रही है। राहुल गांधी ने ब्रिटेन में जो बातें कहीं वह क्या इतनी बड़ी थी कि सरकार इसको उठाने में लग जाए। गृह मंत्री अमित शाह से इसी से जुड़ा सवाल पूछा गया जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी पार्टी के रिएक्शन का सवाल है वह राहुल गांधी के लिए नहीं उनके कंडक्ट के लिए है। अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए इंदिरा गांधी से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया।
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी का इमरजेंसी के बाद इंग्लैंड जाना हुआ। उस वक्त शाह कमीशन बन गया था और इंदिरा गांधी को कुछ दिन के लिए जेल ले जाने का भी प्रयास हुआ था। वहां एक पत्रकार ने पूछा कि क्या चल रहा है, आपका देश कैसे चल रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ बातें हैं लेकिन यहां नहीं बताऊंगी, मेरा देश अच्छा चल रहा है। विदेश में आकर देश के खिलाफ कुछ नहीं बोलूंगी।
अमित शाह ने दूसरा किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि अटल जी जब विपक्ष में थे और यूएन में कश्मीर पर चर्चा होनी थी। उस वक्त भारतीय दल का नेतृत्व किसी सरकार के मंत्री ने नहीं विपक्ष के नेता ने किया। अमित शाह ने कहा कि जो बात विदेश में जाकर कही हैं उसका जवाब कभी न कभी देना ही पड़ेगा।
संसद में शेर आ गया कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के सदन में जाने पर कहा गया कि संसद में शेर आया। कभी कहा गया कि राहुल गांधी की तपस्वी छवि से मोदी सरकार डर गई है। इस पर अमित शाह ने कहा कि जनता सब देख रही है। नॉर्थ ईस्ट के चुनाव में क्या हुआ तीनों उनके राज्य थे तपस्या का क्या हाल है।
गौतम अडानी पर जेपीसी की मांग पर अमित शाह ने कहा कि देश की सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर दो जजों की कमेटी बनाई है इस मामले पर संज्ञान लिया है। जो भी बात है तथ्य वहां रखना चाहिए। गुमराह करने की कोई जरूरत नहीं है और कहीं गलती है तो बख्शना नहीं चाहिए।