हरबर्टपुर पालिकाध्यक्ष कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त,भाजपा विधायक काऊ पर हस्तक्षेप का आरोप
नागर स्थानीय निकाय सामान्य निर्वाचन 2024 के तहत् आज दिनांक 1 जनवरी 2025 को जांच के अंतिम दिन नगर प्रमुख के 2 नामांकन, अध्यक्ष के 32 नामांकन तथा सभासद / सदस्य के 168 नामांकन जांच में निरस्त हुए।
32 में से 20 नामांकन अध्यक्ष नगर पालिका परिषद के तथा 12 नामांकन अध्यक्ष नगर पंचायत के जांच में निरस्त हुए।
168 में से सभासद नगर निगम के 58, सदस्य नगर पालिका परिषद के 53, सदस्य नगर पंचायत के 57 नामांकन जांच में निरस्त हुए।
Uttarakhand Nikay Chunav Herbertpur Nagar Palika president Congress candidate Nomination cancelled
Nikay Chunav: हरबर्टपुर से कांग्रेस प्रत्याशी यामिनी का नामांकन निरस्त, संदिग्ध मिला जाति प्रमाण पत्र
हरबर्टपुर से कांग्रेस की नगर पालिका अध्यक्ष पद की प्रत्याशी यामिनी रोहिला के जाति प्रमाण पत्र को लेकर रिटर्निंग अफसर के पास शिकायत दर्ज करवाई गई थी।
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त
देहरादून में हरबर्टपुर से कांग्रेस की नगर पालिका अध्यक्ष पद की प्रत्याशी यामिनी रोहिला का नामांकन निरस्त कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जांच में उनका जाति प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया है।
जाति प्रमाण पत्र को लेकर रिटर्निंग अफसर के पास शिकायत दर्ज करवाई गई थी। वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात में कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी।
Ruckus in Municipal Corporation over scrutiny of nomination papers
नामांकन पत्रों की जांच पर नगर निगम में हंगामा, आरओ दफ्तर पर धरने पर बैठे कांग्रेसी
विधायक उमेश शर्मा नामांकन खारिज कराने पर अड़े रहे और कांग्रेसी बचाने के
पूरा दिन नगर निगम में चलता रहा हंगामा, विधायक पर लगाया आरओ को दबाव में लेने का आरोप
वार्ड प्रत्याशियों के नामांकन की जांच के दौरान नगर निगम में जबरदस्त हंगामा हुआ। भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ वार्ड-47 और 49 के कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र खारिज कराने पर अड़ गए। तो कांग्रेसी बचाव में उतर आए। कांग्रेसियों ने विधायक उमेश शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की और कई आरोप लगाए। हालत तनावपूर्ण होने पर पुलिस बल बुलाना पड़ा। देर रात तक हंगामा चला।
मामला तब बिगड़ा जब दोपहर तीन बजे भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ पहुंच गए। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी के सामने आपत्तिकर्ता का वकील होने की बात कहते हुए साक्ष्य उपलब्ध कराए, लेकिन आरओ उनकी बात से सहमत नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को भी मौके पर बुलवा लिया। उनका कहना था कि नगर निगम की संपत्ति पर कब्जा है। नगर निगम भूमि अनुभाग के राहुल कैंथोला भी पहुंच गए और अपनी रिपोर्ट दी। इसी दौरान कांग्रेस नेताओं को पता चला कि विधायक निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में बैठे हैं और नगर निगम के अधिकारियों को बुलवाकर नामांकन खारिज करने का दबाव बना रहे हैं तो मौके पर हंगामा हो गया। कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह, सूर्यकांत धस्माना, जसविंदर गोगी, लालचंद शर्मा आदि कांग्रेसियों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में विधायक प्रीतम ने निर्वाचन अधिकारी से वार्ता की। इस पर आरओ ने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद विधायक प्रीतम सिंह चले गए, लेकिन अन्य कांग्रेसी वहीं डटे रहे। देर शाम करीब साढ़े छह बजे बाद आरओ ने निर्णय दिया तो दोबारा फिर हंगामा हो गया। वार्ड-49 के प्रत्याशी इलियास अंसारी और उनके पुत्र का नामांकन निरस्त होने पर हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेसी आरओ कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गए। नामांकन पत्र निरस्त होने से क्षुब्ध इलियास अंसारी ने जान देने की बात कहते हुए जमीन में सिर पटकने लगे, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
पत्रकारों से भी उलझे काऊ
निर्वाचन अधिकारी के सामने अपनी बात रख रहे भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ पत्रकारों से भी उलझ गए। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा कि सभी कार्यालय से बाहर जाएं। हालांकि इसी दौरान कांग्रेस नेता विधायक काऊ पर अधिकारियों के ऊपर अनैतिक दबाव बनाने का आरोप लगा रहे थे। इसकी कवरेज कर रहे पत्रकारों को पहले कमरे में जाने से रोकने का प्रयास किया इसके बाद कमरे से बाहर भगाने का। बाद में इस संबंध में अपना बचाव करते हुए कहा कि वह कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रहे थे, इसलिए वह खुद की फोटो नहीं लेने देना चाहते थे।
कांग्रेसियों ने किया विधायक को घेरने का प्रयास
जैसे ही विधायक निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से बाहर निकले और गाड़ी की तरफ बढ़े तो कांग्रेसी उनकी तरफ भागने लगे। इसके बाद मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने किसी तरह कांग्रेसियों को रोका और विधायक को वहां से निकाला।I