बिना प्रचार हाकी का वित्त पोषण करते रहे नवीन पटनायक
Tokyo Olympic: हॉकी टीम के करिश्माई प्रदर्शन के बाद चर्चा में क्यों हैं नवीन पटनायक?
टीम इंडिया के इस प्रदर्शन के बाद हॉकी के फैन्स उत्साहित हैं. खिलाड़ियों की जमकर सराहना हो रही है. इसी दौरान सोशल मीडिया पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी चर्चा में हैं. लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (फाइल फोटो)
नई दिल्ली,02 अगस्त 2021
सेमीफाइनल में पहुंची पुरुष और महिला हॉकी टीम
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की हो रही है तारीफ
टोक्यो ओलंपिक- 2020 में भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीम ने करिश्माई प्रदर्शन किया है. दोनों ही टीमों ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है. महिला टीम जहां पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है तो पुरुष टीम 49 साल बाद अंतिम-4 में प्रवेश कर पाई है.
टीम इंडिया के इस प्रदर्शन के बाद हॉकी के फैन्स उत्साहित हैं. खिलाड़ियों की जमकर सराहना हो रही है. इसी दौरान सोशल मीडिया पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी चर्चा में हैं. लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं.
दरअसल, नवीन पटनायक ने हॉकी टीम का तब साथ दिया जब उसका कोई सहारा नहीं था. टीम को स्पॉन्सर करने वाला कोई नहीं था. ये बात है साल 2018 की, जब सहारा वित्तीय संकट से गुजर रही थी और इसी कारण उसकी डील टूट गई थी.
सहारा 1995 से भारतीय हॉकी के साथ जुड़ी हुई थी. 2017 में कंपनी का करार 2021 के लिए बढ़ा दिया था, लेकिन खराब माली हाथ के कारण ये डील समय से पहले ही टूट गई.
सहारा के हटने के बाद ओडिशा सरकार ने भारतीय हॉकी को स्पॉन्सर करने का फैसला लिया. राज्य सरकार पिछले तीन वर्षों से पुरुष और महिला टीम को स्पॉन्सर कर रही है. 2018 में ओडिशा ने हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी भी की थी. ओडिशा हर साल टीम को 20 करोड़ रुपये देता है.
टीम की हौसला अफजाई करते हैं मुुुख्यमंत्री
नवीन पटनायक खुद टीम की हौसला अफजाई करते रहते हैं. रविवार को पुरुष टीम की जीत के बाद नवीन पटनायक ने एक ट्वीट भी किया था.
उन्होंने टीम इंडिया को बधाई दी. सीएम पटनायक ने लिखा, ‘शानदार प्रदर्शन, क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ बेहतरीन जीत के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम को बधाई. आशा है कि, टीम इंडिया अगले मैच में भी इसी तरह का प्रदर्शन करेगी और हॉकी में मेडल लाकर देश के सालों के इंतजार को खत्म करेगी. ऑल द बेस्ट.’
बता दें कि ओडिशा देश में किसी राष्ट्रीय टीम को स्पॉन्सर करने वाला इकलौता राज्य है. बहुत कम लोगों को पता होगा कि नवीन पटनायक दून स्कूल में पढ़ाई के दौरान गोलकीपर के रूप में हॉकी खेलते थे. पटनायक ने कभी भी सार्वजनिक रूप से खेल के प्रति अपने प्यार का इजहार नहीं किया.
इन हँसती मुस्कुराती नीली तस्वीरों के लिए नवीन पटनायक को धन्यवाद दीजिये, क्योंकि हॉकी की पुरानी चमक को वापस लाने के लिए महिला और पुरुष हॉकी टीम को 5 साल के लिए बिना किसी विज्ञापन, बड़ी होल्डिंग्स, प्रचार के चुपचाप स्पॉन्सर किया है। और रिजल्ट देखिए! दशकों पुरानी चमक कई गुना ज्यादा उत्साह से देख रहे है।
अब तक के दो पदकों और इन मुस्कुराते चेहरों के बीच एक आंकड़ा ये भी है कि इस साल केंद्र सरकार ने खेलों का 230 करोड़ का बजट कम किया है, वो भी तब जबकि खेल का बजट पहले से ही कम था। और सरकारों की बेशर्मी देखिए कि इन सब के बावजूद पदक जीतने के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकारें, होल्डिंग्स में अपनी बड़ी सी फोटो ऐसे लगा रही है जैसे पदक के लिए मैदान में खिलाड़ी नहीं, चार दिन पहले आये खेल मंत्री खेल रहे थे!
क्रिकेट के लिए अंधे हम लोग कभी दूसरे खेल और दूसरे खिलाड़ियों को वो सुविधा और सम्मान दे ही नहीं पाए जो किसी के लिए भी जरूरी होता है। जब तक अपनी खुद की मेहनत के वजह से कोई खिलाड़ी 2-4 वर्ड चैंपियनशिप नहीं जीत जाता तब तक हम उसे खिलाड़ी ही नहीं मानते। और जैसे ही जीत जाता है, वैसे ही उस खिलाड़ी पर टूट पड़ते है, और उसके अलावा दूसरे खिलाड़ियों के साथ फिर वही व्यवहार।
हर बार ओलिम्पिक खेलों के बाद सरकार से उम्मीद की जाती है कि वो खेलों की तरफ ध्यान देगी, बजट बढायेगी, खिलाड़ियों को सुविधाएं देगी, लेकिन कुछ दिनों के जश्न के बाद कही से खबर आती है कि हमारे महान विश्वगुरु देश के खिलाड़ी विदेशों में अपने खाने के लिए भीख माँग कर खेल रहे है। तो इस तरह उन से उम्मीद करना गर्व नही हम सब के लिए शर्म का विषय होना चाहिए।
हॉकी की इन तस्वीरों में उम्मीद है, जुनून है, प्यार है, संघर्ष है खिलाड़ियों का भी और उन से जुड़े लोगों का भी। उन सभी को सलाम✊ उम्मीद है आपकी जीत हमारी सरकारों के आँख और कान खोलने का काम करेगी।और आगे आने वाले खिलाड़ियों की राह आसान करेगी।
बहुत सारा प्यार ❤️
लेख शिवानी पांडेय