अंकिता पंचतत्व में विलीन, जांच में न कोई बिंदु छोड़ेंगें,न व्यक्ति:धामी
अंकिता भंडारी मर्डर पर CM पुष्कर सिंह धामी का बड़ा बयान, बताया क्या बना प्लान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अंकिता हत्याकांड में सभी आरोपियों पर सख्त से सख्त कारवाई होगी। उन्होंने प्रदेश की जनता से संयम बरतने की अपील की। मैं भी सभी से सहयोग की अपील करता हूं।
देहरादून 25 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अंकिता हत्याकांड में सभी आरोपियों पर सख्त से सख्त कारवाई होगी। उन्होंने प्रदेश की जनता से संयम बरतने की अपील की। रविवार दोपहर खटीमा व नानकमत्ता का दौरा करने के बाद दून के जीटीसी हेलीपेड पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ऐसे समय में भी उनके पिताजी लोगों से संयम की अपील कर रहे हैं, इसके लिए मैं भी उन्हें सैल्यूट करता हूं, जिनकी बेटी के साथ इतना बड़ा जघन्य अपराध हुआ है।
उनके पिताजी ने सभी से यह भी अपील की है कि वे अंतिम संस्कार कराना चाहते हैं, सभी लोग साथ दें। मैं भी सभी से सहयोग की अपील करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में सभी कारवाई तय समय से हो रही है। कहीं भी किसी स्तर पर कोताही नहीं बरती जाएगी। एसआईटी का गठन के बाद उसने अपना काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने उत्तराखंड की जनता को फिर विश्वास दिलाया कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कारवाई होगी। जांच में कोई भी कार्नर छूटने वाला नहीं है। कहा कि जांच में यदि अन्य किसी का भी नाम आता है तो ऐसे सभी को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी।धामी ने कहा कि ऐसे समय में लोगों का गुस्सा व रोष होना स्वाभाविक प्रक्रिया है। इतनी बड़ी घटना हमारी बेटी के साथ हुई है। उत्तराखंड में इस प्रकार की घटनाओं को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
हत्याकांड की जांच जल्दी से जल्दी कराई जा रही है। फास्ट ट्रैक कोर्ट से इस मामले की सुनवाई कराई जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आरोपियों को सजा दिलाने के लिए संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घड़ी में सरकार के साथ ही पूरे प्रदेशवासी पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। राज्य सरकार की तरफ से उन्हें आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
सरकार अंकिता के परिवार के साथ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, सरकार पूरी तरह अंकिता के परिवार के साथ और हत्याकांड में सभी आरोपियों पर सख्त से सख्त कारवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस मामले में सभी कारवाई तय समय से हो रही है। कहीं भी किसी स्तर पर कोताही नहीं बरती जाएगी। एसआईटी का गठन के बाद उसने अपना काम शुरू कर दिया है। अंकिता के परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। धामी ने कहा कि, वह खुद अंकिता के परिवार को सांत्वना देने उनके गांव जाएंगे।
देवभूमि हमारा प्रदेश है, यहां अमन, चैन व शांति हम सबकी जिम्मेदारी है। अपराधी कोई भी हो उसे बख्शा न जाए। ईमानदारी से कार्य करने वालों को परेशान न किया जाएगा। बाहरी प्रदेशों से आने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में प्रदेश की जन संख्या घनत्व के कारण किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
इससे पहले पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी फोन पर अंकिता के पिता से बातचीत कर उन्हें पुलिस कार्रवाई की जानकारी देते हुए उनकी मन्सा पूछी और सहयोग करने की अपील की थी। स्थानीय अधिकारियों ने भी परिवार से लगातार बातचीत कर अंतिम संस्कार कराने को मनाया जो संस्कार के पहले अंतिम पोस्ट मार्टम रिपोर्ट की मांग कर रहे थे।
What Was Going On In Ankita Bhandari Mind A Day Before Her Death Why She Afraid Of Monday
Ankita Murder Mystery: मौत से एक दिन पहले जानें क्या चल रहा था अंकिता के मन में,सता रहा था उसे सोमवार का डरउत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड में कई महत्वपूर्ण अनावरण हुए हैं। इसी कड़ी में शनिवार को अंकिता और उसके दोस्त के बीच हुई बातचीत के कई व्हाट्सएप चैट सामने आए हैं। इनमें अंकिता ने वहां पर आने वाले एक वीआईपी मेहमान के बारे में बताया है। उसने कई बार लिखा कि अब वह यहां पर काम नहीं करेगी। अंकित उससे बहुत से गलत काम करने को कहता है। अंकिता ने यह सब बातें अपनी मौत से ठीक एक दिन पहले अपने दोस्त से की। इससे पता चलता है कि उसके ऊपर कितना दवाब बनाया जा रहा था। दरअसल अंकिता की हत्या 18 सितंबर रविवार के दिन हुई थी और उसने अपनी चैट में बताया है कि …मंडे को वीआईपी गेस्ट आ रहे हैं और उन्हें एक्स्ट्रा सर्विस देनी है।
…मैंने बोला तो मैं क्या करूं।
इस पर उसने कहा कि स्पा वगैरह…।
इस पर अंकिता ने कहा… मैं बहुत इनसिक्योर फील कर रही हूं। बहुत गंदा होटल है, मुझे यहां काम नहीं करना। दोस्त ने समझाने और कॉल करने की बात कही, लेकिन डर के मारे वह उससे भी ज्यादा बात नहीं कर सकी।अंकिता हत्याकांड
अंकिता ने कई बार लिखा कि अब वह यहां पर काम नहीं करेगी। अंकित उससे बहुत से गलत काम करने को कहता है। अंकित उसे धमकाता था कि यदि उसने ग्राहकों को मना किया तो यहां लड़ाई हो जाएगी। वह धमकी देता था कि वह उसे काम से निकाल देगा। चैट में दोस्त अंकिता को बार-बार कॉल करने को कहता रहा लेकिन वह मना करती रही। अंकिता ने कहा कि आवाज आएगी तो अंकित यहां आ जाएगा। यह सारी बातें दोनों के बीच 17 सितंबर यानी अंकिता की मौत से एक दिन पहले हुई थीं।
चैट में अंकिता ने कहा रिजॉर्ट में आए एक ग्राहक ने शराब के नशे में जबरन उसे हग करने की कोशिश की। अंकिता ने कहा कि… अंकित बोल रहा है कि तुम्हें गेस्ट हैंडल करने हैं। अगर नहीं किया तो तुम्हें काम से हटा देंगे और दूसरी लड़की को रख लेंगे। दोस्त ने पूछा कि यह किसने बोला आर्यन ने, तो अंकिता ने हामी भरी। दोस्त ने अंकिता को समझाया कि वे उसे हटाएंगे नहीं..डोन्ट वरी।
रिजॉर्ट के रसोइए से अंतिम बातचीत
घटना के दिन अंकिता की पुलकित आर्य और मैनेजर अंकित गुप्ता से तीखी बहस हुई थी। अंकिता चीख – चिल्ला रही थी और रो रही थी। रिजॉर्ट के शेफ आदि कर्मचारी सब सुन रहे थे,लेकिन कोई भी विरोध की हिम्मत नहीं जुटा पाया।
अंकिता भंडारी हत्याकांड
अंकिता को जबरन ले गए थे गाड़ी में बैठाकर
अंकिता के दोस्त पुष्प दीप ने फोन पर उससे कहा कि वह किसी को भेजकर अगले दिन उसे घर छुड़वा देगा। लेकिन आरोपी अंकिता को जबरन गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गए और बैराज में धक्का दे दिया। अंकिता और पुष्प दीप के बीच हुई इस बातचीत की ऑडियो रिकार्डिंग भी सोशल मीडिया पर वारयल हो रही है। अंकिता का गांव रिजॉर्ट से करीब डेढ़ सौ किमी दूर था। इसीलिए रोज आनाजाना संभव नहीं था। इसी से अंकिता रिजॉर्ट के ही एक कमरे में रह रही थी। उसका बैग आदि सामान भी इसी कमरे में था। वह इसी बैग को रिजॉर्ट से अपने पास लाने की बात कर रही थी। अंकिता रिजॉर्ट छोड़कर जाना चाहती थी। उसने रिजॉर्ट के रसोइए को फोन कर उसका बैग किसी दुकान तक लाने के लिए कहा था। रसोइया कहीं बाहर था,वह अंकिता को बोलता है कि मैं आ रहा हूं और वह अपने साथी को बाइक को वापस रिजॉर्ट की तरफ घुमाने के लिए भी कहता है।
अंकिता भंडारी हत्याकांड
एक दिन रुक जाती तो बच जाती अंकिता की जान
अंकिता की जम्मू में नौकरी करने वाले मित्र पुष्प दी घटना के दिन अंतिम बार फोन पर बात हुई थी। रात को करीब 8.30 बजे अंकिता ने फोन पर पुष्प को बताया कि वह फंस गई। पुष्प ने बताया कि उसने अंकिता को अगले दिन किसी को भेजकर घर श्रीकोट पहुंचाने की बात कही। अगर अंकिता एक दिन रुक जाती तो उसकी जान बच सकती थी।