छह नहीं, उमेश पाल की हत्या को पहुंचे थे 13 बंदूकबाज
छह नहीं 13 शूटर आए थे उमेश पाल को मारने, 7 बैकअप में थे: माफिया अतीक अहमद के बेटे पर ₹50 हजार का इनाम, मुस्लिम हॉस्टल में रचा गया षड्यंत्र
उमेश पाल हत्याकांड में फरार अतीक के बेटे असद पर ₹50 हजार का इनाम (चित्र साभार- @ippatel)
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अतीक अहमद के बेटे असद अहमद पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने पुरस्कार रखा है। पुरस्कार की यह राशि 50 हजार रुपए रखी गई है। असद के साथ इस केस में भागे हुए तीन अन्य आरोपितों पर भी पुरस्कार की घोषणा की गई है। पुलिस ने माफिया अतीक के एक अन्य सहयोगी नफीस को भी बंदी किया है। हमले में प्रयोग हुई क्रेटा गाडी नफीस की ही थी। इसी के साथ उमेश की हत्या के षड्यंत्र में सम्मिलित एक अन्य आरोपित सदाकत को भी गोरखपुर से बंदी किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक DGP मुख्यालय द्वारा जारी आदेश में माफियाओं या उनके गुर्गों को संरक्षण देने वालों को भी चेतावनी दी गई है। चेतावनी में कहा गया है कि उमेश पाल हत्याकांड में भागे हुए किसी भी आरोपित या सहयोगी को शरण अथवा संरक्षण देने वालों पर भी कार्रवाई की जायेगी। आम लोगों से भी आरोपितों के बारे में कोई भी सूचना मिलने पर पुलिस को बताने की अपील की गई है। बताया यह भी जा रहा है कि भागे हुए आरोपितों पर घोषित इनाम की राशि जल्द ही बढ़ाई भी जा सकती है।
वहीं एक अन्य अनावरण के अनुसार गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद व्हाट्सएप से शूटरों के सम्पर्क में था। उमेश पाल पर हमला करने वाले कुल शूटरों की संख्या 13 बताई जा रही है। जब छह शूटर उमेश और उनके गनर पर हमला कर रहे थे तब सात अन्य आस-पास खड़े हो कर बैकअप में तैयार थे। STF ने साबिर नाम के एक शूटर की पहचान भी कर ली है। इस हमले का षड्यंत्र प्रयागराज यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रचा गया था। दावा यह भी किया जा रहा है कि अशरफ भी बरेली जेल से व्हट्सएप चलाता था। शूटरों को डायरेक्शन देने में उसका भी नाम सामने आ रहा है।
यह षड्यंत्र में शामिल सदाकत खान से हुई पूछताछ में पता चला है। सदाकत खान इलाहबाद हाईकोर्ट में वकालत करता है और अवैध तौर पर मुस्लिम हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रहता था। सदाकत खान को समाजवादी पार्टी का करीबी बताया जा रहा है। उसकी एक तस्वीर अखिलेश यादव के साथ हाथ मिलाते हुए वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि सदाकत नेपाल भागने की ताक में था लेकिन उसे STF ने रास्ते में ही दबोच लिया।
दावा किया जा रहा है कि हमले में आगे रहे छह शूटरों के उमेश और उनके गनर संदीप की हत्या कर दिए जाने के बाद बैकअप में मौजूद सात अन्य हमलावर अलग-अलग वाहनों से मौके से भाग गए। पुलिस गिरफ्तार आरोपितों से बैकअप में मौजूद अन्य शूटरों की पहचान के प्रयास कर रही है।